Move to Jagran APP

Leopard Attack: उत्‍तराखंड में देहरी के पास से तीन वर्षीय बच्चे को उठा ले गया गुलदार, सीढ़ी चढ़कर घर में जा रहा था मासूम

Leopard Attack उत्तराखंड के लोहाघाट में एक तेंदुए ने तीन साल के बच्चे पर हमला कर दिया। बच्चे का शोर सुन आंगन किनारे बर्तन धो रही मां बबीता व स्वजन ने शोर मचाया। बच्चे को गंभीर रूप से घायल अवस्था में हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर किया गया है। वन विभाग ने हमलावर तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है।

By ganesh pandey Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sat, 19 Oct 2024 04:51 PM (IST)
Hero Image
Leopard Attack: शोर मचाने पर घर से 200 मीटर दूर बच्चे को छोड़ गुलदार जंगल में चला गया। जागरण
संवाद सहयोगी, जागरण, लोहाघाट। Leopard Attack: नगर से लगे राइकोट कुंवर गांव में तीन वर्ष के बच्चे को गुलदार उठा ले गया। स्वजन के शोर मचाने पर घर से 200 मीटर दूर बच्चे को छोड़ गुलदार जंगल की तरफ चला गया। गंभीर रूप से घायल बच्चे को हल्द्वानी के डा. सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर किया गया है।

शुक्रवार रात आठ बजे के आसपास राइकोट कुंवर गांव में गुलदार तीन वर्षीय आरव पुत्र ईश्वर सिंह कुंवर को उठा ले गया। आरव आंगन की सीढ़ी से घर के भीतर की ओर जा रहा था। तभी घात लगाकर बैठा गुलदार झपट्टा मारते हुए आरव को नीचे खेत की तरफ ले गया।

शोर सुनकर गुलदार आरव को छोड़ गया

बच्चे का शोर सुन आंगन किनारे बर्तन धो रही मां बबीता व स्वजन ने शोर मचाया। लोग गुलदार के पीछे दौड़े। शोर सुनकर गुलदार आरव को छोड़ गया। स्वजन आरव को लोहाघाट उप जिला अस्पताल ले गए। प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

यह भी पढ़ें- Dehradun में सालाना खर्च देकर ''पालें'' घड़ियाल-गुलदार, उल्लू के लिए आ रहे बंपर आवेदन

जिला अस्पताल के सीएमएस डा. प्रदीप बिष्ट ने बताया आरव के सिर, चेहरे पर गंभीर घाव हैं। आंख के ऊपर का बड़ा हिस्सा निकला है। बेहतर उपचार के लिए उसे सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया। एसटीएच के पीआरओ आलोक उप्रेती ने बताया कि आरव खतरे से बाहर है। सर्जन डा. संजीव प्रकाश आरव का उपचार कर रहे हैं।

पड़ोस के घर से देखती रह गई मुंहबोली बुआ

प्रत्यक्षदर्शी रानी बराबर के घर में रहती है। मुंहबोली बुआ लगने वाली रानी ने बताया कि आरव की मां आंगन में बर्तन धो रही थीं। आरव घर के अंदर जाने के लिए सीढ़ी चढ़ रहा था। वह उसे देखी थी।

यह भी पढ़ें- अब मुकदमा दर्ज करने से नहीं बच पाएगी पुलिस, इस लिंक से ऑनलाइन कीजिए किसी भी अपराध पर एफआइआर

अचानक झपट्टा मारकर गुलदार आरव को उठाकर नीचे खेद की तरफ कूद गया। यह इतनी तेजी से हुआ कि रानी कुछ समझ नहीं पाई। बाद में सभी ने शोर कर गुलदार के पीछे दौड़े। घटना से क्षेत्र में दहशत है।

हमलावर गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है। घायल आरव के उपचार के लिए 30 हजार रुपये की शुरुआती सहायता दी है। एसडीओ व रेंजर को पीड़ित परिवार के साथ हल्द्वानी भेजा है। हम सभी आरव के स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। - आरसी कांडपाल, डीएफओ, चंपावत

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।