लॉकडाउन के उल्लंघन पर यूपी के विधायक अमनमणि काफिले समेत गिरफ्तार, जांच में मिले दो पास
लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर यूपी के विधायक अमनमणि त्रिपाठी समेत एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 04 May 2020 11:37 AM (IST)
चमोली, जेएनएन। लॉकडाउन के उल्लंघन में उत्तर प्रदेश के विधायक अमनमणि त्रिपाठी को काफिले समेत व्यासी पुलिस चौकी थाना मुनिकीरेती की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। जांच में उनके पास उत्तराखंड के अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश और देहरादून के अपर जिलाधिकारी रामजी शरण के हस्ताक्षर से जारी अनुमति पत्र थे, जबकि तीन वाहनों में अनुमति के विपरीत 12 लोगों सवार थे। बाद में सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। इससे पहले रविवार को बदरीनाथ जा रहे विधायक के काफिले को चमोली जिले के कर्णप्रयाग में पुलिस ने रोका तो उन्होंने न केवल पुलिस पर रौब गालिब किया, बल्कि आरोप है कि जब कर्णप्रयाग के उप जिलाधिकारी ने उन्हें नियम बताने का प्रयास किया तो उनसे भी अभद्रता की गई। विधायक ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वर्गीय पिता के पितृ कार्य के निमित्त बदरीनाथ जा रहे हैं। उनके पास अनुमति पत्र भी थे। पत्र में बदरीनाथ के साथ ही केदारनाथ यात्रा की भी अनुमति दी गई है। बावजूद इसके पुलिस ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया। कुछ देर हंगामा करने के बाद विधायक लौट गए।
घटना रविवार दोपहर की है। उत्तर प्रदेश के चर्चित नेता अमरमणि त्रिपाठी के विधायक पुत्र अमनमणि त्रिपाठी तीन कारों के काफिले में कर्णप्रयाग के पास गौचर चेकपोस्ट पर पहुंचे। उनके साथ 10 लोग और थे। यहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। इस पर विधायक ने पुलिसकर्मियों को अनुमति पत्र दिखाया, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी। आरोप है कि विधायक ने पुलिसकर्मियों से अभद्रता शुरू कर दी। इसकी सूचना कर्णप्रयाग के एसडीएम वैभव गुप्ता को दी गई।
एसडीएम ने विधायक से फोन पर बात की। एसडीएम वैभव गुप्ता ने बताया कि उन्होंने विधायक को नियमों के बारे में जानकारी दी। विधायक को बताया गया कि भले ही उनके पास अनुमति है, लेकिन नियमानुसार उन्हें क्वारंटाइन करना होगा। बावजूद इसके विधायक कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। उन्होंने एसडीएम से कहा कि मेरे पास बदरीनाथ और केदारनाथ जाने के लिए अनुमति पत्र है।
एसडीएम ने बताया कि उन्होंने मुझसे भी अभद्रता की। एसडीएम ने बताया कि विधायक ने फोन पर चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया और पुलिस अधीक्षक यशवंत चौहान से भी बात की, अधिकारियों ने उन्हें बताया कि बदरीनाथ धाम के कपाट बंद हैं और उन्हें आगे यात्रा की अनुमति नहीं दी जा सकती। पुलिस और प्रशासन के तेवरों के बाद काफिला लौट गया। बाद में डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक वे लोग लौट चुके थे।
( फोटो: अपर मुख्य सचिव की ओर से जारी अनुमति पत्र।)देर रात ऋषिकेश संवाददाता के मुताबिक घटना के लगभग 10 घंटे बाद रात्रि लगभग साढ़े दस बजे उत्तर प्रदेश के विधायक अमनमणि त्रिपाठी के काफिले को व्यासी पुलिस चौकी थाना मुनिकीरेती की टीम ने रोक कर एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर लिया। नरेंद्र नगर के सीओ प्रमोद कुमार शाह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के विधायक अमनमणि त्रिपाठी सहित तीन वाहनों में सवार लोगों को लेकर सूचना के आधार पर जनपद टिहरी क्षेत्र में पुलिस को अलर्ट कर दिया था। सूचना यह थी कि यह लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं।
