उत्तराखंड की 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी आप, बनाए जाएंगे दस लाख सदस्य
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राकेश सिन्हा ने देहरादून में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि आप उत्तराखंड विस चुनाव में पूरी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है।
By BhanuEdited By: Updated: Wed, 19 Feb 2020 12:38 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद आम आदमी पार्टी के हौसले बुलंद हैं। पार्टी के प्रदेश प्रभारी राकेश सिन्हा ने देहरादून में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि आप उत्तराखंड विस चुनाव में पूरी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है। दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड में भी पार्टी बिजली, पानी और शिक्षा को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ेगी। इस दौरान आम आदमी पार्टी ने आम लोगों को जोड़ने के लिए नंबर भी लॉन्च किया।
उत्तराखंड प्रभारी राकेश सिन्हा ने कहा कि पार्टी उत्तराखंड में भी अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारेगी। आम आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में दूसरी बार प्रचंड बहुमत मिलने पर पूरे देश में एक अलग तरह की राजनीति की शुरुआत हुई है। यह नई राजनीति राष्ट्र निर्माण और अच्छे काम के आधार पर जनमत प्राप्त करने की राजनीति है। कहा कि उत्तराखंड के लोगों को अगले विधानसभा चुनाव में दिल्ली के राष्ट्र निर्माण के मॉडल को लागू करने के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने की आवश्यकता है। वहीं आम आदमी पार्टी ने टोलफ्री नंबर जारी किया है। जिसपर राज्य के लोग मिस्ड कॉल करके आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं। पार्टी के मुताबिक दिए हुए नंबर पर करीब 20 लाख लोग जुड़ चुके हैं, जबकि आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड में 10 लाख लोगों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है।
युकां प्रदेश अध्यक्ष ने प्रभारी के कामकाज पर उठाए सवालप्रदेश युवा कांग्रेस में गुटबाजी और वर्चस्व की लड़ाई चरम पर है। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रम रावत ने प्रदेश प्रभारी संजय यादव के कामकाज के तरीके पर सवाल उठाते हुए उन्हें हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश युवा कांग्रेस के निर्वाचित पदाधिकारियों के साथ युकां के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलकर प्रभारी की कारगुजारी उनके समक्ष रखेंगे।
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी के बीच मतभेद अब खुलकर सामने आ गए हैं। देहरादून महानगर अध्यक्ष पद पर प्रदेश प्रभारी संजय यादव ने गौतम सोनकर की नियुक्ति की थी, जिसे अगले ही दिन प्रदेश अध्यक्ष विक्रम रावत ने अवैध ठहरा दिया। नेताओं ने यह मामला सुलझाने के बजाय एक-दूसरे पर सोशल मीडिया में सीधे तौर पर आरोप लगाने शुरू कर दिए थे।
राजपुर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में विक्रम रावत ने पत्रकार वार्ता कर युवा कांग्रेस में उपजे विवाद के लिए प्रदेश प्रभारी को ही सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि युवा कांग्रेस में पदाधिकारियों की नियुक्ति निर्वाचन प्रक्रिया से होती है। हाल के दिनों में कई नियुक्तियां नियम-कानून ताक पर रखकर कर दी गईं। इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष से सहमति तक नहीं ली गई। उन्होंने कहा कि इस तरह हुई नियुक्तियां अवैध हैं।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड कांग्रेस में खटपट, विधायकों के निशाने पर इंदिरा हृदयेश विक्रम रावत ने कहा कि ऐसे कार्यों से युवा कांग्रेस के निर्वाचित पदाधिकारियों का मनोबल गिर रहा है और संगठन कमजोर हो रहा है। इसे देखते हुए पदाधिकारी दिल्ली जा रहे हैं। वहां, राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष मामले को रखा जाएगा। यह पूछे जाने पर कि प्रदेश प्रभारी संजय यादव ने उन पर निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया था, विक्रम रावत ने कहा कि इसे लेकर न तो उन्हें कोई नोटिस दिया गया और न ही राष्ट्रीय अध्यक्ष से कार्रवाई की सिफारिश की गई। ऐसे में वह क्यों प्रभारी को स्पष्टीकरण दें। प्रेसवार्ता में युकां के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र नेगी, अजय त्यागी, रॉबिन आदि मौजूद रहे।
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