मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भीख मांगकर जताया विरोध Dehradun News
मानदेय वृद्धि और पदोन्नति समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। इसके तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भीख मांगकर विरोध जताया।
By BhanuEdited By: Updated: Wed, 25 Dec 2019 01:39 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। मानदेय वृद्धि और पदोन्नति समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। इसके तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भीख मांगकर विरोध जताया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने तिब्बती मार्केट, इंद्रा मार्केट, भाजपा कार्यालय, परेड ग्राउंड के इर्द गिर्द पहुंचे और भीख मांगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि सरकार के पास आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को वेतन देने के लिए बजट नहीं है। इसलिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भीख मांगकर रुपये जमा किए जो कि मुख्यमंत्री को दिए जाएंगे।उन्होंने बताया कि आंदोलन के अगले चरण में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सफाई अभियान चलाएंगे। कहा कि यदि सरकार ने जल्द मांगें नहीं मानी तो उन्हें बड़ा आंदोलन करने पर बाध्य होना पड़ेगा। संगठन की ओर से परेड ग्राउंड धरना स्थल पर क्रमिक अनशन भी जारी रहा। इस मौके पर मीनाक्षी, ज्योति, मीना रावत, बीना जोशी, बीना तडिय़ाल, सुषमा, सुमति थपलियाल, कांता आदि मौजूद रहे।
उपनल कर्मचारी संघ ने दी आंदोलन की चेतावनी
बिना किसी कारण उपनल कर्मचारियों की सेवा समाप्त किए जाने के विरोध में उपनल कर्मचारी संघ ने पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड के प्रबंधक निदेशक ब्रिगेडियर पीपीएस पाहवा का घेराव किया। संघ के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि अगर हटाए गए कर्मचारियों की सेवा बहाल नहीं की गई तो वे जनवरी से आंदोलन करेंगे।
घेराव के दौरान प्रदेश अध्यक्ष दीपक चौहान एवं प्रांतीय महामंत्री हेमंत सिंह रावत ने कहा कि शासन की ओर से दोहरा रवैया अपना जा रहा है, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश है। जबकि हाईकोर्ट ने एक साल के भीतर चरणबद्ध तरीके से उपनल कर्मियों को नियमितीकरण करना और छह माह के भीतर समान कार्य समान वेतन देने के निर्देश सरकार को दिए थे। उसके बावजूद कर्मचारियों को बाहर किया जा रहा है, जोकि उपनल कर्मचारियों के साथ धोखा है साथ ही कोर्ट की भी अवहेलना है।
यह भी पढ़ें: गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग को लेकर उपवासउन्होंने कहा कि यदि जल्द हटाए गए कर्मचारियों की बहाली न की गई और किसी भी कर्मचारी को उसकी सेवा से बाहर किया गया तो संघ की ओर से जनवरी माह से आंदोलन किया जाएगा। घेराव करने वालों में संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरीश कोठारी, प्रदेश कोषाध्यक्ष कुशाग्र जोशी, दिनेश रावत आदि मौजूद थे।
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