अवैध वसूली में रोडवेज एजीएम सस्पेंड, वीडियो वायरल होने पर उठाया कदम
बस के एक ट्रांसपोर्टर से अवैध वसूली के आरोप में देहरादून डीलक्स डिपो के एजीएम केपी सिंह को परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने सस्पेंड कर दिया है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Tue, 19 Mar 2019 08:58 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। राज्य परिवहन निगम में अनुबंधित बस के एक ट्रांसपोर्टर से अवैध वसूली के आरोप में देहरादून डीलक्स डिपो के एजीएम केपी सिंह को परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने सस्पेंड कर दिया है। यह कदम सोमवार रात आरोपी एजीएम का वीडियो वायरल होने के बाद उठाया गया। हालांकि, प्रबंध निदेशक आर राजेश कुमार इस प्रकरण में परीक्षण के बाद कार्रवाई की बात कह रहे थे, लेकिन परिवहन मंत्री ने कहा कि जांच बाद का विषय है। जो कैमरे में साफ रुपये लेते हुए दिख रहा है, उसे तत्काल सस्पेंड किया जाए।
मामला देहरादून जिले के डीलक्स डिपो का है। यहां एक स्थानीय ट्रांसपोर्टर हैप्पी सिंह की तीन वातानुकूलित बसें अनुबंधित श्रेणी में संचालित होती हैं। ट्रांसपोर्टर हैप्पी सिंह आरोप है कि डिपो एजीएम केपी सिंह बसों के सुचारू संचालन में बार-बार रोड़ा अटकाकर उसे परेशान कर रहा था। जिससे उसे हर महीने आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा था। इस पर उसने एजीएम से बातचीत की। आरोप है कि एजीएम ने उसकी बसों के बेरोकटोक संचालक की एवज में कुछ रकम की डिमांड की।
इस पर सोमवार को ट्रांसपोर्टर रकम लेकर आइएसबीटी स्थित डीलक्स डिपो के आफिस पहुंचा और 31 हजार रुपये एजीएम केपी सिंह को देते हुए कहा कि 'सर अब मई तक हमारी बसों को डिस्टर्ब मत कीजिएगा।' आरोप है कि जब एजीएम ने रुपये अपने हाथ में लेकर ट्रांसपोर्टर की बात पर हामी भरी उसी वक्त ट्रांसपोर्टर ने अपने मोबाइल पर एजीएम का वीडियो बना लिया। शाम होते ही वीडियो वायरल हो गया और कुछ न्यूज चैनलों पर प्रसारित होने लगा। रोडवेज अफसरों ने भी यह वीडियो देखा लेकिन पहले परीक्षण की बात कहते रहे।
विजिलेंस के उठाने की रही चर्चा
देर शात रोडवेज महकमे में सूचना आई कि एजीएम केपी सिंह को रिश्वत लेते हुए विजिलेंस ने पकड़ लिया है। आइएसबीटी से लेकर निगम के आला अधिकारियों तक में इसे लेकर कानाफूसी होती रही, जबकि विजिलेंस ऐसे किसी भी मामले से इनकार करती रही। रात को न्यूज चैनल में वीडियो चलने पर हकीकत सामने आई।
महिला अफसर पर भी लगे आरोप
परिवहन निगम मुख्यालय में तैनात एक महिला अफसर पर भी आधार कार्ड लिंक करने के नाम पर चालक व परिचालकों से सौ-सौ रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगा है। निगम के वित्त विभाग में तैनात महिला अफसर के पास विशेष श्रेणी चालकों और परिचालकों के ईपीएफ से संबंधित भुगतान और कार्य की जिम्मेदारी है। इस सिलसिले में महाप्रबंधक दीपक जैन को दी शिकायत में विशेष श्रेणी कर्मी पंकज शर्मा एवं अन्य का आरोप है कि ईपीएफ खाते को आधार कार्ड से लिंक करने की एवज में अफसर ने उनसे सौ-सौ रुपये लिए। जब कार्मिकों ने इसकी रसीद मांगी तो महिला अफसर ने इनकार कर दिया। आरोप है कि अफसर ने दर्जनों कार्मिकों से इस तरह की वसूली की है। वहीं, महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि मामले में शिकायत आई है। जांच चल रही है। उसके आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।
परिवहन मंत्री यशपाल आर्य का कहना है कि जो अधिकारी कैमरे पर साफ अवैध वसूली करते दिख रहा हो और बातचीत साफ सुनाई दे रही हो, उसमें जांच बाद का विषय है। हमारी सरकार का एक ही एजेंडा है जीरो टॉलरेंस। इसमें किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जाएगा। आरोपी एजीएम को मैनें तत्काल सस्पेंड कर दिया है और विस्तृत जांच बैठा दी है। परिवहन सचिव इसकी पूरी रिपोर्ट देंगे।यह भी पढ़ें: दून अस्पताल की इमरजेंसी से पकड़ा दलाल, पढ़िए पूरी खबर
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