Chamoli Cloudburst: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे थराली, आपदा पीड़ितों से की मुलाकात
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज चमोली के थराली में आपदा पीड़ितों से मिले। थराली में बादल फटने से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। मलबे में लापता एक व्यक्ति की तलाश जारी है और दो दर्जन से अधिक घरों में मलबा घुस गया है। प्रभावित लोगों को स्कूलों व गेस्ट हाउस में ठहराया गया है। एसडीआरएफ एनडीआरएफ आइटीबीपी व एसएसबी राहत कार्यों में सक्रिय हैं। कर्णप्रयाग-ग्वालदम राजमार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है।
जासं, गोपेश्वर(चमोली)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को चमोली के थराली पहुंचकर आपदा प्रभावितों से मुलाकात की। वहीं आपदा से हुए नुक़सान का निरीक्षण करने केंद्र की सात सदस्यीय टीम उत्तराखंड आ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का भरोसा दिलाते हुए राहत कार्यो की समीक्षा भी की।
वहीं आपदा प्रभावितों ने राडीबगड़ में मुख्यमंत्री के वापस जाने के दौरान नारेबाजी कर विरोध जताया। उनका कहना था कि प्रभावितों को हुए नुकसान को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं है।
सरकार पूरी तरह से प्रभावित परिवारों के साथ
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आपदा ने कई परिवारों को अपार दुःख दिया है, हम उनकी पीड़ा को समझते हैं। संकट की इस घड़ी में हमारी सरकार पूरी तरह से प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। उन्होंने प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य संचालित किए जा रहे हैं। विभागीय अधिकारियों को 24x7 मोड पर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार के स्तर पर राहत व बचाव कार्यों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री ने थराली क्षेत्र में हुई प्राकृतिक आपदा के बाद चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली और जिला प्रशासन द्वारा संचालित राहत कार्यो की सराहना भी की।
मुख्यमंत्री ने कुलसारी में बनाए गए राहत शिविर का निरीक्षण करते हुए प्रभावित लोगों से व्यवस्थाओं और यहां पर मिल रही सुविधाओं का फीडबैक लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाए। पूरी संवेदनशीलता के साथ प्रभावित लोगों को सभी आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाए।
सीएम ने आपदा में पूर्णतः क्षतिग्रस्त मकानों एवं मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख की तत्काल सहायता राशि चेक प्रदान करने के साथ ही, बेघर हुए लोगों के पुनर्वास की उचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए। इस दौरान प्रभावितों ने मुख्यमंत्री से अपना दुःख साझा किया। जिस पर सीएम ने पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित राहत शिवरों में ठहराया गया है और उनको नियमित रूप से भोजन और रुकने की उचित व्यवस्था की गई है। राहत शिविर राजकीय पॉलिटेक्निक कुलसारी में 12, प्राथमिक विद्यालय चेपड़ो में 36 और थराली अपर बाजार के प्राथमिक विद्यालय में 20 लोगों को ठहराया गया है।
प्रभावित लोगों को उचित चिकित्सा सुविधा भी मुहैया की जा रही है। डीएम ने बताया कि आपदा से क्षतिग्रस्त सड़क मार्गों को सुचारू कर दिया गया है। जल्द ही क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति भी सुचारू कर दी जाएगी। क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन की मरम्मत और पाइप लाइन बिछाने का कार्य प्रगति पर है। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में मलबा सफाई के साथ क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियों का आंकलन भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दौरान थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष दौलत सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार, परियोजना निदेशक आनंद सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अभिषेक गुप्ता, एसडीएम सोहन सिंह रांगड, एसडीएम पंकज भट्ट, सीओ अमित कुमार सैनी आदि मौजूद थे।
पुलिस व प्रशासन की टीमें लगातार ग्राउंड जीरो पर
थराली क्षेत्र में आई आपदा के बाद से पुलिस व प्रशासन की टीमें लगातार ग्राउंड जीरो पर मौजूद हैं। जिलाधिकारी एवं पुलिस प्रशासन स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर हालात का जायज़ा ले रहे हैं। शनिवार को हुई भारी बारिश के कारण कई मार्ग अवरुद्ध हो गए थे, जिन्हें शीघ्रता से खोलने का प्रयास जारी है।
एसपी चमोली स्वयं हर गतिविधि की मॉनिटरिंग कर रहे हैं, ताकि राहत व बचाव कार्य बिना किसी रुकावट के चलते रहें। पुलिस-प्रशासन हर संभव मदद के लिए लगातार प्रयासरत है।
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज कुलसारी में कुल 12आपदा प्रभावित लोग रुके हुए है। जबकि प्राथमिक विद्यालय चेपड़ो में 36 लोग ठहरे हुए हैं। प्राथमिक विद्यालय अपर बाजार थराली में 20 लोगों रुके हुए हैं। जिनके रहने और खाने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है।
दो दर्जन से अधिक घरों में घुसा मलबा
उधर, थराली में बादल फटने से आई आपदा के बाद से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। मलबे में लापता एक व्यक्ति का अब तक पता नहीं चल पाया है। दो दर्जन से अधिक घरों में मलबा घुसा है। प्रभावितों को जिला प्रशासन ने स्कूलों व गेस्ट हाउस में ठहराया है। थराली के मुख्य मार्गों और कच्चे रास्तों को भारी क्षति पहुंची है।
कर्णप्रयाग-ग्वालदम राजमार्ग 15 मीटर बह गया है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आइटीबीपी व एसएसबी राहत कार्यों में जुटी है। शुक्रवार रात बादल फटने से थराली कस्बे को भारी नुकसान पहुंचा है।
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