Almora Accident: फ्री इलाज के बावजूद एम्स ऋषिकेश पर घायलों के परिवार से दवाई व जरूरी सामान मंगाने का आरोप, DM सख्त
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुए बस हादसे में घायलों का इलाज एम्स ऋषिकेश में चल रहा है। लेकिन यहां घायलों के परिजनों से बाहर से दवा और जरूरी सामान मंगाने की शिकायत सामने आई है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी इस मामले को एम्स प्रशासन के सामने उठाया है। जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन इस मामले में सख्त रुख अपनाया है।
गौरव ममगाईं, ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश में भर्ती अल्मोड़ा बस हादसे में घायल के स्वजन से सोमवार रात बाहर से दवा व आवश्यक सामान मंगाने की शिकायत सामने आई है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी इसे एम्स प्रशासन के समक्ष उठाया। इसे लेकर जिला व स्थानीय प्रशासन सख्त नजर आ रहा है।
डीएम सविन बंसल ने एम्स प्रशासन को निर्देश दिए कि हादसे में घायलों का समस्त उपचार निश्शुल्क किया जाएगा। घायलों के स्वजनों से किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया लाएगा।
इस संबंध में शिकायत मिलने पर एसडीएम ऋषिकेश स्मृता परमार मंगलवार सुबह एम्स ऋषिकेश पहुंची और घायलों व उनके स्वजनों से मिलीं। उन्होंने घायलों के स्वजनों की समस्याएं सुनीं और इसके बाद उन्होंने एम्स प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
देर रात तक एसडीएम एम्स में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करती रहीं। एसडीएम स्मृता परमार ने बताया कि उन्हें नायब तहसीलदार ने सूचना दी कि किसी घायल के स्वजन ने शिकायत की है कि एम्स में किसी कर्मी ने उनसे बाहर से दवा और चिकित्सा संबंधित आवश्यक सामान मंगवाया गया।
एम्स पहुंचकर बस दुर्घटना में घायल हुए यात्रियों का हाल जानते क्षेत्रीय विधायक व मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल। जागरण
यह तर्क दिया कि यह दवा और आवश्यक सामान उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एम्स के चिकित्सा अधीक्षक व अन्य अधिकारियों को स्पष्ट कहा गया है कि उपचार सहित दवा व अन्य सेवा एवं सुविधा संबंधी किसी भी तरह का शुल्क मरीजों के स्वजन से नहीं मांगा जाए। मरीजों को बेहतर से बेहतर उपचार दिया जाए। एसडीएम ने बताया कि उनके स्वजन के रहने व खाने की सुविधा भी प्रशासन की ओर से कर दी गई है। बताया कि उन्होंने घायलों के स्वजन को अपना मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया है और किसी भी तरह की समस्या होने पर सीधे संपर्क करने को कहा गया है।
वहीं, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राकेश सिंह एडवोकेट ने बताया कि पूर्व सीएम हरीश रावत को एक घायल के स्वजन ने पर्ची दिखाते हुए बताया कि उनसे सोमवार रात आवश्यक सामान बाहर से मंगवाया गया। पूर्व सीएम ने इससे एम्स की कार्यकारी निदेशक को अवगत कराया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।यह तर्क दिया कि यह दवा और आवश्यक सामान उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एम्स के चिकित्सा अधीक्षक व अन्य अधिकारियों को स्पष्ट कहा गया है कि उपचार सहित दवा व अन्य सेवा एवं सुविधा संबंधी किसी भी तरह का शुल्क मरीजों के स्वजन से नहीं मांगा जाए। मरीजों को बेहतर से बेहतर उपचार दिया जाए। एसडीएम ने बताया कि उनके स्वजन के रहने व खाने की सुविधा भी प्रशासन की ओर से कर दी गई है। बताया कि उन्होंने घायलों के स्वजन को अपना मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया है और किसी भी तरह की समस्या होने पर सीधे संपर्क करने को कहा गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी शिकायत की
एम्स पहुंचकर बस दुर्घटना में घायल हुए यात्रियों का हाल जानते पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत। जागरणवहीं, कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राकेश सिंह एडवोकेट ने बताया कि पूर्व सीएम हरीश रावत को एक घायल के स्वजन ने पर्ची दिखाते हुए बताया कि उनसे सोमवार रात आवश्यक सामान बाहर से मंगवाया गया। पूर्व सीएम ने इससे एम्स की कार्यकारी निदेशक को अवगत कराया।
‘एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने समस्त अधिकारी व कर्मियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि हादसे में घायलों के उपचार व अन्य संबंधी किसी भी तरह का शुल्क स्वजनों से नहीं लिया जाएगा। घायलों के स्वजन का हरसंभव सहयोग किया जाएगा। किसी घायल के स्वजन से बाहर से दवा और चिकित्सा संबंधित आवश्यक सामान मांगने की जानकारी उन्हें मिली है, जिसकी जांच कराई जा रही है।
संदीप कुमार सिंह, पीआरओ, एम्स ऋषिकेश’