Arogya Mela: उत्तराखंड के हर विधानसभा क्षेत्र में लगेंगे आरोग्य मेले, पर्वतीय क्षेत्रों में दस मैदान में पांच
उत्तराखंड के हर विधानसभा क्षेत्र में आरोग्य मेले आयोजित किए जाएंगे। पर्वतीय विधानसभा में 10-10 और मैदानी विधानसभा क्षेत्रों में पांच-पांच मेले आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड से लड़ाई के लिए केंद्र सरकार से भरपूर सहयोग मिल रहा है।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Wed, 08 Sep 2021 02:28 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। Arogya Mela मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के हर विधानसभा क्षेत्र में आरोग्य मेले आयोजित किए जाएंगे। पर्वतीय विधानसभा में 10-10 और मैदानी विधानसभा क्षेत्रों में पांच-पांच मेले आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड से लड़ाई के लिए केंद्र सरकार से भरपूर सहयोग मिल रहा है। राज्य को पर्याप्त मात्रा में कोविड वैक्सीन मिल रही है। प्रदेश में जल्द शत-प्रतिशत टीकाकरण कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में 100 वैक्सीनेशन कैंप लगाएं तो यह लक्ष्य नवंबर तक पूरा किया जा सकता है।
मंगलवार को एक होटल में आयोजित स्वास्थ्य संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सीमित संसाधन होने के बावजूद कोरोना से प्रभावित क्षेत्रों के लिए राज्य सरकार ने राहत पैकेज दिए हैं। इसके तहत चिकित्सा, पर्यटन, परिवहन व संस्कृति के साथ ही कोविड से लड़ने वाले फ्रंट लाइन वर्कर को प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। उन्होंने प्रदेश में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए जागरूकता अभियान चलाने की भी बात कही। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए इस तरह के स्वास्थ्य अभियान कारगर साबित होंगे।
राज्य सरकार ने कोविड की तीसरी लहर की संभावना से निपटने के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत न कहा कि प्रदेश में आयुष्मान योजनाओं के जरिये जनता को मुफ्त उपचार की सुविधा दी जा रही है। दो अक्टूबर से आरोग्य मेलों की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक माह के बाद स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी बदलाव देखने को मिलेंगे।नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि देर से ही सही सरकार ने एक अच्छी शुरुआत की है। राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम करने की आवश्यकता है।
पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के न होने से पलायन हो रहा है। इस दौरान विधायक महेंद्र भट्ट, बलवंत सिंह भौर्याल, मुन्ना सिंह चौहान, काजी निजामुद्दीन, हरीश धामी व मनोज रावत के अलावा कार्यक्रम में उपस्थित महापौर व जिला पंचायत अध्यक्षों ने भी अपने सुझाव साझा किए। कार्यक्रम में सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के चेयरमैन डीके कोटिया, मिशन निदेशक एनएचएम सोनिका, अपर सचिव अरुणेंद्र चौहान, महानिदेशक स्वास्थ्य डा तृप्ति बहुगुणा, अभिषेक त्रिपाठी, डा सरोज नैथानी व डा जेसी पांडेय समेत विभागीय अधिकारी भी उपस्थित थे।
खुशियों की सवारी की शुरुआत
कार्यक्रम से ठीक पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गर्भवती व धात्री महिलाओं के लिए खुशियों की सवारी एंबुलेंस को फ्लैग आफ किया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टोल फ्री 102 नंबर पर यह एंबुलेंस सेवा उपलब्ध रहेगी। प्रदेश में 128 एंबुलेंस संचालित की जाएंगी। हर विधानसभा क्षेत्र में इसकी लांचिंग संबंधित क्षेत्र के विधायक द्वारा कराई जाएगी। एंबुलेंस खराब होने की स्थिति में गांव में उपलब्ध दूसरे वाहन के जरिये गर्भवती व बीमार महिलाओं कुपोषित बच्चों को अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा।
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संवाद कार्यक्रम में सभी जनप्रतिनिधियों ने चिकित्सालयों में विशेषज्ञों की तैनाती पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की कमी के कारण अस्पताल रेफरल सेंटर बन कर रह गए हैं। इसी तरह अस्पतालों में आधुनिक उपकरण होने के बावजूद इसके चलाने के लिए विशेषज्ञ नहीं है। इससे ये उपकरण खराब हो सकते हैं। योजनाओं पर दिया प्रस्तुतिकरणकार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम, एनिमिया मुक्त उत्तराखंड, शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, परिवार नियोजन कार्यक्रम, इंटीग्रेटेड सर्विलांस कार्यक्रम व आयुष्मान भारत योजना समेत अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों की स्लाइड शो के माध्यम से जानकारी दी।
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