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पोर्टल पर दिख रहे बेड, पर अस्पताल में नहीं मिल रहे बेड, पढ़िए पूरी खबर

राज्य सरकार ने कोरोना के उपचार के लिए आरक्षित बेड व इनकी उपलब्धता की जानकारी जन सामान्य तक पहुंचाने के लिए पोर्टल शुरू किया है। पर इस पोर्टल की जानकारी वास्तविक स्थिति से उलट है। पोर्टल पर अस्पतालों में कई बेड रिक्त दिखाए जा रहे हैं।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 26 Apr 2021 12:37 PM (IST)
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दून अस्पताल में कोविड टेस्ट कराने के लिए लाइन में खड़े लोग।
जागरण संवाददाता, देहरादून। राज्य सरकार ने कोरोना के उपचार के लिए आरक्षित बेड व इनकी उपलब्धता की जानकारी जन सामान्य तक पहुंचाने के लिए पोर्टल शुरू किया है। पर इस पोर्टल की जानकारी वास्तविक स्थिति से उलट है। पोर्टल पर अस्पतालों में कई बेड रिक्त दिखाए जा रहे हैं। जिनमें आइसीयू से लेकर ऑक्सीजन बेड तक शामिल हैं। पर जब व्यक्ति अस्पताल पहुंचता है तो बताया जाता है कि बेड खाली नहीं है। बेड की जानकारी अपलोड करने का जिम्मा संबंधित अस्पतालों को दिया गया है। पर अभी तक पोर्टल की जानकारी और रिक्त बेडों की वास्तविक स्थिति की पड़ताल के लिए कोई ठोस तंत्र नजर नहीं आ रहा है। जिस कारण मरीजों की चक्करघिन्नी बनी हुई है। वह एक अदद बेड की तलाश में एक से दूसरे अस्पताल भटक रहे हैं। 

  • केस-एक: राज्य सरकार के पोर्टल पर रविवार शाम श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में 35 ऑक्सीजन व 11 आइसीयू बेड रिक्त दिखाए गए। जबकि वास्तविकता इससे अलग थी। पोर्टल पर बेड की उपलब्धता देख कई मरीज अस्पताल पहुंचे, पर पता चला कि बेड खाली ही नहीं है। 
  • केस-दो: पिछले तीन दिन से पोर्टल पर राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में 60 ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता दिखाई जा रही है। जबकि इस दौरान वहां ऑक्सीजन बेड तैयार ही नहीं हुए थे। इनमें सिर्फ पचास बेड अभी शुरू किए गए हैं। इनका संचालन भी रविवार शाम शुरू हुआ। पोर्टल पर यहां चार ऑक्सीजन व पांच आइसीयू बेड रिक्त दिखाई गए। पर बेड की आस लिए मरीज वहां पहुंचे तो पता चला कि कोई बेड खाली नहीं है। 
  • केस-तीन : कोरोना के मरीजों का सबसे ज्यादा बोझ इस वक्त दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय पर है। स्थिति ये है कि यहां बेड मिलना मुश्किल हो रहा है। यहां तक की इमरजेंसी में भी मरीजों का उपचार किया जा रहा है। 
  • केस-चार: कोविड के उपचार के लिए अधिकृत अरिहंत अस्पताल में भी बेड रिक्त दिखाए गए। इनमें आठ ऑक्सीजन व दो आइसीयू बेड की उपलब्धता दर्शाई गई। पर अस्पताल से बेड की जानकारी लेने पर पता चला कि बेड रिक्त नहीं हैं। 
कोविड-केयर सेंटर में शुरू हुए पचास ऑक्सीजन बेड 

राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम स्थित कोविड-केयर सेंटर में पचास ऑक्सीजन बेड रविवार शाम शुरू कर दिए गए हैं। पर यहां अभी ज्यादा गंभीर मरीज भर्ती नहीं किए जाएंगे। जिनमें ऑक्सीजन का स्तर कम पर 90 से ऊपर है, उन्हें ही यहां भर्ती किया जाएगा। प्रयास यह किया जा रहा है कि इन बेड के जरिए दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय का बोझ कम किया जाए। दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में जो मरीज अभी ऑक्सीजन पर हैं और उनकी स्थिति में सुधार दिख रहा है, उन्हें यहां शिफ्ट किया जा सकेगा। ताकि अस्पताल में खाली बेड पर गंभीर मरीज भर्ती किए जा सकें। 

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