बदरीनाथ यात्रा रूट पर डॉक्टरों की कमी पड़ेगी भारी
चमोली जिले में बदरीनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सेहत सुधारने के लिए इस बार भी चिकित्सकों की कमी बनी रहेगी। तबादलों के बाद भी कई चिकित्सकों ने ज्वाइनिंग नहीं की।
गोपेश्वर, [जेएनएन]: चमोली जिले में बदरीनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की सेहत सुधारने के लिए इस बार भी चिकित्सकों की कमी बनी रहेगी। सरकार की ओर से पहाड़ में चिकित्सक भेजने की बात कही, लेकिन जिले में अभी तक चिकित्सक नहीं आए हैं।
चमोली जिले में यात्राकाल के दौरान प्रतिवर्ष लाखों यात्री बदरीनाथ धाम की यात्रा पर आते हैं। यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधा देने को लेकर सरकार अभी तक गंभीर नहीं है।
प्रत्येक वर्ष यात्राकाल के दौरान रोटेशन पर चिकित्सक मंगाए जाते थे। मगर इस बार रोटेशन के चिकित्सकों को लेकर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिले के अस्पताल चिकित्सकों की कमी से पहले से ही बीमार पड़े हुए हैं। ऐसे में यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए भी ये चिकित्सालय किसी काम के नहीं हैं।
यह है स्थिति
चिकित्सालयों की संख्या, 33
चिकित्सकों के स्वीकृत पद- 171
भरे पद- 73
रिक्त पद- 98
जिला अस्पताल के भी बुरे हाल
स्व. नरेंद्र सिंह भंडारी जिला चिकित्सालय चमोली जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है। यात्रा के दौरान अमूमन यात्रियों का इलाज यहीं से होता है। परंतु यहां भी चिकित्सकों का लंबे समय से टोटा बना हुआ है। स्वीकृत 36 पदों में से 19 ही डॉक्टर तैनात हैं।
भेजे गए नोटिस
सीएमओ चमोली डॉ. भारीरथी जंगपांगी के मुताबिक अनुपस्थित चिकित्सकों को लगातार नोटिस भेजे गए हैं। चमोली जिले में यात्रा के दौरान यात्रियों की सेहत को लेकर स्वास्थ्य महकमा ङ्क्षचतित है। जो चिकित्सक तैनात हैं उनसे यात्रियों का स्वास्थ्य अच्छी तरह से देखा जाएगा।
यह भी पढ़ें: केदारनाथ में दिल के रोगियों के लिए एयर एंबुलेंस की उम्मीद धूमिल
यह भी पढ़ें: स्वाइन फ्लू से चमोली जिले के युवा शिक्षक की मौत
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में स्वाइन फ्लू ने पसारे पैर, दो की मौत