Chamoli Disaster: पहले भी प्रकृति मचा चुकी है थराली में तबाही, इन पांच हादसों ने दिए कभी न भूलने वाले जख्म
चमोली जनपद के थराली क्षेत्र में भूस्खलन और बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शुक्रवार रात आई आपदा से तहसील एसडीएम आवास और अस्पताल में मलबा भर गया है। कई मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं जिससे लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। थराली में पहले भी कई बार भूस्खलन की घटनाएं हो चुकी हैं जिससे क्षेत्रवासी दहशत में हैं।
थराली में आपदा
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वर्ष 2000 में थराली के अपर बाजर में भू धंसाव से भारी नुकसान हुआ था। -
वर्ष 2013 में पिंडर नदी के कटाव से अपर बाजार, मस्जिद मार्केट, अनुसूचित जाति बस्ती में लगभग 200 आवासीय भवन जमीदोंज हो गए थे। -
वर्ष 2015 में सिपाही गदेरे में आई आपदा से रामलीला मैदान के आसपास कुछ गाड़ियां मलबे में दब गईं थीं। -
वर्ष 2018 प्रणमती गदेरे में रतगाव से ऊपर बादल फटने से केराबगड़ का बाजार और पुल बह गया था। -
वर्ष 2022 में प्राणमती गदेरे में आए बरसाती उफान से थराली गांव में नुकसान हुआ था।
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