विजय हजारे ट्रॉफी के ट्रायल में 30 खिलाड़ी बाहर, खेल मंत्री ने किया विरोध
बीसीसीआइ से आए तीन सेलेक्टरों की टीम ने 105 खिलाड़ियों को प्रदर्शन व फिटनेस के आधार पर अगले चरण के लिए चुना। वहीं चयन प्रक्रिया के तरीकों का खेल मंत्री ने कड़ा विरोध किया।
By BhanuEdited By: Updated: Wed, 29 Aug 2018 10:51 AM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: विजय हजारे ट्रॉफी के लिए उत्तराखंड टीम के चयन के लिए चल रही ट्रायल प्रक्रिया में पहले दिन 30 खिलाड़ियों को मैदान छोड़ना पड़ा। बीसीसीआइ से आए तीन सेलेक्टरों की टीम ने 105 खिलाड़ियों को प्रदर्शन व फिटनेस के आधार पर अगले चरण के लिए चुना।
गुनियाल गांव स्थित अभिमन्यु क्रिकेट ऐकेडमी में चल रहे ट्रायल में बीसीसीआइ से आए सेलेक्टरों ने सभी पंजीकृत खिलाड़ियों का ट्रायल लेकर उनकी परफॉरमेंस का आकलन स्किल व फिटनेस के आधार पर किया। तीन चरणों में खिलाड़ियों का ट्रायल पूरा किया गया। इस दौरान खिलाड़ियों को प्रदर्शन के आधार पर अंक दिए गए। अंकों के बेस पर उन्हें अगले ट्रायल में जगह दी गई है। सूत्रों के मुताबिक पहले दिन के ट्रायल में 30 खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया है। ट्रायल प्रक्रिया में बीसीसीआइ से कृष्ण मोहन, सुरू नायक और कल्याण कृष्णा मौजूद रहे। वहीं गेस्ट खिलाड़ी रजत भाटिया भी ट्रायल प्रक्रिया से जुड़ गए हैं, हालांकि उन्होंने मीडिया से दूरी बनाए रखी।
ओपनिंग जोड़ी पर टिकी है सेलेक्टर की निगाहें
ट्रायल में शामिल हुए खिलाड़ियों में 25 टॉप आर्डर बल्लेबाज, छह मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज, 23 बैटिंग ऑलराउंडर, 11 बॉलिंग ऑलराउंडर, सात विकेटकीपर बल्लेबाज, छह टॉप आर्डर विकेटकीपर बल्लेबाज, आठ स्पिनर और 19 तेज गेंदबाजों ने हिस्सा लिया।
किसी भी टीम की कमान ओपनिंग बल्लेबाजों पर निर्भर रहती है। इसी को देखते हुए बीसीसीआइ के सेलेक्टर ओपनिंग जोड़ी पर विशेष ध्यान दे रहे है। फिटनेस बनी बाहर होने का मुख्य कारण ट्रायल के दौरान जिन तीस खिलाड़ियों को बाहर किया गया, उनमें से ज्यादातर की फिटनेस सही नहीं थी।
सूत्रों की मानें तो बीसीसीआइ के सेलेक्टर फिटनेस पर विशेष ध्यान दे रहे हैं और वह इसके साथ किसी भी तरह का समझौता करने को तैयार नहीं हैं। चुने जाएंगे 45 खिलाड़ी
विजय हजारे ट्राफी की टीम के लिए कुल 45 खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा। जिसके बाद सभी खिलाड़ियों की टीमें बनाकर अभिमन्यु ऐकेडमी के मैदान पर मैच खेले जाएंगे। मैच में प्रदर्शन के आधार पर 25 खिलाड़ियों का चयन होगा। जिन्हें सात से 17 सितंबर तक चलने वाले कैंप में शामिल किया जाएगा। उसके बाद मजबूत टीम को टूर्नामेंट के लिए गुजरात भेजा जाएगा। विशेष अनुरोध पर सात खिलाड़ियों की एंट्री
सात खिलाड़ियों को विशेष अनुरोध पर ट्रायल में शामिल किया गया है। सूत्रों के अनुसार, कुछ खिलाड़ियों ने उच्च स्तर पर अनुरोध कर ट्रायल में जगह बनाई है। इनमें से कुछ खिलाड़ी उत्तराखंड के जन्में हैं, लेकिन राज्य से खेले नहीं हैं। जबकि एक खिलाड़ी दूसरे राज्य का है और उत्तराखंड में तीन साल के नौकरी कर रहा है।बीसीसीआइ की चयन प्रक्रिया का विरोध करता हूं: खेल मंत्री
उत्तराखंड के खेल मंत्री अरविंद पांडे ने बीसीसीआइ द्वारा विजय हजारे ट्रॉफी के लिए अपनाई गई चयन प्रक्रिया का विरोध किया। उन्होंने कहा कि अगर बीसीसीआई प्रदेश के खिलाड़ियों में भेदभाव करती है तो इसका विरोध किया जाएगा। राज्य में क्रिकेट के विकास के लिए बीसीसीआइ को हर संभव सहयोग दिया जाएगा लेकिन खिलाड़ियों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड टीम पहली बार बोर्ड से संबद्ध टूर्नामेंट खेलने जा रही है। ऐसे में बीसीसीआइ को प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए ओपन ट्रॉयल आयोजित कराना चाहिए था। जिससे राज्य के हर खिलाड़ी को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिले।
खेल मंत्री ने कहा कि हमने पूरे राज्य के खिलाड़ियों के हित के लिए बीसीसीआइ से मान्यता के लिए प्रयास किया था। पहाड़ी क्षेत्रों में भी बेहतर क्रिकेट प्रतिभाएं छिपी हुई है अगर ओपन ट्रायल होता तो उन्हें भी अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिलता। उन्होंने प्रदेश के खिलाड़ियों को आश्वस्त किया है कि वह उनके साथ हैं और प्रतिभावान खिलाड़ियों के साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने देंगे।
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