Uttarakhand: पूर्णागिरि धाम मार्ग पर बाटनागाड़ में आया मलबा, पांच घंटे ठप रहा आवागमन; श्रद्धालु परेशान
Uttarakhand चंपावत में मानसून की बारिश से बाटनागाड़ में भूस्खलन हुआ जिससे ककरालीगेट-भैरव मंदिर सड़क सुबह छह बजे से बंद हो गई। पूर्णागिरि धाम जाने वाले मार्ग पर साढ़े पांच घंटे तक आवाजाही ठप रही। बनबसा में 24 घंटे में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई। अगले दो दिनों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
जागरण संवाददाता, चंपावत। Uttarakhand Weather: उत्तराखंड में मानसून की छिटपुट गतिविधि जारी है। गुरुवार को कई जगहों पर हल्की वर्षा हुई। बुधवार रात हुई वर्षा से पूर्णागिरि धाम जाने वाला मार्ग साढ़े पांच घंटे बंद रहा। आवाजाही ठप होने से माता के धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा।
ककरालीगेट-ठुलीगाड़-भैरव मंदिर सड़क के बीच बाटनागाड़ में मलबा आने से गुरुवार सुबह छह बजे आवाजाही ठप हो गई। वर्षा के पानी के साथ आया मलबा सड़क पर पट गया। सड़क बंद होने से न केवल पूर्णागिरि धाम के दर्शन के लिए आवाजाही पर ब्रेक लगा, बल्कि सीमांत टनकपुर-जौलजीबी सड़क पर भी इसकी मार पड़ी।
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पूर्णागिरि मार्ग पर आवागमन सुचारू
बाटनागाड़ के पास आए मलबे से पूर्णागिरि मार्ग के आसपास बूम, उचौलीगोठ आदि गांवों में भी भू-कटाव का खतरा पैदा हो गया है। जिले में घाट-नेत्र सलान सड़क भी आवाजाही के लिए बंद है। आपदा परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार पूर्वाह्न 11:30 बजे मलबा हटाने के बाद पूर्णागिरि मार्ग पर आवागमन सुचारू हो सका।
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे में बनबसा में 20 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। चंपावत जिला मुख्यालय में तीन मिमी, पाटी में एक मिमी वर्षा हुई। अगले दो दिन अनेक से लेकर अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। कहीं कहीं एक-दो दौर की तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं। गुरुवार को चंपावत का अधिकतम तापमान 22.7 डिग्री व 18.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
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