आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर खुद को कोरोना से रखें सुरक्षित, एप डाउनलोड का भी रखा जाएगा डाटा
coronavirus का खतरा देश और प्रदेश में बढ़ता है तो आने वाले दिनों में आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करना अनिवार्य किया जा सकता है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Tue, 14 Apr 2020 04:51 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस का खतरा देश और प्रदेश में बढ़ता है तो आने वाले दिनों में आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करना अनिवार्य किया जा सकता है। फिलहाल इसे लोगों की इच्छा पर छोड़ दिया गया है। हालांकि पुलिस और प्रशासन लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि इस एप को डाउनलोड करें और कोरोना से खुद को सुरक्षित रखें। इसी के साथ आने वाले दिनों में खतरे को देखते हुए पुलिस यह डाटा भी अपने पास रखेगी कि प्रदेश में कितने लोगों ने यह एप डाउनलोड किया है। इसके लिए केंद्र सरकार से संपर्क किया जा रहा है।
देश और उत्तराखंड के लिए यह राहत की बात है कि कोरोना वायरस का संक्रमण अभी सामुदायिक फैलाव के दौर में नहीं पहुंचा है। लेकिन देश के अन्य राज्यों में जिस तरीके से कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उससे इस आशंका से इन्कार भी नहीं किया जा सकता है। इस खतरे से लोगों को सावधान करने और वायरस प्रभावित क्षेत्र व संक्रमित मरीजों से उचित दूरी बनाए रखने के लिए पिछले दिनों आरोग्य सेतु एप लॉन्च किया गया था। उत्तराखंड पुलिस और राज्य आपदा प्राधिकरण बार-बार लोगों से इसे डाउनलोड करने के लिए कह रहे हैं। ताकि संबंधित व्यक्ति यह जान सके कि वह कोरोना वायरस से कितना सुरक्षित है।
हालांकि ये एप्लीकेशन कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आने पर संकेत देने लगता है। कहीं वह जाने अनजाने ऐसे क्षेत्र में तो नहीं जा रहा है, जहां कोरोना का प्रभाव है। ऐसे एरिया के बफर जोन में दाखिल होते हैं, एप चेतावनी देना शुरू कर देता है। जिससे व्यक्ति स्वयं को वायरस के खतरे से काफी हद तक बचाए रख सकता है। उत्तराखंड में कितने लोगों ने यह एप डाउनलोड किया है, इस बारे में अभी कोई डाटा मौजूद नहीं है। इसका पता लगाने के लिए केंद्र सरकार से संपर्क किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने की एप्लीकेशन डाउनलोड करने की अपीलसीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोगों से आरोग्य सेतु एप मोबाइल में डाउनलोड करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जन साधारण के उपयोग के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप बनाया गया है। यह एप हिंदी और अंग्रेजी सहित 11 भाषाओं में है। यह कोविड-19 ट्रेकर एप जीपीएस और ब्लूटूथ तकनीक के आधार पर किसी संक्रमित व्यक्ति के समीप आते ही उपयोगकर्ता को सतर्क करता है। इस एप से आवश्यक चिकित्सा सलाह भी ले सकते हैं। कहा कि मैं सुरक्षित, हम सुरक्षित तो भारत सुरक्षित के सूत्र को अपनाना होगा। सभी लोग एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर कोरोना से लड़ाई में सहभागी बनें।
यह भी पढ़ें: coronavirus से जंग में ढाल बनेगा कोरोना ओवन, वायरस को सतह से इंसान तक नहीं पहुंचने देगाआरोग्य सेतु एप सभी को डाउनलोड करना चाहिए। इसके लिए सरकार की ओर से लगातार अपील की जा रही है। यदि राज्य में खतरे का स्तर बढ़ता है तो इसे अनिवार्य करने के लिए सरकार को पत्र लिखा जाएगा। फिलहाल अभी यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कितने लोग इस एप का प्रयोग कर रहे हैं।
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