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उत्तराखंड में बर्फबारी से 63 सड़कें बाधित, अलग-थलग पड़े 360 गांव

उत्तराखंड में मंगलवार को हुए जबरदस्त हिमपात और बारिश के बाद दुश्वारियां बढ़ गई हैं। प्रदेश में करीब 360 गांव अलग-थलग पड़ गए हैं और 1069 गांव की बिजली गुल है।

By BhanuEdited By: Updated: Thu, 24 Jan 2019 09:21 AM (IST)
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उत्तराखंड में बर्फबारी से 63 सड़कें बाधित, अलग-थलग पड़े 360 गांव
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड में मंगलवार को हुए जबरदस्त हिमपात और बारिश के बाद दुश्वारियां बढ़ गई हैं। प्रदेश में करीब 360 गांव अलग-थलग पड़ गए हैं और 1069 गांव की बिजली गुल है। इतना ही नहीं गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 63 सड़कों पर आवाजाही बाधित है।  

खराब मौसम के कारण सड़कों से बर्फ हटाने में मुश्किल हो रही है। टिहरी प्रशासन ने पर्यटकों को फिलहाल मसूरी-धनोल्टी मार्ग पर यात्रा न करने की सलाह दी है। इस बीच ऊंचाई वाले इलाकों में रुक-रुक कर बारिश और बर्फबारी का क्रम जारी है। समूचा प्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में है। गुरुवार को गढ़वाल और कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में धूप खिलने से राहत मिली। वहीं, मौसम विभाग के अनुसार अभी भी ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी और बारिश के आसार हैं। शेष स्थानों पर मौसम शुष्क रहेगा। 

मंगलवार की पूरी रात और बुधवार सुबह तक मौसम के तेवर तल्ख बने रहे। इस दौरान नैनीताल, मसूरी, पौड़ी और ऋषिकेश के कई इलाकों में ओले पड़े तो देहरादून, हरिद्वार और रुड़की में रुक-रुक कर बारिश होती रही है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात का क्रम जारी रहा।

हिमपात से बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त

जबरदस्त बर्फबारी से प्रदेश में 35 सड़कों पर आवाजाही ठप है। इससे सैकड़ों गांव अलग-थलग पड़ गए हैं। इनमें सर्वाधिक 127 गांव टिहरी जिले में हैं, जबकि चमोली में 130 और रुद्रप्रयाग में 30, उत्तरकाशी के 50 और पौड़ी के दर्जनभर गांव जिला मुख्यालय से कट गए हैं। भारी हिमपात से बिजली की लाइनें क्षतिग्रस्त होने के कारण 1069 गांवों में अंधेरा छाया हुआ है। 

ऊर्जा निगम के अधिकारियों के अनुसार प्रभावित इलाकों में टीम लाइनों को ठीक करने का प्रयास कर रही हैं, लेकिन कई इलाकों में बर्फ इतनी ज्यादा है कि मौके पर पहुंचना मुश्किल हो रहा है।

बर्फ पिघलाकर बुझा रहे प्यास

उत्तरकाशी की गंगा और यमुना घाटी, केदारघाटी और चमोली की निजमूला घाटी समेत ऊंचाई वाले इलाकों में पाइप लाइनें जम गईं हैं। ऐसे में हिमपात प्रभावित गांवों के लोग बर्फ पिघलाकर ही प्यास बुझा रहे हैं। 

कुमाऊं में भी जनजीवन अस्त-व्यस्त

समूचा कुमाऊं भी शीतलहर की चपेट में है। भारी बर्फबारी के कारण पिथौरागढ़ जिले में थल-मुनस्यारी मार्ग भी बंद है। क्षेत्र में पिछले 36 घंटों से बिजली, पानी की आपूर्ति भंग है। कैलास मानसरोवर यात्रा का पैदल मार्ग भी बर्फ से ढका हुआ है। वहीं दारमा, व्यास और जोहार घाटी का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। 

मसूरी और धनोल्टी में सैलानियों की रौनक

मौसम के पहले भारी हिमपात के बाद बर्फ का लुत्फ उठाने हजारों की संख्या में पर्यटक मसूरी और धनोल्टी पहुंच रहे हैं। हल्की धूप के बीच सैलानी बर्फ का खूब आनंद ले रहे हैं। देहरादून में भी हल्की धूप खिलने से लोगों को कुछ राहत मिली। हालांकि दून का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 18.4 व मसूरी का सामान्य से पांच डिग्री कम 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 

भारी हिमपात के बाद मसूरी के कंपनी गार्डन, जॉर्ज एवरेस्ट, हाथीपांव, वेवरली हिल, लालटिब्बा, चारदुकान, जबरखेत और बाटाघाट बुधवार को भी दिनभर सैलानियों से गुलजार रहे। लाइब्रेरी बाजार, कुलड़ी बाजार तथा मालरोड पर भी चहलपहल है। बर्फ देखने के लिए मसूरी पहुंचे अधिकांश युवा दोपहिया वाहनों से आए। 

उधर, धनोल्टी में रात को भी रुक-रुककर हिमपात होता रहा है। इससे वहां दो से ढाई फीट की बर्फ की चादर बिछ गई। मसूरी की मालरोड व निचले भागों में बर्फ गल गई है। इससे सड़कों पर वाहनों के फिसलने का खतरा कुछ कम हो गया है। 

सुरक्षा के किए प्रबंध

मसूरी में पर्यटकों की भारी आमद को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। खासकर जाम न लगे और विवाद न हो इस पर पुलिस की नजर रही। पुलिस जगह-जगह चेंकिग कर रही है।

धनोल्टी में फंसे सैलानी सकुशल निकाले

धनोल्टी-बुराशखंडा व सुवाखोली-मसूरी मार्ग पर बर्फ में फंसे वाहनों को निकालने के लिए पुलिस ने बीती मंगलवार रात दस बजे से लेकर बुधवार सुबह छह बजे तक विशेष रेस्क्यू आपेरशन चलाया। इस दौरान बर्फ में फंसे सभी वाहनों को सकुशल मसूरी पहुंचाया गया। पुलिस के अनुसार अभी भी कुछ लोगों के वाहन सुवाखोली व मसूरी रोड पर खड़े हैं। ये लोग रात में अपने वाहन छोड़कर चले गए थे। 

बुराशखंडा मार्ग अभी भी अवरुद्ध

बुराशखंडा से धनोल्टी के बीच मार्ग अभी भी यातायात के लिए बंद है। मसूरी-सुवाखोली-भवान-उत्तरकाशी मोटरमार्ग मोरियाणा टॉप से बंद है। जिससे देहरादून से उत्तरकाशी के लिए जाने वाली काशी विश्वनाथ बस सेवा बुधवार को नहीं चल सकी। मसूरी-कैम्पटी मोटरमार्ग मंगलवार शाम को यातायात के लिए बंद हो गया था, जिसे खोल दिया गया। 

विभिन्न शहरों का तापमान

शहर-------------अधि तापमान------न्यूनतम

उत्तरकाशी-----------13.2-------------4.0

अल्मोड़ा---------------07.5------------3.9

जोशीमठ---------------1.9-------------0.5

मसूरी-------------------03.5-----------0.1

नैनीताल----------------06.8-----------3.0

पंतनगर----------------21.5-----------11.0

पिथौरागढ़--------------10.0------------3.0

मुक्तेश्वर----------------03.4----------1.3

नई टिहरी---------------01.8----------(-0.2)

देहरादून-----------------13.7------------8.2

हरिद्वार-----------------15.8-----------10.3

चंपावत------------------07.2------------5.7

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