डेंगू ने पुलिस महकमे को भी लिए अपने गिरफ्त में, 102 पुलिसकर्मी हैं बीमार
मौजूदा समय में 102 पुलिसकर्मी डेंगू से पीड़ित हैं। अकेले ऋषिकेश में ही 24 पुलिसकर्मी डेंगू से पीड़ित हैं। इसे देखते हुए एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को सेहत के प्रति सतर्क रहने को कहा
By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 17 Sep 2019 09:25 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। पुलिस महकमे को भी डेंगू ने गिरफ्त में ले लिया है। मौजूदा समय में 102 पुलिसकर्मी डेंगू से पीड़ित हैं। इसे देखते हुए एसएसपी ने पुलिसकर्मियों को सेहत के प्रति सतर्क रहने को कहा और उनकी हरसंभव मदद के लिए सीओ सिटी को नोडल अधिकारी नामित कर दिया है। अकेले ऋषिकेश में ही 24 पुलिसकर्मी डेंगू बुखार से पीड़ित हैं।
बता दें, बीती 21 अगस्त को नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग ने रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन में कैंप लगाकर पुलिस कर्मियों के सेहत की जांच की थी। तब यहां 17 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई थी। इसके बाद यहां के आवासीय भवनों का सर्वे किया तो कूलर आदि में डेंगू मच्छर के लार्वा मिले थे। यहां रह रहे पुलिस कर्मियों को कूलर को बिना पानी भरे ही इस्तेमाल करने, परिसर में रुके पानी और कूलरों की सफाई का ध्यान रखने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन इसके बाद भी डेंगू पीड़ित पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ती ही गई। एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि डेंगू से इस समय 102 पुलिस कर्मी पीड़ित हैं। यह स्थित बेहद चिंताजनक है और बीमार पुलिस कर्मियों तक हरसंभव मदद पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। सोमवार को जिले के कई थानों और चौकियों व वहां के आवासीय परिसरों में फागिंग कराई गई। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
इसलिए बीमार पड़ रहे हैं पुलिसकर्मी
- डेंगू मच्छर दिन के समय काटते हैं और थानों से लेकर ट्रैफिक तक की ड्यूटी दिन में ही होती है।
- गरमी के मौसम में पुलिसकर्मी आधी बांह की वर्दी पहनते हैं, जिससे हाथों में मच्छर के काटने की पूरी आशंका रहती है।
- अधिकांश पुलिसकर्मियों पर काम का अत्यधिक बोझ है, जिसकी वजह से न तो उनकी दिनचर्या नियमित होती है और न ही खानपान। इससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी असर पड़ता है।
- कई थानों-चौकियों में सीज और चालान किए गए वाहन बड़ी संख्या में खड़े किए गए हैं, बारिश के समय इन गाड़ियों में डेंगू के मच्छर पनपने की पूरी संभावना रहती है।
एसएसपी अरुण मोहन जोशी का कहना है कि डेंगू बुखार से पीड़ित पुलिसकर्मियों तक हरसंभव मदद पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। थाने-चौकियों और उसके आसपास के इलाकों में डेंगू मच्छर के खात्मे के लिए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग को भी पत्र भेजा गया है।यह भी पढ़ें: आखिरकार टूटी सरकार की नींद, डेंगू की जांच को फीस तय
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