मान्यता विवाद में बीसीसीआइ ने क्रिकेट संघों को पक्ष रखने के लिए बुलाया
राज्य में क्रिकेट संघों की आपसी खींचतान पर विराम लगाने के लिए बीसीसीआइ की प्रशासक समिति ने कदम बढ़ाया है। इसके लिए सभी संघों को अपना पक्ष रखने को बुलाया है।
देहरादून, [जेएनएन]: राज्य में क्रिकेट संघों की आपसी खींचतान पर विराम लगाने के लिए बीसीसीआइ की प्रशासक समिति ने कदम बढ़ाया है। समिति ने राज्य की चार क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों को तमाम कागजातों के साथ अगले माह मुंबई बुला लिया है। हालांकि, बैठक की तारीख अभी तक निर्धारित नहीं हुई है।
उत्तराखंड में क्रिकेट एसोसिएशन को बीसीसीआइ से मान्यता दिलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में केस चल रहा है। फरवरी में बीसीसीआइ की प्रशासक समिति ने राज्य के सभी क्रिकेट संघों से लेखा-जोखा मांगा था और यह भी कहा था कि हर संघ को अपना पक्ष रखने का एक मौका दिया जाएगा।
इस ओर कदम बढ़ाते हुए समिति ने ई-मेल के माध्यम से चारों क्रिकेट संघों को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया है। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू), उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन (यूसीए), उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन (यूसीए) और यूनाइटेड क्रिकेट एसोसिएशन (यूसीए) के पदाधिकारियों को अब तक क्रिकेट के लिए किए गए कार्यों, आय-व्यय के ब्योरे के साथ बुलाया गया है।
उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव चंद्रकांत आर्य को समिति की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए गए जवाब पर आपत्ति थी। आर्य का कहना था कि उनकी एसोसिएशन भी काम कर रही है और उन्हें भी अपना पक्ष रखने का मौका मिलना चाहिए।
उधर, सीएयू के प्रभारी सचिव महिम वर्मा का कहना है कि यूनाइटेड क्रिकेट एसोसिएशन का उनके एसोसिएशन में विलय हो चुका है। इस संबंध में वो समिति को पत्र भेज चुके हैं।
यह भी पढ़ें: कसिगा और दून इंटरनेशनल ने जीता क्रिकेट का मुकाबला
यह भी पढ़ें: जूनियर फेडरेशन कप नेशनल प्रतियोगिता में अनु ने जीता स्वर्ण, सुनील ने कांस्य
यह भी पढ़ें: दून पुलिस ने लहराया परचम, फुटबॉल चैंपियनशिप की अपने नाम