(फोटो: अपर जिलाधिकारी देहरादून की ओर से जारी पत्र।)रविवार की रात करीब साढ़े दस बजे ब्यासी पुलिस चौकी क्षेत्र में तीन वाहनों में अनुमति के विपरीत 12 लोगों के सवार मिले। आपदा एवं संक्रमण अधिनियम का उल्लंघन करने पर पुलिस ने तीनों वाहनों में सवार 12 व्यक्तियों को हिरासत में लेकर मुकदमा दर्ज किया। अमनमणि त्रिपाठी विधायक महाराजगंज तथा 11 अन्य के विरुद्ध सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन, लॉकडाउन का उल्लंघन और संक्रमित महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी की गिरफ्तारी के बाद इन्हें निजी मुचलके में रिहा कर दिया गया।
दो से सात मई तक का था यात्रा कार्यक्रमविधायक अमनमणि त्रिपाठी को जारी अनुमति पत्र के अनुसार उनका यात्रा कार्यक्रम दो मई से सात मई तक का था। कार्यक्रम के अनुसार उन्हें दो मई को देहरादून से श्रीनगर पहुंचना था, लेकिन वे गौचर पहुंच गए। तीन मई को बदरीनाथ, पांच को केदारनाथ और सात मई को वापस लौटना था।बोले अधिकारीस्वाति एस. भदौरिया (जिलाधिकारी चमोली) का कहना है कि बदरीनाथ धाम के कपाट नहीं खुले हैं। जिला स्तर से विधायक अमनमणि त्रिपाठी को बदरीनाथ जाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्हें वापस जाने को कहा गया। यहां तक आने को उनके पास अनुमति थी। वे वापस लौट गए।
बोले मंत्रीडॉ. धन सिंह रावत (राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उत्तराखंड) का कहना है कि उप्र के विधायक अमनमणि त्रिपाठी को कर्णप्रयाग (चमोली) से वापस लौटा दिया गया। बदरीनाथ-केदारनाथ यात्रा की किसी को अनुमति नहीं है। लिहाजा, इन्हें वापस लौटाया गया है। इन्हें बदरीनाथ, केदारनाथ जाने की अनुमति कैसे मिली, इसकी पड़ताल कराई जाएगी।यह भी पढ़ें: Uttarakhand Lockdown: उत्तराखंड में लॉकडाउन का उल्लंघन करने में 385 लोग गिरफ्तार
पुलिस से उलझे विधायक अमनमणि, ड्राइविंग लाइसेंस जब्त कर्णप्रयाग से वापस लौट आने के दौरान हरिद्वार देहरादून बॉर्डर पर पुलिस ने रात करीब 1:45 बजे महाराजगंज के विधायक अमनमणि त्रिपाठी की गाड़ियों को रोकने का प्रयास किया। लेकिन विधायक गाड़ी में बैठे-बैठे ही पुलिसकर्मियों से उलझ गए और रुकने के बजाय गाड़ी दौड़ा ली। वायरलैस पर सूचना प्रसारित होने के बाद शहर कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी व अन्य पुलिसकर्मियों ने यहां से करीब दो किलोमीटर आगे रोड़ीबेलवाला में नाकेबंदी कर उन्हें रोक लिया। विधायक यहां भी पुलिसकर्मियों से भिड़ गए। नोकझोंक के बीच पुलिस ने बहुत तेज रफ्तार से वाहन चलाने और पुलिसकर्मियों के टोकने के बावजूद गाड़ी नहीं रोकने के आरोप में एमवी एक्ट में विधायक की गाड़ी का चालान कर दिया। उनका ड्राइविंग लाइसेंस जब्त कर आगे भेज दिया गया। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने पुलिसकर्मियों को रोकने पर गाड़ी नहीं रोकी और पुलिसकर्मी के साथ अभद्रता भी की गई। इसलिए उनकी गाड़ी का चालान कर ड्राइविंग लाइसेंस जब्त कर लिया गया है।
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