Ankita Murder Case : आरोपित पुल्कित आर्या के रिसॉर्ट पर दो बार चला बुल्डोजर, लेकिन पता नहीं किसने की तोड़फोड़
Ankita Murder Case मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ध्वस्तीकरण कराने के मामले में शनिवार की सुबह ट्वीट किया था लेकिन अब पौड़ी के जिलाधिकारी ध्वस्तीकरण के आदेश से इनकार कर रहे हैं। कहा कि फिलहाल ध्वस्तीकरण के कोई आदेश जारी नहीं किए गए हैं।
By Vikas dhuliaEdited By: Nirmala BohraUpdated: Sat, 24 Sep 2022 02:02 PM (IST)
टीम जागरण, देहरादून : Ankita Murder Case : अंकिता हत्याकांड में आरोपित पुल्कित आर्या के रिसॉर्ट पर दो बार बुल्डोजर चलाया जा चुका है, लेकिन अभी भी इस बात पर अभी भी संशय है कि ध्वस्तीकरण किसने कराया। आरोपित पुल्कित के रिसॉर्ट पर शुक्रवार की रात दो बार बुल्डोजर से तोड़फोड़ की गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ध्वस्तीकरण कराने के मामले में शनिवार की सुबह ट्वीट किया था कि 'आरोपियों के गैर कानूनी रूप से बने रिसॉर्ट पर बुल्डोजर द्वारा कार्रवाई की गई है। हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा'।
आरोपियों के गैर कानूनी रूप से बने रिजॉर्ट पर बुल्डोजर द्वारा कार्रवाई भी कल देर रात की गई है।
हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 24, 2022
अब पौड़ी के जिलाधिकारी ध्वस्तीकरण के आदेश से इनकार कर रहे हैं। जिलाधिकारी पौड़ी विजय डॉक्टर विजय कुमार जोगदंडे शनिवार को एम्स ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने कहा कि मृतका अंकिता भंडारी का पोस्टमार्टम रिपोर्ट एम्स के चिकित्सकों के पैनल के माध्यम से कराई जा रही है।
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वहीं उन्होंने कहा कि गंगा भोगपुर स्थित वनन्तरा रिसॉर्ट में हुई तोड़फोड़ तथा आगजनी की जांच कराई जा रही है। कहा कि फिलहाल ध्वस्तीकरण के कोई आदेश जारी नहीं किए गए हैं। संपत्ति को सील कर दिया गया है। यहां किसी तरह का हस्तक्षेप ना हो, इसके लिए मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
निरीक्षकों को सौंपी रिजॉर्ट की जांच की जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने निरीक्षकों से प्रदेश भर में बने रिसॉर्ट की जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। सभी जिलों के प्रभारियों के साथ ऑनलाइन मीटिंग के दौरान डीजीपी ने कहा कि यदि रिसॉर्ट अवैध ढंग से बने हैं तो संबंधित जिले के जिलाधिकारी के साथ समन्वय बनाकर उस पर कार्रवाई की जाए।एलआईयू रिसॉर्ट की गतिविधियों पर नजर रखेगी और वहां काम कर रहे स्टाफ से बातचीत करेगी। खासकर यदि रिसॉर्ट में कोई महिला कर्मचारी काम कर रही है तो उससे पूछा जाए कि उन्हें प्रताड़ित तो नहीं किया जा रहा है। उन्होंने जिला प्रभारियों से एक हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है।
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