Agnipath Protest: शांति व्यवस्था बनाने को युवाओं को समझाने में जुटी उत्तराखंड पुलिस, कोचिंग सेंटरों पर रखी जा रही निगाह
Agnipath Protest उत्तराखंड पुलिस विभाग ने कोचिंग संस्थानों (कोचिंग सेंटर) पर भी निगाह रखनी शुरू कर दी है। साथ ही सभी जिलों के पुलिस कप्तानों से युवाओं की कोचिंग संस्थान के साथ ही स्वयं भी काउंसिलिंग करने के निर्देश दिए हैं।
By Nirmala BohraEdited By: Updated: Sat, 18 Jun 2022 09:27 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून : Agnipath Protest : अग्निपथ योजना को लेकर चल रहे आंदोलन को लेकर उत्तराखंड पुलिस विभाग ने कोचिंग संस्थानों (कोचिंग सेंटर) पर भी निगाह रखनी शुरू कर दी है। पुलिस ने युवाओं को जागरूक करने की जिम्मेदारी कोचिंग संस्थानों के संचालकों को दी है। साथ ही सभी जिलों के पुलिस कप्तानों से युवाओं की कोचिंग संस्थान के साथ ही स्वयं भी काउंसिलिंग करने के निर्देश दिए हैं।
कुछ युवा गलतफहमी के शिकार हैं तो कुछ को भड़काया जा रहा है : डीजीपीअग्निपथ योजना का विरोध कर रहे नौजवानों से पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने की शांति व्यवस्था बनाने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कुछ युवा गलतफहमी के शिकार हैं तो कुछ को भड़काया जा रहा है। अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में मच रहे बवाल के बीच उत्तराखंड में किसी तरह से कानून व शांति व्यवस्था भंग ना हो,
इसको लेकर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने राज्य वासियों से अपील की है। डीजीपी ने कहा कि अग्निपथ योजना को खुले दिमाग से समझने की आवश्यकता है। इस योजना के कई सकारात्मक पहलू भी हैं, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण चार साल की सेवाकाल के बाद पुलिस, चारधाम पर्यटन व एसडीआरएफ जैसी सेवाओं में प्राथमिकता देना प्रमुख तौर पर है। इसके लिए उत्तराखंड मुख्यमंत्री घोषणा कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग गलतफहमी का शिकार हैं और कुछ युवाओं को भड़काया जा रहा है। यह पूरी तरह से गलत है, ऐसे में सभी युवा साथी धैर्य और संयम से सोच समझकर ही कोई कदम उठाएं।
सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश - युवा को समझाएं
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने युवाओं से शांति बनाए रखने की अपील करने के साथ ही सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि युवा को समझाएं। उन्हें यह बताए कि उन्हें आंदोलन चलाना भी है तो शांतिपूर्वक तरीके से चलाएं अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तराखंड में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। कुमाऊं मंडल में युवा धरना प्रदर्शन व सड़क जाम कर रहे हैं। वहीं, गढ़वाल मंडल में देहरादून, पौड़ी व चमोली में भी प्रदर्शन किया जा रहा है।
अन्य राज्यों में हो रहे उपद्रव को देखते हुए उत्तराखंड में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सभी जिला प्रभारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। कुछ राज्यों में कोचिंग संस्थान की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। हालांकि, पुलिस के अनुसार अभी तक उनके पास इस तरह की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन एहतिहात के तौर पर कोचिंग संस्थान के संचालकों से बात की जा रही है।डीजीपी ने कहा कि बड़ी संख्या में युवा कोचिंग सेंटर में कोचिंग लेते हैं। उनको बेहतर तरीके से समझाने के लिए सेंटर के संचालकों की मदद ली जा रही है। डीजीपी ने कहा कि प्रदेश में किसी भी कीमत पर माहौल नहीं बिगडऩे दिया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति असंवैधानिक तरीके से विरोध प्रदर्शन करके शांति एवं कानून व्यवस्था प्रभावित करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी जिला प्रभारियों से अपने जिला मजिस्ट्रेट के साथ समन्वय स्थापित करते हुए सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त करने और समय से आवश्यक पुलिस प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
डीजीपी ने दिए निर्देश
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- जिला मुख्यालयों, महत्वपूर्ण संस्थानों, राष्ट्रीय राजमार्ग, रेल मार्ग, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डा, बाजार, भीड वाले स्थलों और महत्वपूर्ण स्थलों पर आवश्यकतानुसार पुलिस व पीएसी बल को दंगा नियंत्रण उपकरणों, टियर गैस आदि के साथ नियुक्त किया जाए।
- यातायात को सुचारू संचालित कराने के लिए पूर्व से एक कार्ययोजना तैयार कर ली जाए व आवश्यकतानुसार उसका उपयोग किया जाए।
- जिला प्रभारी स्वयं भी लगातार छोटी से छोटी घटनाओं पर नियमानुसार कार्रवाई कराते हुए कार्यक्रमों की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी अवश्य कराएं।
- जिले में स्थापित इंटरनेट मीडिया मानिटरिंग सेल, इंटरनेट मीडिया प्रमोशन सेल और साइबर सेल के माध्यम से इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने वाली खबरों पर भी नजर रखें और तत्काल उनका खंडन कराते हुए संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करें।