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उत्तराखंड: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इन विकास कार्यों को 240 करोड़ किए स्वीकृत, जानिए

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न विकास कार्यों के लिए 240.43 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को सिंचाई विभाग के अंतर्गत कपकोट में सरयू नदी के उद्गम स्थल और हनुमान मंदिर के निकट घाट निर्माण के लिए 1.98 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Thu, 25 Mar 2021 12:15 PM (IST)
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मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इन विकास कार्यों को 240 करोड़ किए स्वीकृत।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश के विभिन्न विकास कार्यों के लिए 240.43 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को सिंचाई विभाग के अंतर्गत कपकोट में सरयू नदी के उद्गम स्थल और हनुमान मंदिर के निकट घाट निर्माण के लिए 1.98 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की। उन्होंने तहसील सदर देहरादून में आवासीय व कार्यलय भवन के निर्माण को 22.77 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।

मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत वेतन-भत्तों के लिए 60.30 करोड़, स्वास्थ्य विभाग को 15 करोड़ के पुनर्विनियोग, राजकीय सामुदायिक केंद्र साहिया के लिए 61 लाख और राजकीय मेडिकल कालेज में बर्न यूनिट की स्थापना को 17.58 लाख के कार्यों को स्वीकृति दी। लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत मुख्यमंत्री ने विधानसभा बदरीनाथ में अलकनंदा नदी पर मोटर पुल के निर्माण को 16.80 लाख और अन्य चालू निर्माण कार्यों के लिए 100 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।

उन्होंने मेगा इंडस्ट्रीयल एवं टेक्सटाइल पालिसी के अंतर्गत अनुदान के लिए 6.65 करोड़ एवं चीनी क्रय के भुगतान को अतिरिक्त 50 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। इसके अलावा गैरसैंण में विधानसभा भवन निर्माण एवं साज सज्जा के लिए 2.60 करोड़, कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत 1.66 करोड़, राजकीय आदर्श विद्यालयों में प्रयोगशाला के निर्माण को 1.31 करोड़, राजकीय नारी निकेतन एवं बाल गृह के निर्माण को 55 लाख, राज्य सेक्टर योजना के अंतर्गत लीसा के लिए 9.53 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। 

नारायणकोटि मंदिर का किया विरासत योजना में अंगीकरण

रुद्रप्रयाग स्थित नारायणकोटि मंदिर को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की विरासत अंगीकरण परियोजना में शामिल किया गया है। इसके तहत मंदिर परिसर में मूलभूत एवं आवश्यक सुविधाओं में पथ का निर्माण, पथ प्रकाश के लिए लैंप, कूड़ा निस्तारण, पेयजल, पार्किंग, बैंच, प्रवेश द्वार, चाहरदीवारी निर्माण कार्य समयबद्ध ढंग से किए जाएंगे। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उक्त मंदिर का अंगीकरण एसएलआरई (सोशल लीगल रिसर्च एंड एजुकेशन) फाउंडेशन करेगा। इस संबंध में उक्त फाउंडेशन के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। 

इसका प्रारूप तैयार किया गया है। इसमें केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय प्रथम पक्षकार, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वितीय पक्षकार और संस्कृति महानिदेशक उत्तराखंड तृतीय पक्षकार होंगे।उन्होंने बताया कि विरासत के अंगीकरण परियोजना के तहत प्रथम दृष्ट्या राज्य के महत्वपूर्ण विरासत स्थलों गरतांगगली-नीलांगवैली, पिथौरागढ़ किला, चांयशीलबगांण क्षेत्र, चौरासी कुटिया, सती घाट, नारायणकोटि मंदिर का चयन किया गया था। सातवें फेज में विशेषज्ञ समिति ने नारायणकोटि मंदिर का चयन किया है। 

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