Champawat District Panchayat : चंपावत जिला पंचायत में टेंडर से पहले पूल बनाने को लेकर भिड़े ठेकेदार
जिला पंचायत में गुपचुप तरीके से टेंडर कराने टेंडर लेने को लेकर ठेकेदारों द्वारा आपस में पूल बनाने जाने को लेकर ठेकेदार टेंडर डालने से पूर्व भिड़ गए। मामला गाली गलौच से शुरू होकर हाथापाई तक पहुंच गया। कई ठेकेदार जिला पंचायत कर्चचारियों से भी अभद्रता करने लगे।
जागरण संवाददाता, चंपावत : जिला पंचायत में गुपचुप तरीके से टेंडर कराने, टेंडर लेने को लेकर ठेकेदारों द्वारा आपस में पूल बनाने जाने को लेकर ठेकेदार टेंडर डालने से पूर्व भिड़ गए। मामला गाली गलौच से शुरू होकर हाथापाई तक पहुंच गया। कई ठेकेदार जिला पंचायत कर्चचारियों से भी अभद्रता करने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस के बाद मामला शांत हुआ।
शनिवार को जिला पंचायत में 2.19 करोड़ की लागत से जिला योजना के तहत 27 मार्गों के निर्माण को लेकर टेंडर आमंत्रित किए गए। 12 बजे तक टेंडर फार्म की बिक्री और दो बजे तक टेंडर जमा किए जाने थे। इसको लेकर जिलेभर के ठेकेदारों की सुबह से ही जिपं भवन में जुटने लगे। कई ठेकेदारों ने पहले तो टेंडर की जानकारी न होने की बात कही और राष्ट्रीय समाचार पत्र में टेंडर विज्ञापन न दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की। जिस कारण वह बिना तैयारी के यहां पहुंचे हैं।
दफ्तर खुलने के बाद ठेकेदारों ने पंजीकरण लाइसेंस दिखाकर टेंडर फार्म खरीदे। टेंडर लेने को लेकर ठेकेदार पूल बनाने में जुट गए इसको लेकर ठेकेदार आपस में भिड़ गए। बात बहस से शुरू होकर गाली गलौज से होते हुए हाथापाई तक पहुंच गई। फिर जिला पंचायत में रजिस्टर्ड ठेकेदार बाहर से आए ठेकेदार का विरोध करने लगे। जिसका उन्होंने विरोध जताया।
कहा कि जिसका जिपं चम्पावत में पंजीकरण है उसे ही टेंडर के फॉर्म दिए जाने का प्रावधान है। काफी हंगामा होने पर एएमए ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने पहुंचकर मामला शांत कराया। तब कहीं जाकर टेंडर जमा करने की प्रक्रिया पूर्ण हुई। सोमवार सात नवंबर को टेंडर खोले जाएंगे।
27 रास्तों के टेंडर से जिपं को हुई 15.50 लाख की आमदनी
जिला योजना के तहत जिला पंचायत द्वारा 27 कार्यों के लिए आमंत्रित टेंडर में 153 टेंडर फार्म बिके। जिससे जिला पंचायत को 15.50 लाख रुपये की आमदनी हुई। सर्वाधिक टेंडर फार्म रौसाल मार्ग से कमलेड़ी तक मार्ग सुधारीकरण कार्य के लिए नौ ठेकेदारों ने खरीदे। इससे 15 हजार से अधिक लोगों को सुविधा मिलेगी। सभी कार्य छह माह में पूरे कर लिए जाएंगे।
टेंडर निरस्त होने पर ठेकेदार करेंगे विरोध
टेंडर फार्म जमा करने के दौरान कई बार टेंडर निरस्त होने की भी सुगबुगाहट उठी। दिन भर ठेकेदार उच्च अधिकारियों व नेताओं से फोन पर संपर्क करते रहे। हालांकि मामले में कुछ ठेकेदारों ने कहा कि अगर जिला पंचायत टेंडर निरस्त करती है तो वह उसका विराेध करने के साथ उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी। वहीं जिला पंचायत प्रशासन ने साफ किया कि टेंडर निरस्त नहीं होंगे। सात नवंबर को टेंडर खोले जाएंगे।
इन कार्यों का होगा निर्माण
कार्य लागत बिके टेंडर फार्म
बाराकोट में एप्रोच मार्ग सुधारीकरण 24 लाख 6
सुंगरखाल से पांचपीपल तक कार्य 23 लाख 5
शील के गुमरागैर तोक से बरूड़ी हल्का मार्ग 12 लाख 7
चामी से देवीधान हल्का मार्ग 03 लाख 3
मोत्युराज के टाक करायत से श्मशान घाट तक 05 लाख 6
थुवामाहरा में एससी बस्ती से सीसी मार्ग निर्माण 03 लाख 7
बनौली में मुख्य सड़क से होलीखल तक मार्ग 04 लाख 4
रौसाल मार्ग से कमलेड़ी तक मार्ग सुधारीकरण 09 लाख 9
बिंडातिवारी से डुंगाबोरा मार्ग सुधारीकरण 06 लाख 8
मंच से दूबड़ तक सीसी मार्ग 11 लाख 6
गोली ऐड़ीब्यानधुरा मंदिर से हल्का मार्ग व सुधारीकरण 12 लाख 6
मनिहारगोठ में ट्यूबवैल से लिंक रोड तक 03 लाख 6
मनिहारगोठ में हमीद के घर से लिंक रोड तक सीसी 03 लाख 7
नायकगोठ में सीसी मार्ग 03 लाख 7
सिलिंग्टाक में संपर्क मार्ग 3.50 लाख 3
फुंगर में संपर्क मार्ग 4 लाख 4
चैकुनीबोरा में संपर्क मार्ग 4 लाख 3
एनएच शीशनगर से चौड़ा लिंक मार्ग 12 लाख 8
भजनपुर में आरसीसी निर्माण 5.50 लाख 7
गुदमी में मिट्टी भरान व आरबीएम का शेष कार्य 5.50 लाख 8
गागर में सीसी मार्ग निर्माण 6 लाख 3
सिल्योड़ीगूंठ में सड़क मरम्मत 6 लाख 3
गूंठा तोक से अर्नक्या तोक तक मोटर मार्ग 11.40 लाख 5
मूलाकोट जीआईसी मार्ग में टाइल्स व सीसी 10 लाख 5
मूलाकोट के ग्रामीण मार्ग में इंटरलॉक टाइल्स व सीसी मार्ग 10 लाख 4
बांजगांव से सुजानगांव लौरी तक सड़क चौड़ीकरण व सुधार 10 लाख 7
गंभीरगांव से ऐड़ीधाम तक सड़क चौड़ीकरण व सुधार 10 लाख 6
नियमों का पालन किया गया
जिपं चम्पावत के एएमए भगवत पाटनी ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया नियमानुसार कराई जा रही है। टेंडर विज्ञप्ति एक स्थानीय और एक राज्य स्तरीय समाचार पत्र में देने का है। जिसका हमने पालन किया है। टेंडर फार्म नियमानुसार बेचे गए। इससे जिपं को 15 लाख से अधिक की आय हुई। बाहर किसी बात को लेकर ठेकेदार आपस में भिड़ गए थे। जहां हाथापाई की नौबत आ गई। इस कारण पुलिस को बुलाई गई। किसी भी बाहरी व्यक्ति को टेंडर के लिए फॉर्म नहीं दिए गए हैं।