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ऋषिकेश में विरोध के बीच प्रशासन ने चंद्रभागा बस्ती उजाड़ी

एनजीटी की गंगा स्वच्छता से संबंधित समिति के आदेश के अनुपालन में प्रशासन ने नगर निगम की मदद से भारी पुलिस फोर्स की उपस्थिति में चंद्रभागा नदी से अवैध बस्ती हटा दी।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 05 Nov 2019 01:08 PM (IST)
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ऋषिकेश में विरोध के बीच प्रशासन ने चंद्रभागा बस्ती उजाड़ी
ऋषिकेश, जेएनएन। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की गंगा स्वच्छता से संबंधित समिति के आदेश के अनुपालन में प्रशासन ने नगर निगम की मदद से भारी पुलिस फोर्स की उपस्थिति में चंद्रभागा नदी से अवैध बस्ती हटा दी। इस दौरान प्रशासन को विरोध भी झेलना पड़ा। पुलिस ने हल्का बल भी प्रयोग किया।

एनजीटी की गंगा स्वच्छता से संबंधित समिति के अध्यक्ष उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश यूसी ध्यानी ने जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में देहरादून, टिहरी, पौड़ी और हरिद्वार के जिलाधिकारियों सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाकर गंगा स्वच्छता को लेकर हुए कार्यों की समीक्षा की थी। बैठक में समिति अध्यक्ष ने मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम ऋषिकेश को सख्त निर्देश दिए। जिसके बाद चंद्रभागा नदी पर 261 अतिक्रमण चिह्नित किए गए। नगर निगम प्रशासन ने चार अगस्त को संबंधित लोगों को बेदखली नोटिस जारी किए। छह सितंबर को एनजीटी ने नगर निगम को बस्ती खाली करने के स्पष्ट आदेश जारी कर दिए थे। नगर निगम ने अतिक्रमण हटाया मगर छात्रसंघ चुनाव को देखते हुए कार्रवाई आधी छोड़ दी गई थी।

सोमवार को प्रशासन ने नगर निगम और पुलिस की मदद से चंद्रभागा नदी को अतिक्रमण से मुक्त कराने की कार्रवाई शुरू की।  पुलिस बल को मौके पर देखकर वहां मौजूद लोगों में खलबली मच गई। हालांकि प्रशासन ने इन सभी लोगों को पूर्व में ही बस्ती खाली करके चले जाने को नोटिस जारी कर दिए थे। तहसीलदार रेखा आर्य, नायब तहसीलदार करण ङ्क्षसह के साथ नगर निगम की टीम ने जेसीबी की मदद से यहां बस्ती को तोडऩा शुरू किया। वहां मौजूद लोगों ने प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध किया। पूरे दिन चली कार्रवाई में टीम ने चंद्रभागा नदी से 80 फीसदी अतिक्रमण हटा दिया था। शेष कार्रवाई मंगलवार को पूरी कर ली जाएगी।

 

महिला ने किया जेसीबी पर पथराव

चंद्रभागा पुल के समीप जब विभाग की जेसीबी निर्माण ध्वस्त कर रही थी तो एक महिला शोर मचाते हुए जेसीबी के पास पहुंची। महिला ने मलबे से ईंट उठाकर जेसीबी पर फेंकनी शुरू की। चालक ने जेसीबी के दरवाजे बंद कर स्वयं को बचाया।इस दौरान वहां मौजूद पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया। कार्रवाई का विरोध कर रहे एक पुरुष को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। प्रशासन की इस कार्रवाई का वहां पहुंचे कांग्रेस नेताओं ने भी विरोध किया। एआईसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला, नगर कार्यकारी अध्यक्ष शिव मोहन मिश्र, प्रदेश महासचिव जयपाल जाटव आदि ने ङ्क्षसचाई विभाग के अधिकारियों से वस्तुस्थिति बताने के लिए जब प्रपत्र मांगे तो अधिकारी स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। मौके पर विरोध कर रहे जयेंद्र रमोला को पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर वहां से हटा दिया।

 

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कार्रवाई के दौरान लगा जाम

ऋषिकेश- लक्ष्मणझूला मुख्य मार्ग पर चंद्रभागा पुल के नीचे बस्ती को हटाने के लिए जब प्रशासन की कार्रवाई शुरू हुई तो पुल के ऊपर भारी भीड़ जमा हो गई। तमाशबीनों  की भीड़ के कारण सड़क पर जाम लग गया।जाम का असर चंद्रभागा पुल से नगर निगम मुख्य मार्ग तक देखा गया। इस दौरान वाहन रेंग रेंग कर कर चलते रहे। करीब दो घंटे तक यही स्थिति रही। बाद में पुलिस ने पुल के ऊपर खड़े तमाशबीन लोगों को यहां से भगाया जिसके बाद यातायात सामान्य हुआ।

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