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CoronaVirus: उत्तराखंड में अब तक जांच को भेजे 206 सैंपल, 175 रिपोर्ट आई निगेटिव

प्रदेश में अब तक 206 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जिनमें चार में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जबकि 175 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 27 सैंपल की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Tue, 24 Mar 2020 02:14 PM (IST)
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CoronaVirus: उत्तराखंड में अब तक जांच को भेजे 206 सैंपल, 175 रिपोर्ट आई निगेटिव
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तक जहां चार लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है, वहीं संदिग्ध मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोमवार को प्रदेशभर से 56 और सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती के अनुसार प्रदेश में अब तक 206 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जिनमें चार में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जबकि 175 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 27 सैंपल की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। सोमवार को 56 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जिनमें देहरादून से 31, हरिद्वार से 06, नैनीताल से 13, ऊधमसिंहनगर से चार और बागेश्वर व उत्तरकाशी से एक-एक सैंपल लिया गया है।

लगातार बढ़ रहे संदिग्ध मामले

प्रदेशभर में कई और संदिग्ध सामने आए हैं। श्रीनगर में नागपुर से लौटे एनआइटी के एक शिक्षक को होम क्वारंटाइन किया गया है। जबकि नोएडा से लौटी एक युवती बेस अस्पताल में भर्ती हुई। जनपद रुद्रप्रयाग में विदेश से लौटे 22 लोगों को गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस में क्वारंटाइन किया गया। 

जनपद उत्तरकाशी से एक संदिग्ध पर्यटक एम्स ऋषिकेश में भेजा गया है। वहीं सहिया में ओमान व लंदन से लौटे युवकों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। इधर, रुड़की में विदेश व अन्य प्रभावित राज्यों से लौटे छह लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया। जबकि शिकागो से लौटे एक दंपती को होम क्वारंटाइन किया गया है। 

अल्मोड़ा के कसारदेवी में रुके 51 इजराइली नागरिकों को दूतावास की अनुमति के बाद वापस लौटाया गया। इसके अलावा हल्द्वानी में ताईवान व ऑस्ट्रेलिया के दो नागरिकों को क्वारंटाइन किया गया। वहीं काशीपुर में विदेश से लौटे पांच लोगों के घर के बाहर नोटिस चस्पा किया गया। नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल से इजराइल व बेल्जियम के दो नागरिक लापता हो गए थे।

आइआइटी रुड़की में छह और क्वारंटाइन 

आइआइटी रुड़की में बनाए गए सेल्फ क्वारंटाइन स्पेस में छह और लोगों को क्वारंटाइन किया है। इनमें एक-एक फैकल्टी एवं स्टाफ सदस्य और चार छात्र शामिल हैं। ये सभी विदेश यात्र करके लौटे हैं। इनमें कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कोई लक्षण नहीं मिले हैं, लेकिन एहतियात के तौर पर इन्हें क्वारंटाइन किया जा रहा है। 

अब संस्थान के गेस्ट हाउस में बनाए गए सेल्फ क्वारंटाइन स्पेस में क्वारंटाइन किए जा रहे लोगों की संख्या 16 हो गई है। इनमें दो-दो फैकल्टी एवं स्टाफ सदस्य और 12 छात्र शामिल हैं। उधर, सांस लेने में तकलीफ की शिकायत पर मसूरी निवासी एक महिला को एंबुलेंस से दून चिकित्सालय भेजा गया। जिसे कुछ दिनों से सर्दी-खांसी की शिकायत थी।

दुबई से लौटे युवकों को भर्ती करने का दबाव, हंगामा

कोरोना वायरस तेजी से पैर पसारता जा रहा है। साथ ही लोगों में इसका खौफ भी बढ़ रहा है। इसका एक उदाहरण दून के कोरोनेशन अस्पताल में देखने को मिला। जहां विदेश से लौटे दो युवकों को उनके परिजन अस्पताल में भर्ती कराने पर अड़ गए। जबकि उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं थे।

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अस्पताल पहुंचे इन लोगों ने बताया कि युवक हाल ही में दुबई से लौटे हैं। वह डॉक्टरों पर इन्हें अस्पताल में भर्ती करने का दबाव बनाने लगे। चिकित्सकों ने युवकों में कोई लक्षण नहीं होने पर उन्हें 14 दिन आइसोलेशन में रहने की सलाह दी। जिस पर परिजन हंगामा करने लगे। वह बार-बार यही कहते रहे कि युवकों को भर्ती करो। कोरोना संदिग्धों का इलाज कर रहे वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एनएस बिष्ट ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया। उन्हें 14 दिन होम क्वारंटाइन की सलाह दी गई है।

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