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देहरादून में सात अस्पतालों में 1270 बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित

कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ अस्पतालों की व्यवस्था भी हांफने लगी हैं। इस स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने सात निजी अस्पतालों में 70 फीसद बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 24 Apr 2021 09:26 AM (IST)
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दून अस्पताल की इमरजेंसी के बाहर खड़ी एम्बुलेंस और परेशान खड़े मरीज।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ अस्पतालों की व्यवस्था भी हांफने लगी हैं। अस्पतालों में मरीजों को आसानी से बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं और उन्हें इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। इस स्थिति को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने सात निजी अस्पतालों में 70 फीसद बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। नई व्यवस्था के तहत अब कोविड मरीजों के लिए 1270 बेड (ऑक्सीजन व आइसीयू) उपलब्ध रहेंगे। पहले आरक्षित बेड की संख्या 721 थी।

जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक संक्रमण बढ़ने के साथ मरीजों की जान बचाना ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है। अभी सात अस्पतालों में यह व्यवस्था लागू की गई है। प्रयास किए जा रहे हैं कि अन्य सक्षम अस्पतालों में भी इस तरह की व्यवस्था लागू की जाएगी। यदि किसी अस्पताल में आरक्षण नई व्यवस्था से पूर्व ही अधिक बेड हैं तो आरक्षित बेड की संख्या पहले की तरह मानी जाएगी। उसे कम नहीं किया जा सकेगा। बेड आरक्षित करने का नियम ऑक्सीजन बेड के साथ ही आइसीयू बेड पर भी लागू होगा।

इस तरह आरक्षित रहेंगे बेड

  • ऑक्सीजन बेड
  • अस्पताल, कुल, पूर्व में, आरक्षण के बाद
  • श्री महंत इंदिरेश, 330, 169, 231
  • हिमालयन अस्पताल, 525, 175, 368
  • सीएमआइ, 100, 44, 70
  • मैक्स, 145, 99, 102
  • सिनर्जी, 140, 45, 98
  • अरिहंत, 49, 29, 34
  • वेलमेड, 27, 24, 24
  • कुल, 1316, 585, 927
  • आइसीयू बेड 
  • श्री महंत इंदिरेश, 80, 33, 56
  • हिमालयन अस्पताल, 70, 25, 49
  • सीएमआइ, 16, 09, 11
  • मैक्स, 74, 35, 52
  • सिनर्जी, 54, 09, 38
  • अरिहंत, 19, 11, 14
  • वेलमेड, 33, 14, 23
  • कुल, 346, 136, 243
ऑक्सीजन प्रबंधन की जिम्मेदारी एसडीएम प्रेमलाल को

कोरोना मरीजों के उपचार के लिए ऑक्सीजन की मांग लगातार बढ़ रही है। वहीं, कई दफा ऑक्सीजन की कमी की बात भी सामने आ रही है। ऑक्सीजन की आपूर्ति मांग के अनुरूप अस्पतालों में होती रहे, इसके लिए जिलाधिकारी ने ऑक्सीजन प्रबंधन को प्रभारी अधिकारी की तैनाती की है। ऑक्सीजन प्रबंधन का जिम्मा एसडीएम (मुख्यालय) प्रेमलाल को सौंपा गया है। इसके अलावा नोडल अधिकारी के रूप में जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक शिखर सक्सेना व सह नोडल अधिकारी जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी को नियुक्त किया गया है। 

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