New Year Party: पहाड़ों पर नए साल का जश्न मनाने का मौका, ऑफर के साथ औली के होटल तैयार; लेकिन सावधान...
उत्तराखंड के चमोली जिले में समुद्रतल से 9500 फीट से लेकर 10500 फीट तक की ऊंचाई पर स्थित औली में वैसे तो वर्षभर पर्यटकों का जमघट रहता है। पर्यटन व्यवसाय से जुड़े संजय कुंवर बताते हैं कि पर्यटक ट्रेकिंग को लेकर भी उत्साह दिखा रहे हैं। पिछले नव वर्ष पर औली में भीड़ थी तब 25 दिसंबर से दो जनवरी के बीच 20 हजार से अधिक पर्यटक औली पहुंचे थे।
By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaUpdated: Thu, 07 Dec 2023 06:30 AM (IST)
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर। विश्व प्रसिद्ध हिम क्रीड़ास्थली औली के होम स्टे और होटलों में इन दिनों क्रिसमस व नववर्ष के जश्न को तेजी से बुकिंग हो रही है। अब तक 25 प्रतिशत बुकिंग हो चुकी है। इससे उत्साहित होम स्टे और होटल संचालक जोर-शोर से पर्यटकों के स्वागत की तैयारी में जुटे हैं। पर्यटकों को लुभाने के लिए किराये में छूट समेत तमाम ऑफर भी दिए जा रहे हैं। हालांकि, औली आने वाले पर्यटक इस बार रोपवे का रोमांच नहीं उठा पाएंगे, उन्हें सड़क मार्ग से ही औली पहुंचना होगा। वजह यह कि जोशीमठ में भूधंसाव के चलते जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन पांच जनवरी 2023 से बंद है। रोपवे के भी 10 में से दो टावर और संचालन कार्यालय भूधंसाव की जद में हैं। इसलिए सावधानी से अपनी यात्रा को सम्पन्न करें।
औली की वादियों में क्रिसमस और नववर्ष का जश्नऔली तक सड़क मार्ग सुचारु है। शीतकाल में बर्फ से सड़क बंद न हो, इसके लिए बार्डर रोड आर्गनाइजेशन (बीआरओ) ने श्रमिकों के साथ मशीनें तैनात की हैं। उत्तराखंड के चमोली जिले में समुद्रतल से 9,500 फीट से लेकर 10,500 फीट तक की ऊंचाई पर स्थित औली में वैसे तो वर्षभर पर्यटकों का जमघट रहता है। लेकिन, बर्फबारी के बीच औली की वादियों में क्रिसमस और नववर्ष का जश्न मनाने का आनंद ही कुछ और है। दोनों ही अवसरों पर यहां पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ती है।
25 प्रतिशत के करीब बुकिंग हो चुकीइस बार अब तक औली में बर्फ नहीं पड़ी है, लेकिन आसपास के पहाड़ बर्फ से ढक गए हैं। स्थानीय पर्यटन व्यवसायियों को उम्मीद है कि क्रिसमस से पहले औली भी बर्फ से लकदक हो जाएगी। होटल व्यवसायी नवीन भट्ट ने बताया कि पर्यटक भी औली में बर्फबारी को लेकर लगातार जानकारी मांग रहे हैं। क्रिसमस और नववर्ष के लिए 25 प्रतिशत के करीब बुकिंग हो चुकी है।
जोशीमठ में भूमि और भवनों पर दरारेंपर्यटन व्यवसाय से जुड़े संजय कुंवर बताते हैं कि पर्यटक ट्रेकिंग को लेकर भी उत्साह दिखा रहे हैं। पिछले नव वर्ष पर भी औली में खासी भीड़ थी, तब 25 दिसंबर से दो जनवरी के बीच 20 हजार से अधिक पर्यटक औली पहुंचे थे। हालांकि, दो जनवरी को जोशीमठ में भूमि और भवनों पर दरारें आना शुरू हुआ तो इसका असर औली के पर्यटन पर भी पड़ा। औली में 200 से अधिक होम स्टे और होटल हैं, जिनमें प्रतिदिन पांच हजार से अधिक व्यक्ति ठहर सकते हैं।
चेयर लिफ्ट से करें प्राकृतिक दृश्यों का दीदारपर्यटकों को औली और आसपास के नयनाभिराम प्राकृतिक दृश्यों का दीदार कराने के लिए चेयर लिफ्ट तैयार है। चेयर लिफ्ट के प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद डिमरी ने बताया कि इससे पर्यटकों को उत्तराखंड के सबसे ऊंचे पर्वत शिखर नंदा देवी समेत दर्जनों पर्वत चोटियों के दीदार होते हैं। करीब 800 मीटर लंबी इस यात्रा के लिए एक व्यक्ति का किराया 500 रुपये है। चार-चार सीट के केबिन वाली चेयर लिफ्ट से एक बार में 70 से 80 पर्यटक आवाजाही कर सकते हैं।
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