Arogya Setu App क्यों है जरूरी और कैसे बचाता है आपको कोरोना के खतरे से; इस खबर में पढ़ें
राज्य में अब तक दो लाख 72 हजार से अधिक लोगों ने आरोग्य सेतु मोबाइल एप को डाउनलोड कर लिया है।
By Edited By: Updated: Sat, 18 Apr 2020 09:57 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस को लेकर उत्तराखंड में बढ़ रही जागरूकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में अब तक दो लाख 72 हजार से अधिक लोगों ने आरोग्य सेतु मोबाइल एप को डाउनलोड कर लिया है। राज्य में हर दिन दो से तीन हजार लोग इस एप्लिकेशन को डाउनलोड कर रहे हैं। ये एप आपको कोरोना वायरस के खतरे से बचाता है।
कोरोना संक्रमण के खतरे से कदम-कदम पर आगाह करने और हॉटस्पॉट क्षेत्र से दूरी बनाए रखने में यह एप सावधान कर देता है। वहीं, संक्रमण की स्थिति में इस एप के जरिये फौरी तौर पर मदद भी ली जा सकती है। केंद्र और राज्य सरकार का प्रयास है कि इस एप को अगर हर स्मार्ट फोन यूजर डाउनलोड कर ले तो कोरोना के सामुदायिक फैलाव की स्थिति बनने से रोका जा सकता है। साइबर एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकात ने बताया कि उत्तराखंड में शुक्रवार शाम तक करीब दो लाख 72 हजार 641 लोगों ने आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड कर लिया था।
43 फीसदी से अधिक ने लिंक से किया डाउनलोड सरकारी विभागों और पुलिस की ओर से लोगों को लिंक भेज कर आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने की अपील का खासा असर हुआ। अंकुर चंद्रकात ने बताया कि 43 से 47 प्रतिशत लोगों ने लिंक के जरिए एप को डाउनलोड किया, जबकि बाकी ने प्ले स्टोर से एप को लिया।
ऐसे खतरे से बचाता है एप आरोग्य सेतु एप को गूगल प्ले स्टोर और आइओएस दोनों पर डाउनलोड किया जा सकता है। एप डाउनलोड करते ही अपने मोबाइल के ब्लूटूथ और जीपीएस ऑन करते ही यह एप सक्रिय होकर आपके आसपास कोरोना संक्रमित व्यक्ति के बारे में जानकारी देगा। एप हरे और पीले रंग के कोडों में जोखिम के स्तर को दिखाता है। साथ ही सुझाव देता है, कि आपको क्या करना चाहिये। अगर आपको ग्रीन में दिखाया जाता है तो मतलब आप सुरक्षित हैं। अगर पीले रंग में दिखाए तो समझिए कि आप जोखिम में हैं। इस दशा में तत्काल अपने हेल्पलाइन नंबर से संपर्क करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: coronavirus से जंग में ढाल बनेगा कोरोना ओवन, वायरस को सतह से इंसान तक नहीं पहुंचने देगाराज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी रिधिम अग्रवाल ने बताया कि आरोग्य सेतु एप सभी को डाउनलोड करना चाहिए। इसके लिए सरकार की ओर से लगातार अपील की जा रही है। इससे संक्रमित क्षेत्र में जाने पर सजग किया जाता है। ताकि व्यक्ति ऐसे इलाके से दूर रहे, जहा कोरोना के मरीज मिले हैं।
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