Coronavirus: चारधाम यात्रा में भी कोरोना का असर, बदरीनाथ में होटलों की अग्रिम बुकिंग निरस्त
कोरोना वायरस के खौफ का असर आगामी 30 अप्रैल से शुरू होने वाली बदरीनाथ यात्र पर भी दिखने लगा है। यात्रा पर आने वालों ने बदरीनाथ के होटलों की अग्रिम बुकिंग निरस्त कर दी है।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Sat, 21 Mar 2020 03:11 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस के खौफ का असर आगामी 30 अप्रैल से शुरू होने वाली बदरीनाथ यात्र पर भी दिखने लगा है। सुरक्षा के मद्देनजर देश के विभिन्न हिस्सों से यात्रा पर आने वालों ने बदरीनाथ के होटलों की अग्रिम बुकिंग निरस्त कर दी है। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी के ‘जनता कर्फ्यू’ के आह्वान पर रविवार को प्रसिद्ध सिद्धपीठ मनसा देवी मंदिर सहित हरिद्वार व ऋषिकेश के कई मंदिर बंद रहेंगे। हरिद्वार व ऋषिकेश के पांच प्रमुख मंदिरों का संचालन करने वाले पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा की ओर से यह निर्णय लिया गया।
बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर हर साल यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ती है। मई-जून में तो होटल-धर्मशालाओं में ठहरने के लिए जगह भी नहीं मिलती। लिहाजा देशभर से आने वाले यात्री अग्रिम बुकिंग करा देते हैं। इस बार भी यात्र के लिए अग्रिम बुकिंग हो चुकी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण का खतरा अब लोगों को बुकिंग निरस्त करने के लिए मजबूर कर रहा है।
बदरीनाथ के होटल कारोबारी जयदीप मेहता ने बताया कि उनके होटल में मई-जून की अग्रिम बुकिंग निरस्त हो चुकी है। जबकि, होटल कारोबारी सीएम फोनिया को उम्मीद है कि यात्र शुरू होने तक कोरोना का भय खत्म हो जाएगा। पहाड़ों की रानी मसूरी में भी शुक्रवार को एक दर्जन होटल बंद कर दिए गए। जबकि, बाकी होटलों में अग्रिम बुकिंग पहले ही निरस्त हो चुकी है।
वहीं, हरिद्वार स्थित पंचायती श्री निरंजनी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत र¨वद्र पुरी ने बताया कि ‘जनता कर्फ्यू’को सफल बनाना हर नागरिक का दायित्व है। इसलिए हरिद्वार में सिद्धपीठ मनसा देवी मंदिर, पौराणिक बिल्वकेश्वर मंदिर, निरंजनी अखाड़ा स्थित हनुमान मंदिर, कुशावर्त घाट स्थित सिद्धपीठ हनुमान मंदिर व ऋषिकेश में वीरभद्र महादेव मंदिर रविवार को बंद रहेंगे।
उधर, होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी ने भी 31 मार्च तक उत्तरकाशी के सभी होटलों को बंद रखने का एलान किया है। शुक्रवार शाम हुई होटल संचालकों की बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा ने कहा कि स्वास्थ्य हित आर्थिक हित से ऊपर है। इसलिए 31 मार्च तक सभी होटलों में देशी-विदेशी पर्यटकों का प्रवेश निषेध होगा।
मसूरी के दर्जनभर होटल बंद बाजार में पसरा सन्नाटाकोरोना को लेकर मसूरी के पर्यटन व्यवसायी भी सतर्क हैं। प्रदेश में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगाए जाने के बाद एहतियाती कदम उठाते हुए मसूरी के दर्जनभर होटल बंद कर दिए गए। नगर पालिका परिषद ने भी कई विभाग आगामी 25 मार्च तक के लिए बंद करने का निर्णय लिया है।
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बाद मसूरी आने वाले पर्यटकों की संख्या में 70 से 90 प्रतिशत तक गिरावट आई है। अधिकांश होटल लगभग खाली पड़े हैं और बाजार व पिकनिक स्पॉट में भी सन्नाटा नजर आ रहा है। इसी बीच शुक्रवार को दर्जनभर होटल व्यवसायियों ने प्रतिष्ठान बंद करने का फैसला किया। वहीं, पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य और राजस्व को छोड़कर नगर पालिका के अन्य सभी कार्यालय आगामी 25 मार्च तक बंद रहेंगे।
यह भी पढ़ें: CoronaVirus: उत्तराखंड में कोरोना के 70 फीसद सैंपल की रिपोर्ट निगेटिवस्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही आना गांवउधर, कई लोगों ने परिवार के संग अपने गांव की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि गांव में कुछ दिन सुकून से रहेंगे। सूत्रों की मानें तो गांव में रहने वाले लोग भी कोरोना वायरस से चिंतित हैं। उन्होंने अपने प्रवासी परिजनों से स्वास्थ्य परीक्षण करवाने के बाद ही गांव आने का आग्रह किया है।
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