Ankita Murder Case : पिता की मजदूरी छूटी, मां करने लगी आंगनबाड़ी में काम... बेटी ने नौकरी की तो गंवाई जान
Ankita Murder Case परिवार की आर्थिक तंगी दूर करने के मकसद से अंकिता पौड़ी के गांव से ऋषिकेश आई थी। रिजॉर्ट का मालिक बिगड़ैल रईस पुल्कित आर्या अंकित और सौरभ उस पर गलत काम के लिए दबाव बनाने लगे।
By Nirmala BohraEdited By: Updated: Sun, 25 Sep 2022 09:46 AM (IST)
टीम जागरण, देहरादून : Ankita Murder Case : ऋषिकेश दुनियाभर में योगनगरी के नाम से प्रख्यात है। देश-विदेश से लोग यहां शांति की खोज में आते हैं। यहां साल भर पर्यटकों का सैलाब उमड़ता है, लेकिन शुक्रवार को यहां ऐसा सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
अंकिता के पिता वीरेन्द्र ने मजदूरी का काम छोड़ दिया था। जिसके बाद उसकी मां आंगनबाड़ी में काम करने लगी। घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए माता-पिता ने अंकिता को नौकरी करने अनुमति दी थी, लेकिन उन्हें अपनी बेटी को ही खोना पड़ा।
पहली नौकरी में एक महिना भी पूरा नहीं हुआ
परिवार की आर्थिक तंगी दूर करने के मकसद से अंकिता पौड़ी के गांव से ऋषिकेश आई थी। यहां वह वनन्तरा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। उसे अपनी पहली नौकरी में एक महिना भी पूरा नहीं हुआ था कि उसके साथ यह अनहोनी हो गई।यह भी पढ़ें - Ankita Murder Case : पहले भी रिसॉर्ट से गायब हुई है एक युवती, युवक को बनाया था बंधक, पढ़ें वनन्तरा से जुड़े काले राज
रिजॉर्ट का मालिक बिगड़ैल रईस पुल्कित आर्या, अंकित और सौरभ उस पर गलत काम के लिए दबाव बनाने लगे। लेकिन अंकिता ने इस बात से इन्कार कर दिया। जब अंकिता ने इस बात की जानकारी अपने साथियों को दी तो रिसॉर्ट मालिक और उसके दो साथियों को यह बात ना गवार गुजरी।
18 सितंबर को इसे लेकर चारों के बीच कहासुनी हुई। इसी दौरान पुल्कित ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया और पुल्कित आर्या, अंकित व सौरभ मौके से फरार हो गए। रिसॉर्ट के सीसीटीवी में 18 सितंबर की रात अंकिता पुल्कित, अंकित व सौरभ के साथ जाते दिखी तो पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद मामले का खुलासा हुआ तो उत्तराखंड के साथ पूरा देश सन्न हो गया। आइए पढ़ते हैं इस काली करतूत की खूनी दास्तां :
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- अंकिता का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, लेकिन उसके पिता वीरेन्द्र ने अंकिता को किसी चीज की कमी नहीं होने दी।
- अंकिता भी पिता को सपोर्ट करने के लिए करीब एक माह पहले 28 अगस्त को वनन्तरा रिसॉर्ट में जॉब करने पहुंची थी। लेकिन उसे क्या पता था कि जहां वह अपने सुनहरे भविष्य के सपने बुनकर आई थी, वहां उसके साथ अनहोनी हो जाएगी।
- अंकिता भंडारी अपने माता-पिता और बड़े भाई अजय भंडारी की लाडली थी। शायद इसलिए ही जब उसने गांव से बाहर रहकर नौकरी करने की बात की तो घर पर सब नाराज हो गए।
- मगर अंकिता की जिद के आगे उनकी एक न चली। शायह उन्हें भी अंकिता के आत्मविश्वास पर भरोसा था, लेकिन उनकी खुशियों को किसी की नजर लग चुकी थी।
- घर से परमिशन मिलने के बाद अंकिता ने ओएलएक्स एप पर नौकरी की खोजबीन की।
- यहां अंकिता को गंगा भोगपुर स्थित वनन्तरा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी का ऑफर मिला तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। लेकिन उसे क्या पता था कि वहां जाकर उसका भविष्य नहीं सुधरेगा। बल्कि वह पिता को सपोर्ट करने का उसका सपना, सपना ही रहा जाएगा।