घपले में फंसे लोनिवि के अधिशासी अभियंता, जानिए पूरा मामला
प्रांतीय खंड पौड़ी के अधिशासी अभियंता रहे अनुपम सक्सेना निर्माण कार्यों में करोड़ों रुपये की गड़बड़ी के मामले में फंसते नजर आ रहे हैं।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Tue, 30 Apr 2019 02:51 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड पौड़ी के अधिशासी अभियंता रहे (वर्तमान में धारचूला खंड में तैनात) अनुपम सक्सेना निर्माण कार्यों में करोड़ों रुपये की गड़बड़ी के मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। प्रांरभिक जांच में बजट के दुरुपयोग की शिकायतें सही पाई गई हैं। गढ़वाल मंडल के चीफ इंजीनियर स्तर से कराई जांच के बाद अब विभागाध्यक्ष आरसी पुरोहित ने अभियंता के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को संस्तुति भेजी है।
आरोप है कि अधिशासी अभियंता सक्सेना ने अपने कार्यकाल में बड़ी संख्या में ऐसे कार्यो पर विभागीय बजट खर्च दिया, जो स्वीकृत ही नहीं थे। इसका पता तब चला जब वर्तमान में तैनात अधिकारियों ने अपने समय में कराए कार्यों के भुगतान के लिए विभाग में बिल प्रस्तुत किए। पिछले महीने दिए गए इन बिलों को भुगतान के लिए विभाग के खाते की पड़ताल की गई तो पता चला कि भुगतान के लिए बजट ही नहीं है। छानबीन में सामने आया कि पूर्व में तैनात अधिशासी अभियंता ने स्वीकृत कार्यों को बजट अन्य मदों में खर्च कर दिया। जांच में यह भी बात सामने आई कि उन्होंने जिन कार्यों पर बजट खर्च होना दर्शाया है, उनमें से कई काम धरातल पर नहीं दिखे।
अधिशासी अभियंता अरुण कुमार पांडेय ने भौतिक सत्यापन के बाद इस प्रकरण की जांच रिपोर्ट तैयार कर अधीक्षण अभियंता और गढ़वाल मंडल के मुख्य अभियंता सतेंद्र शर्मा को भेजी। इसमें पूर्ववर्ती अभियंता के स्तर पर की गई गड़बड़ियों का सिलसिलेवार जिक्र किया गया है। सोमवार को यह रिपोर्ट विभाग के मुखिया प्रमुख अभियंता आरसी पुरोहित तक पहुंची। जिसे देखकर वह दंग रहे गए। उन्होंने रिपोर्ट मिलने की पुष्टि की।
विभागाध्यक्ष ने बताया कि अभी तक करीब पांच करोड़ से ज्यादा की गड़बड़ी सामने आ चुकी है। अभी कई कार्यो का सत्यापन होना बाकी है। इस मामले में आरोपित अधिशासी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेज दिया है। उन्होंने बताया कि अधिशासी अभियंता का कुछ माह पहले ही पौड़ी से धारचुला ट्रांसफर किया था। वर्तमान में वह मेडिकल पर चल रहे हैं। उन्होंने आशंका जताई कि इस प्रकरण में कुछ और कार्मिक भी शामिल हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड रोडवेज के रुड़की डिपो में हुआ 58 लाख का घोटाला, जानिए
यह भी पढ़ें: उत्तरकाशी में नौकरी के नाम पर दो लाख रुपये ठगे, पुलिस ने दर्ज किया मामलायह भी पढ़ें: धोखाधड़ी में दून क्लब के पूर्व पदाधिकारी किए तलब
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।