डीएवी महाविद्यालय के खाते से क्लोन चेक के जरिये निकाले 39 लाख Dehradun News
जालसाजों ने चेक का क्लोन बनाकर डीएवी महाविद्यालय के खाते से 39 लाख रुपये निकाल लिए। यह धनराशि इंडियन बैंक में दुर्गा ट्रेडर्स नाम के खाते में ट्रांसफर की गई है।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Fri, 29 May 2020 01:44 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। जालसाजों ने चेक का क्लोन बनाकर डीएवी महाविद्यालय के खाते से 39 लाख रुपये निकाल लिए। यह धनराशि इंडियन बैंक में दुर्गा ट्रेडर्स नाम के खाते में ट्रांसफर की गई है। महाविद्यालय प्रबंधन को इसकी जानकारी तब हुई, जब कलकत्ता में एक और क्लोन चेक लगाया गया। दोनों ही मामलों में डालनवाला थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की मानें तो घटना के तार झारखंड और पश्चिम बंगाल से जुड़ते नजर आ रहे हैं।
डालनवाला थाना पुलिस के अनुसार डीएवी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना ने बताया कि कॉलेज परिसर में ही स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में महाविद्यालय का खाता है। बीती 27 मई को कोलकाता में बंसबेरिया शहर के त्रिबेनी स्थित आइसीआइसीआइ बैंक की शाखा से वहां के मैनेजर मृत्युंजय पाल का फोन आया कि महाविद्यालय के खाते से 24.60 लाख रुपये के भुगतान को एक चेक लगाया गया है। चेक का भुगतान इमरान खान नाम के व्यक्ति को होना दर्शाया गया था। प्राचार्य ने तत्काल इस बारे में महाविद्यालय के अकाउंटेंट पवन मलिक से बात की। उन्होंने ऐसा कोई भी चेक जारी होने से इन्कार कर दिया। इसपर प्राचार्य ने बैंक को चेक का भुगतान करने से रोक दिया। इसके बाद उन्होंने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया पहुंचकर खाते की जांच कराई तो पता चला कि उक्त खाते से 12 मई, 16 मई और 22 मई को तीन चेकों के माध्यम से 39 रुपये निकाले गए हैं। इस दरमियान महाविद्यालय की ओर से कोई भी चेक जारी नहीं किया गया था।
प्राचार्य ने बताया कि जिन चेक के आधार पर भुगतान किया गया, वह तीनों चेक महाविद्यालय के अकाउंट विभाग में मौजूद हैं। महाविद्यालय की ओर से ये चेक किसी व्यक्ति या फर्म को जारी नहीं किए गए हैं। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, कोलकाता में जिस चेक के जरिये 24.60 लाख रुपये निकालने की कोशिश की गई। ऐसा भी कोई चेक महाविद्यालय की ओर से किसी को जारी नहीं किया गया है। यह चेक भी कॉलेज के अकाउंट विभाग में मौजूद है। इस मामले में इमरान खान नाम के शख्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
खाते को किया गया सीज सीओ डालनवाला विवेक कुमार के मुताबिक, महाविद्यालय के खाते को सीज करा दिया गया है। साथ ही खाते से ट्रांसफर की गई रकम को होल्ड करवा दिया गया है। यह पैसे झारखंड या पश्चिम बंगाल से निकालने की जानकारी मिल रही है। पोर्टल संचालक गिरफ्तारराज्य संपत्ति विभाग में नियुक्त वरिष्ठ सहायक से पैसे मांगने और पैसे न देने पर धमकी देने वाले पोर्टल संचालक के खिलाफ पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पर्यटन कॉलोनी निवासी अनिल कुमार यादव ने डीआइजी को दी शिकायत में बताया कि उनकी तैनाती राज्य अतिथि गृह, जौलीग्रांट में हैं।
आरोप है कि पिछले कुछ समय से पोर्टल संचालक अमित सहगल तथ्यहीन खबरें चला रहा है। उनके खिलाफ खबर चलाने की धमकी देकर पैसे की मांग कर रहा है। पैसे न देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी जा रही है। जांच सीओ सदर अनुज कुमार ने की। सीओ ने बताया कि जांच के बाद अमित सहगल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
कमेटी के नाम पर ठगे लाखों, मुकदमा दर्जनेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र अंतर्गत रेसकोर्स में कमेटी के नाम पर लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। जिसमें नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।नेहरू कॉलोनी थानाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी के अनुसार रेसकोर्स निवासी अजीत सिंह ने तहरीर देकर बताया कि दलजीत सिंह बब्बर निवासी रेसकोर्स के पास उसने मार्च 2019 से कमेटी के पैसे जमा करने शुरू किए थे। अजीत हर माह साढ़े 21 हजार रुपये जमा करते थे। इस तरह अब तक वह दलजीत सिंह को 2.58 लाख रुपये दे चुके हैं।
यह भी पढ़ें: रुड़की विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति से सवा सात लाख की ठगी के आरोपित पकड़ेइसके अलावा मार्च 2019 में दलजीत ने अजीत से पांच लाख रुपये उधार भी लिए थे, जो वापस नहीं किए। अजीत ने बताया कि आरोपित ने इंद्रजीत सिंह, हरमीत सिंह, र¨वदरपाल, जसप्रीत सिंह, नरेश कुमार, पवन सिंघल से भी लाखों रुपये लिए हैं। अब पैसे मांगने पर आरोपित उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा है। थानाध्यक्ष दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि आरोपित दलजीत सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
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