उत्तराखंड के Asan Wetland में 12 प्रजाति के नए परिंदों ने डाला डेरा, अब पर्यटक कर सकेंगे 2500 प्रजातियों का दीदार
Asan Wetland उत्तराखंड के आसन वेटलैंड में 12 नई प्रजातियों के परिंदों ने डेरा डाला है जिससे अब यहां पर्यटक 2500 से अधिक पक्षियों को देख सकते हैं। इनमें विदेशी रेड क्रेस्टेड पोचार्ड के अलावा स्थानीय प्रजातियों के इंडियन स्पाट बिल्ड डक टफ्ड डक लिटिल ग्रेब ग्रेट क्रेस्टेड पोचार्ड ग्रेट कारमोरेंट लिटिल कारमोरेंट इंडियन कारमोरेंट ग्रे हेरोन पर्पल हेरोन ग्रेट क्रेस्टेड ग्रेब और पर्पल स्मैंपहेन शामिल हैं।
जागरण संवाददाता, विकासनगर। Asan Wetland: देश के पहले कंजर्वेशन रिजर्व एवं उत्तराखंड की पहली रामसर साइट आसन वेटलैंड में बुधवार को 12 प्रजातियों के नए परिंदों ने डेरा डाल दिया है। अब आसन रामसर साइट में 25 प्रजातियों के परिंदे प्रवास पर पहुंच चुके हैं।
इनकी संख्या बढ़कर करीब 2500 हो गई है। बुधवार को आए परिंदों में विदेशी रेड क्रेस्टेड पोचार्ड के अलावा स्थानीय प्रजातियों के इंडियन स्पाट बिल्ड डक, टफ्ड डक, लिटिल ग्रेब, ग्रेट क्रेस्टेड पोचार्ड, ग्रेट कारमोरेंट, लिटिल कारमोरेंट, इंडियन कारमोरेंट, ग्रे हेरोन, पर्पल हेरोन, ग्रेट क्रेस्टेड ग्रेब व पर्पल स्मैंपहेन शामिल हैं।
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पक्षी प्रेमी व पर्यटक भी उमड़ रहे आसन वेटलैंड
आसन रामसर साइट में वर्तमान में रेड नेप्ड आइबीज, ग्रे लेग गूज, कामन पोचार्ड, नार्दन शावलर, फेरीजिनस पोचार्ड, रूडी शेलडक (सुर्खाब), कामन कूट, गैडवाल, इरोशियन विजन, टफ्टड डक व दुर्लभ प्रजाति के पलास फिश ईगल समेत 25 प्रजातियों के परिंदे प्रवास पर पहुंच चुके हैं। परिंदों की संख्या बढ़ने से उनके दीदार को पक्षी प्रेमी व पर्यटक भी आसन वेटलैंड उमड़ रहे हैं।
आसन रामसर साइट में प्रवास पर पहुंची पर्पल स्वैम्पहेन प्रजाति के परिंदे। साभार वन दारोगा
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।दिन-रात गश्त कर रही है वन कर्मियों की तीन टीम
चकराता वन प्रभाग के डीएफओ अभिमन्यु के निर्देश पर वन कर्मियों की तीन टीम दिन-रात गश्त कर रही है। पक्षी प्रेमी दो बर्ड वाचर टावर से प्रवासी परिंदों को कैमरे में कैद करते दिखाई दे रहे हैं। वहीं, इस संबंध में रेंजर अनिल भट्ट व आसन रेंज के वन दारोगा प्रदीप सक्सेना ने बताया कि ठंड बढ़ने के साथ ही आसन रामसर साइट में 25 प्रजातियों के परिंदे प्रवास पर पहुंच चुके हैं। यह भी पढ़ें- देश में पहली बार साल की नर्सरी तैयार, Delhi-Dehradun Expressway के लिए काटे गए 11 हजार पेड़ों की कमी होगी पूरीआसन वेटलैंड में परिंदे भी बनते हैं उत्तराखंड के मेहमान
रूडी शेलडक (सुर्खाब), नार्दन शावलर, गैडवाल, यूरेशियन विजन, राक पिजन, यूरेशियन, बार हेडेड गूज, मलार्ड, नार्दन पिनटेल्स, ग्रीन बिंग टेल, कामन पोचार्ड, फेरीजिनस डक, टफ्टड डक, यूरेशियन मोरहेन, यूरेशियन कूट, ग्रे हेडेड स्पामहेन, व्हाइट ब्रेस्टेड लैपविंग, कामन सेंडपाइपर, कामन ग्रीन, पलास फिश ईगल, एशियन वूली नेक्टड, ग्रेट इग्रेट, इंडियन पांड हेरोन, स्टार्क बिल्ड किंगफिशर, व्हाइट थ्रोटेड किंगफिशर, पाइड किंगफिशर, प्लमबियस, व्हाइट कैप्टड, व्हाइट ब्राउड, व्हाइट वेगटेल, पाडीफील्ड पिपिट प्रजातियों के परिंदे भी आसन रामसर साइट में उत्तराखंड के मेहमान बनते हैं।आसन वेटलैंड में कब कितने परिंदे आए
- वर्ष-प्रजाति-परिंदे
- 2015-48-5,796
- 2016-84-5,635
- 2017-60-4,569
- 2018-61- 6,008
- 2019-69-6,170
- 2020-50-4,466
- 2021-55-4,497
- 2022-49-5680
- 2023-42-4642
- 2024-141-5,230