2000 Rupees Note: तीन-चार सौ के कपड़े खरीदने को 2000 का नोट लेकर पहुंच रहे, सर्राफा बाजार में लेनदेन सामान्य
2000 Rupees Note रेडीमेड गारमेंट की दुकानों पर खरीदारी को पहुंच रहे अधिकांश लोग लेनेदेन में दो हजार रुपये थमा रहे हैं। बीते सप्ताह जहां दिन में 50 ग्राहकों में से चार से पांच लोग दो हजार रुपये देते थे यह संख्या अब 12 से 13 तक हो गई है।
By Jagran NewsEdited By: Nirmala BohraUpdated: Tue, 23 May 2023 12:39 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: 2000 Rupees Note: दो हजार के नोट के चलन पर समय सीमा तय होने के बाद रेडीमेड गारमेंट की दुकानों पर खरीदारी को पहुंच रहे अधिकांश लोग लेनेदेन में दो हजार रुपये थमा रहे हैं। तीन-चार सौ रुपये के कपड़े खरीदने वाले भी दुकानदारों को दो हजार का नोट दे रहे हैं।
शहर में रेडीमेड गारमेंट की तकरीबन 1500 दुकानें हैं। इनमें से अकेले पलटन बाजार की बात करें तो यहां 400 दुकानें हैं। इन दुकानों में इन दिनों दो हजार रुपये का नोट लेकर लोग खरीदारी को पहुंच रहे हैं।
दून वैली उद्योग व्यापार मंडल के महासचिव पंकज दीदान का कहना है कि रेडीमेड गारमेंट में बीते तीन चार दिनों से ग्राहक गुलाबी नोट अधिक लेकर आ रहे हैं। जिनको कपड़ों की जरूरत है वे तो लेंगे हीं, लेकिन कई दोस्तों व रिश्तेदारों को साथ लाकर कपड़े खरीद रहे हैं। बीते सप्ताह जहां दिन में 50 ग्राहकों में से चार से पांच लोग दो हजार रुपये देते थे, यह संख्या अब 12 से 13 तक हो गई है।
सर्राफा बाजार में लेनदेन सामान्य
दो हजार के नोट पर आरबीआइ के फैसले के बाद सर्राफा कारोबारियों को उम्मीद थी कि मांग बढ़ेगी व दो हजार रुपये लेकर ग्राहक पहुंचेंगे, लेकिन दून में ऐसा अभी तक नहीं दिख रहा है। स्थिति ये है कि 50 हजार रुपये की ज्वेलरी खरीदने वाले ग्राहक भुगतान के दौरान दो हजार के दो से तीन नोट, जबकि बाकि पांच-पांच सौ के नोट ही दे रहे हैं। कारोबारियों का कहना है कि नियम सरल होने के कारण लोग बैंकों का ही रुख कर रहे हैं।
सर्राफा मंडल के अध्यक्ष सुनील मेसोन के मुताबिक, देहरादून जिले में एक हजार, जबकि शहर में 500 ज्वेलरी की दुकानें हैं। उम्मीद थी कि लोग अधिक संख्या में दो हजार का नोट खपाने के लिए ज्वेलरी खरीदेंगे, लेकिन दिनभर में यदि 100 ग्राहक आ रहे हैं तो इनमें से कि 50 से 60 हजार की खरीदारी करने वाले दो हजार के दो से तीन ही नोट दे रहे हैं। यह सामान्य दिनों में भी चलता था।
युवा सर्राफा मंडल के सचिव गौरव रस्तोगी का कहना है कि कई महीनों से दो हजार का नोट ज्यादा चलन में नहीं है। इसके अलावा बैंक में इन नोट को जमा करने के लिए वक्त काफी है। इसलिए भी लोग बैंक में नोट जमा करना बेहतर मान रहे हैं।
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