अगर छात्रों पर बनाया निजी पब्लिशर की किताबें खरीदने का दबाव, होगी कड़ी कार्रवाई
अगर छात्रों पर निजी पब्लिशर की किताबें खरीदने का दबाव बनाया गया तो संबंधित स्कूल पर कड़ी कार्रवाई होगी। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने अभिभावकों से ऐसे स्कूलों की शिकायत विभाग और सरकार से करने को कहा है।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Mon, 30 Aug 2021 03:59 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड के स्कूलों में अगर छात्रों पर निजी पब्लिशर की किताबें खरीदने का दबाव बनाया गया तो संबंधित स्कूल पर कार्रवाई होगी। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने अभिभावकों से ऐसे स्कूलों की शिकायत विभाग और सरकार से करने को कहा है। शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग के जिला स्तर के अधिकारियों को अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के फीडर विद्यालयों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए। कहा कि ऐसा नहीं करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने रविवार को ननूरखेड़ा स्थित राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में वर्चुअल क्लास के माध्यम से सभी जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी और अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से संवाद किया। उन्होंने अधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के लिए चयनित 800 फीडर प्राथमिक विद्यालयों के उत्थान और इनमें प्रवेश को शिक्षक और अधिकारियों द्वारा कोई विशेष कार्य नहीं करने का फीडबैक मिल रहा है।
उच्च अधिकारियों से इसकी जांच करवाई जाएगी, जो भी शिक्षक या अधिकारी इसमें दोषी पाया जाएगा उनपर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने एक से 15 सितंबर तक सरकारी स्कूलों में नए प्रवेश करने के लिए प्रवेश उत्सव चलाने के निर्देश भी दिए।
साथ ही डीबीटी के माध्यम से छात्रों को किताब एवं यूनिफार्म के लिए कितनी राशि पहुंची इसकी समीक्षा भी की। मीडिया से बातचीत के दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पहली से पांचवीं तक के स्कूल खोलने पर सरकार विचार नहीं कर रही। इसके लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन का इंतजार किया जाएगा।
वर्चुअल संवाद में शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी, प्राथमिक शिक्षा निदेशक रामकृष्ण उनियाल, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक आरके कुंवर, अपर निदेशक शिक्षा महानिदेशालय वंदना गब्र्याल, अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा अभियान डा. मुकुल कुमार सती मौजूद रहे।
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