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केबीसी में सम्मान मिला तो शिक्षक ने अमिताभ बच्चन को पहनाई पहाड़ी टोपी

टेलीविजन शो कौन बनेगा करोड़पति की हॉट सीट तक पहुंचने में कामयाब रहे पौड़ी जिले के शिक्षक धर्मेंद्र सिंह नेगी ने बिग-बी को भेंट की। इसे बिग बी ने भी खूब पसंद किया।

By BhanuEdited By: Updated: Thu, 19 Sep 2019 08:21 PM (IST)
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केबीसी में सम्मान मिला तो शिक्षक ने अमिताभ बच्चन को पहनाई पहाड़ी टोपी
गोपेश्वर, हरीश बिष्ट। देश के जाने माने समाजसेवी अन्ना हजारे, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के बाद अब बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को भी गोपेश्वर (चमोली) निवासी कैलाश भट्ट की डिजाइन की गई पहाड़ी टोपी भा गई है। यह टोपी टेलीविजन शो 'कौन बनेगा करोड़पति' की हॉट सीट तक पहुंचने में कामयाब रहे पौड़ी जिले के शिक्षक धर्मेंद्र सिंह नेगी ने बिग-बी को भेंट की। अमिताभ बच्चन के पहाड़ी टोपी को स्वीकार करने के बाद इस टोपी की छाप देश-दुनिया तक पहुंच गई है।

पहाड़वासियों की शान रही पहाड़ी टोपी गांव-घरों में विलुप्त होने के कगार पर है। इस परंपरा को पुनर्जीवित करने का काम चमोली जिले के हल्दापानी (गोपेश्वर) निवासी कैलाश भट्ट कर रहे हैं। पहले उन्होंने पहाड़ी 'मिरजई' (पहाड़ का राजसी पहनावा) को नया जीवन दिया और अब अपना पूरा ध्यान पहाड़ी टोपी पर केंद्रित किया हुआ है। 

इस टोपी को तब पहचान मिली, जब वर्ष 2012 में उत्तराखंड दौरे पर आए प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे को उन्होंने यह टोपी भेंट की। इसके बाद पद्मश्री प्रो. शेखर पाठक, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत कई जाने-माने लोगों के सिर पर यह टोपी सजी। उत्तराखंड के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी कैलाश ने यह टोपी भेजी। 

अब सदी के महानायक एवं प्रसिद्ध टीवी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के होस्ट अमिताभ बच्चन के सिर पर यह टोपी सजी है। केबीसी की हॉट सीट पर पहुंचे पौड़ी जिले के नैनीडांडा ब्लॉक स्थित राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय जगदेई के सहायक अध्यापक धर्मेंद्र सिंह नेगी ने अमिताभ बच्चन को पहाड़ी टोपी भेंट की। बताया गया कि अमिताभ बच्चन ने यह टोपी पहनी भी और इसकी तारीफ भी की। 

बकौल कैलाश-पहाड़ी टोपी हमारी लोक संस्कृति की पहचान है। केबीसी के मंच से सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने पहाड़ी टोपी की खूब तारीफ की, जिससे इसे और ज्यादा प्रचार मिला। इस मंच पर पूरी दुनिया ने पहाड़ी टोपी को देखा, जो कि मेरे और संपूर्ण उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है। मैं इसके लिए शिक्षक धर्मेंद्र नेगी का आभारी हूं।

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इन देशों में भी पहुंची पहाड़ टोपी

डिमांड पर कैलाश पहाड़ी टोपी बनाते हैं और इसके बाद डिमांड देने वाले को यह टोपी भेजते हैं। कैलाश के अनुसार अभी तक उनकी बनाई पहाड़ी टोपी आस्ट्रेलिया, अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, जापान, दुबई तक पहुंच चुकी है। 

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