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नहीं रही फ्योंली ज्वान ह्वैगे की अभिनेत्री रीना रावत Dehradun News

गढ़वाली फिल्मों और पुष्पाछोरी पौड़ीखाल की.. गीत में मुख्य भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री रीना रावत का हृदय गति रुकने के कारण गुरुवार देर शाम निधन हो गया।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Fri, 13 Mar 2020 04:21 PM (IST)
नहीं रही फ्योंली ज्वान ह्वैगे की अभिनेत्री रीना रावत Dehradun News
देहरादून, जेएनएन। फ्योंली ज्वान ह्वैगे.., भग्यान बेटी.., मायाजाल आदि गढ़वाली फिल्मों और पुष्पाछोरी पौड़ीखाल की.. गीत में मुख्य भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री रीना रावत का हृदय गति रुकने के कारण गुरुवार देर शाम निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रही थी और दिल्ली के एक अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। उनकी असमय हुई मौत पर रंगमंच के कलाकारों और उनके चहेतों ने गहरा शोक जताया है।

मूल रूप से तिमली गांव खालस्यू पट्टी, पौड़ी निवासी रीना का परिवार दिल्ली में रहता है। फिल्म फ्योंली ज्वान ह्वैगे के डायरेक्टर महेश प्रकाश ने बताया कि कुछ साल पहले उनकी शादी दिल्ली में हुई थी। वहीं, फिल्म अभिनेता पन्नू गुसार्ईं ने बताया कि रीना का एक 14 साल का बेटा भी है। सुबह रीना की बहन से फोन पर बातचीत के दौरान पता चला कि वह अस्पताल से डिस्चार्ज होने वाली हैं, लेकिन फिर यह दुखद घटना मिली। अभिनेत्री रीना रावत के निधन पर शोक जताते हुए उन्होंने कहा कि कई फिल्म और गीतों में रीना के साथ काम किया।

1996 से स्टेज कार्यक्रम के जरिये कॅरियर की शुरुआत करने वाली रीना ने वर्ष 2010 तक 15 फिल्म और 60 से ज्यादा एलबम में काम किया था। उनके निधन की खबर उत्तराखंड फिल्म इंडस्ट्री के लिए बड़ी क्षति है। बताया कि वर्ष 2000 के दौर में रीना अपने गाने और फिल्मों में बेहतर अभिनय के कारण काफी चर्चित हो गई थी। वहीं, रीना के निधन पर उफतारा के अध्यक्ष प्रदीप भंडारी, गंभीर जयाड़ा, बृजेश भट्ट, अमरदेव गोदियाल, महितोष मैठाणी,कांता प्रसाद, चंद्रवीर गायत्री, पन्नू गुसाईं, गीता उनियाल, मोहनी पटनी ध्यानी, जसपाल पवांर ने शोक जताते हुए श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार से परिवार को आर्थिक मदद देने की भी मांग की।स्वतंत्रता सेनानी पैन्यूली बीमार, पत्नी का निधन

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सचिदानंद पैन्यूली गंभीर रूप से बीमार हैं, एम्स ऋषिकेश में उनका उपचार चल रहा है। वहीं उनकी धर्मपत्नी मनोरमा देवी का गुरुवार को निधन हो गया, वह भी एम्स ऋषिकेश में भर्ती थीं। मूल रूप से टिहरी गढ़वाल निवासी स्वतंत्रता सेनानी सचिदानंद पैन्यूली (92 वर्ष) गंगा नगर ऋषिकेश में रहते हैं। चार दिन पूर्व सांस लेने में तकलीफ के चलते उन्हें एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। इसके बाद अचानक उनकी पत्नी मनोरमा देवी (86 वर्ष) की भी तबीयत बिगड़ गयी। स्वजनों ने उन्हें भी एम्स ऋषिकेश पहुंचाया। ज्यादा गंभीर स्थिति में होने के कारण उन्हें तीन दिन एम्स में वेंटीलेटर पर रखा गया था।

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जहां गुरुवार को अपराह्न करीब डेढ़ बजे मनोरमा देवी ने आखिरी सांस ली। दामाद सुबोध घिल्डियाल ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी सचिदानंद पैन्यूली की हालत भी गंभीर बनी हुई है, वह अभी एम्स में ही भर्ती हैं। उनके पास उनके पुत्र संपूर्णानंद पैन्यूली सहित पांच बेटियां, दामाद और नाती-पोते हैं। सचिदानंद पैन्यूली ऋषिकेश तहसील क्षेत्र में वर्तमान में एकमात्र स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हैं जो जीवित हैं।

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