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टनकपुर चंपावत हाईवे पर दर्जनों स्थानों पर गिरा मलबा, फंसे यात्रियों को प्रशासन ने रैनबसेरे ठहराया

Champawat Weather Update उत्तराखंड में लगातार बारिश से आफत मची हुई है। चंपावत जिले में तीन से लगातार हो रही वर्षा के कारण टनकपुर चंपावत हाईवे सहित 18 ग्रामीण सड़कें बंद हो गई हैं। एनएच-09 टनकपुर से घाट के बीच कई स्थानों पर बंद है।

By Jagran NewsEdited By: Skand ShuklaUpdated: Sun, 09 Oct 2022 09:34 AM (IST)
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टनकपुर चंपावत हाईवे पर दर्जनों स्थानों पर गिरा मलबा, सड़क पूरी तरह खुलने तक वाहनों की एंट्री पर रोक
चंपावत, जागरण संवाददात : Champawat Weather Update : उत्तराखंड में लगातार बारिश से आफत मची हुई है। चंपावत जिले में तीन से लगातार हो रही वर्षा के कारण टनकपुर चंपावत हाईवे सहित 18 ग्रामीण सड़कें बंद हो गई हैं। एनएच-09 (चंपावत-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग ) टनकपुर से घाट के बीच कई स्थानों पर बंद है।

शनिवार की रात से वर्षा का सिलसिला और तेज हो गया। मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में बड़े पैमाने पर जल भराव होने से जन जीवन पटरी से उतर गया है। कई ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सुरक्षा कारणों से टनकपुर से चंपावत के लिए वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी गई है। मार्ग पूरी तरह खुलने के बाद ही वाहनों की आवाजाही शुरू की जाएगी।

एनएच को खोलने के लिए कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है। लेकिन लगातार हो रही वर्षा के कारण मलबा हटाने में दिक्कत आ रही है। विभिन्न स्थानों में दो दर्जन से अधिक लोडर मशीनें मलबा हटा रही हैं। शनिवार की रात में भी मलबा हटाने का काम किया गया।

एनएच पर फंसे यात्रियों के ठहरने व खाने की व्यवस्था जिला प्रशासन ने टनकपुर स्टेडियम व चंपावत नगर पालिका के रैनबसेरे में की है। जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी खुद एनएच खोले जाने के कार्य की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने सभी निर्माण एजेंसियों को स्वयं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बन्द सड़कों को तत्काल खोले जाने के निर्देश दिए हैं।

आपदा की जद में आए भवनों को खाली करवाने के निर्देश

जिलाधिकारी ने राजस्व, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज आदि विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने क्षेत्र में बने रहने तथा आपदा की जद में आए आवासीय भवनों को शीघ्र खाली करवा कर वहां रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने को कहा है।

सभी खंड विकास अधिकारियों को क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से लगातार संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी ग्राम प्रधानों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि क्षेत्र में किसी भी प्रकार की प्राकृतिक घटना होने पर तत्काल स्थानीय प्रशासन व आपदा कंट्रोल रूम को अवगत कराएं।

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