घटना छिपाने पर बालावाला चौकी इंचार्ज निलंबित, जानिए क्या है पूरा मामला Dehradun News
22 जून की रात गूलरघाटी के पास हुई घटना को छिपाने पर बालावाला के चौकी इंचार्ज को निलंबित किया गया है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sat, 29 Jun 2019 03:26 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। थानेदार और चौकी इंचार्ज अब एसएसपी को भी किसी भी घटना की जानकारी तुरंत देने की जरूरत नहीं समझते। बीती 22 जून की रात गूलरघाटी रोड पर दुर्घटना में युवक की मौत की जानकारी होने पर पहुंचे सिपाही से स्थानीय लोगों ने अभद्रता करते हुए धक्का-मुक्की कर दी। उस समय बालावाला चौकी इंचार्ज मौके पर गए थे, लेकिन उन्होंने यह बात किसी अधिकारी को नहीं बताई।
बीते बुधवार को सिपाही से दुर्व्यवहार का जब वीडियो वायरल हो गया और रायपुर थाने में सिपाही ने मुकदमा दर्ज करा दिया, तब भी एसएसपी, एसपी सिटी को घटना के बारे में जानकारी नहीं दी गई। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए एसएसपी ने शुक्रवार को बालावाला चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया। घटनाक्रम के अनुसार, 22 जून की रात गूलरघाटी के पास छोटा हाथी वाहन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई थी। इसकी जानकारी होने पर बालावाला चौकी से कांस्टेबल देवी प्रसाद सती को मौके पर भेजा गया। सती का कहना है कि जब वह मौके पर पहुंचकर छोटा हाथी वाहन के चालक से उसका नाम पता पूछने लगे तो उसी दौरान स्थानीय लोगों ने उनकी डायरी छीनकर फेंक दी और धक्का-मुक्की करने लगे। आरोप है कि लोगों ने उनके सीने और पेट पर घूंसे भी मारे।
इसमें उनकी वर्दी के बटन टूट गए। सूचना देने पर मौके पर पहुंचे बालावाला चौकी इंचार्ज अनिरुद्ध कोठियाल ने किसी तरह उन्हें छुड़ाया। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि चौकी इंचार्ज का दायित्व था कि उसी समय सिपाही के साथ हुए दुर्व्यवहार की जानकारी देनी चाहिए थी। इस मामले में वीडियो वायरल हुआ, तब भी उन्हें घटनाक्रम के बारे में नहीं बताया गया। मामला गुरुवार को उनके संज्ञान में आया। इस गंभीर लापरवाही के आरोप में एसआई अनिरुद्ध कोठियाल को निलंबित कर दिया गया है। यह भी पढ़ें: आय से अधिक मामले में निलंबित कुलसचिव मृत्युंजय मिश्रा के जेल में बयान दर्ज
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