चमोली: सैनिक खिलाफ सिंह नेगी हुए शहीद, कई दिनों से लखनऊ में चल रहा था इलाज; दो साल पहले सेना में हुए थे भर्ती
गोपेश्वर। नंदानगर विकास खंड के दूरस्थ कनोल गांव के भारतीय सेना के जवान 21 वर्षीय खिलाफ सिंह नेगी शहीद हो गए। पिछले एक माह से लखनऊ के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। शहीद खिलाफ सिंह ने रविवार को शाम पांच बजे दम तोड़ा। बेटे के शहीद होने की खबर मिलते ही कनोल गांव में उसकी मां मथुरा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर। नंदानगर विकास खंड के दूरस्थ कनोल गांव के भारतीय सेना के जवान 21 वर्षीय खिलाफ सिंह नेगी शहीद हो गए। पिछले एक माह से लखनऊ के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। शहीद खिलाफ सिंह ने रविवार को शाम पांच बजे दम तोड़ा। बेटे के शहीद होने की खबर मिलते ही कनोल गांव में उसकी मां मथुरा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है और पिता नारायण सिंह खड़े भी नहीं हो पा रहे हैं।
सैनिक खिलाफ सिंह के शहीद होने की खबर से नंदानगर में पसरा मातम
शहीद खिलाफ सिंह की अभी शादी नहीं हुई थी, उसके बड़े भाई कुंवर सिंह की गोपेश्वर में कपड़ों की दुकान है। जबकि बड़ी बहन की कुछ समय पहले ही शादी हुई थी। खिलाफ सिंह के शहीद होने की खबर मिलते ही नंदानगर में मातम पसर गया। कनोल गांव में भी सन्नाटा है।
यह भी पढ़ें - हरकी पैड़ी क्षेत्र में मामूली विवाद पर युवक के सिर में गोली मारकर हत्या, आरोपित से पूछताछ में जुटी पुलिस
खिलाफ सिंह नेगी वर्ष 2021 में लैंसडाउन में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। उनके पार्थिव शरीर को लखनऊ से घर लाया जा रहा है। मंगलवार को सितेल में पैतृक घाट पर शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जयपुर में तैनात था खिलाफ सिंह
कनोल गांव पहले से ही वीर सपूतों की भूमि रही है। परिवार में खिलाफ सिंह ही नारायण सिंह का कमाऊ बेटा था। खिलाफ सिंह ने भारत माता की खातिर अपनी छोटी उम्र में ही अपने प्राण न्योछावर कर दिए। बताया जा रहा है कि खिलाफ सिंह वर्तमान में जयपुर में तैनात था।
इसे भी पढ़ें - विषय व गुणवत्ता पर ध्यान देने से मिलेगा बेहतर सिनेमा, JFF में पताल-ती के निर्देशक संतोष ने दर्शकों से की बात