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Karnaprayag: जानवर चराने गए किशोरों को दिखी गुफा, मारने लगे पत्‍थर तो निकल कर आया ऐसा जानवर; उड़े गांव वालों के होश

Karnaprayag News घटना चमोली की धनपुर रेंज के अंर्तगत पड़ने वाले जंगल की है। कोली गांव निवासी आयुष और अमन सिंह गांव से करीब दो किमी दूर स्थित जंगल में मवेशी चराने गए थे। किशोरों ने गुफा की ओर पत्थर फेंके जिससे गुलदार हमलावर हो गई। दोनों ने किसी तरह गुलदार के पंजों से छूटकर अपनी जान बचाई। स्वजन ने घायलों को उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में भर्ती कराया है।

By Dinesh thapaliyal Edited By: Nirmala Bohra Updated: Fri, 21 Jun 2024 10:45 AM (IST)
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Karnaprayag News: गुफा में पत्थर फेंकने पर शावक के साथ बाहर निकली मादा गुलदार हुई हमलावर

संवाद सहयोगी, जागरण कर्णप्रयाग। Karnaprayag News: कर्णप्रयाग विकासखंड के कोली गांव में मवेशी चराने जंगल गए दो किशोरों को मादा गुलदार ने हमला कर घायल कर दिया। दोनों ने किसी तरह गुलदार के पंजों से छूटकर अपनी जान बचाई। स्वजन ने घायलों को उप जिला चिकित्सालय कर्णप्रयाग में भर्ती कराया है।

बताया जा रहा है कि जंगल में एक गुफा में मादा गुलदार अपने शावक के साथ थी। किशोरों ने गुफा की ओर पत्थर फेंके, जिससे गुलदार हमलावर हो गई। घटना के बाद से गांव में भय का माहौल है। वनकर्मियों को घटना की सूचना दी गई है।

गुफा की तरफ नहीं जाते अधिकांश ग्रामीण

घटना चमोली जिले की धनपुर रेंज के अंर्तगत पड़ने वाले जंगल की है। जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह कोली गांव निवासी आयुष और अमन सिंह गांव से करीब दो किमी दूर स्थित जंगल में मवेशी चराने गए थे। घायल आयुष के ताऊ सतेंद्र सिंह ने बताया कि जंगल में एक गुफा है, जिसमें जंगली जानवर रहते हैं। इसलिए अधिकांश ग्रामीण गुफा की तरफ नहीं जाते। आयुष और अमन को इसकी जानकारी नहीं थी।

ऐसे में उन्होंने गुफा पर कुछ पत्थर फेंक दिए। इससे वहां मौजूद मादा गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। गुलदार के पंजों से आयुष के सिर और पीठ पर गहरे घाव हुए हैं, जबकि अमन भी बुरी तरह लहूलुहान हो गया। किशोरों के शोर मचाने पर गुलदार अपने शावक के साथ जंगल की ओर चली गई। घबराए बालकों ने गांव पहुंचकर स्वजन को इसकी जानकारी दी। फिलहाल, दोनों की हालत खतरे से बाहर है।

धनपुर रेंज की वन क्षेत्राधिकारी शिवांगी डिमरी ने बताया कि अनुभाग अधिकारी जमन सिंह व प्रदीप कुमार ने घायलों का हालचाल जाना, साथ ही ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। कहा कि जंगलों में आग की घटनाओं के बाद वन्यजीवों का रुख आबादी की तरफ बढ़ा है। ऐसे में सतर्क रहना जरूरी है।