रूठों को मनाते रहे भाजपा प्रत्याशी गामा, कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश ने की जंबो बैठक
भाजपा के महापौर प्रत्याशी सुनील उनियाल गामा अपने चुनिंदा खासम-खासों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में रूठों को मनाने में जुटे तो कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल ने जंबो बैठक ली।
By BhanuEdited By: Updated: Fri, 26 Oct 2018 08:16 AM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: निकाय चुनाव में टिकट बंटवारे के घमासान और फिर नामांकन की दौड़-भाग के बाद दावेदारों के दिन की शुरूआत कुछ सुकून-भरी रही। ये जरूर है कि पूजा-पाठ और नाश्ते-पानी का काम निबटते ही उनकी 'दौड़' फिर से शुरू हो गई। भाजपा के महापौर प्रत्याशी सुनील उनियाल गामा अपने चुनिंदा खासम-खासों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में 'रूठों' को मनाने में जुटे तो कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल ने गुप्त रूप से जंबो-जेट बैठक ली।
इसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह और पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट व उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, पूर्व विधायक राजकुमार के साथ ही पार्टी के बैनर पर चुनाव मैदान में उतरे सभी सौ पार्षद दावेदार भी मौजूद रहे।कालिंदी एन्क्लेव में शोभा पैलेस में हुई कांग्रेस की चार घंटे की मैराथन बैठक में तय हुआ कि चुनाव में महंगाई, पेट्रोल व डीजल समेत गैस की बढ़ी कीमतों, मलिन बस्तियों के नियमितीकरण की दोहरी नीति और अतिक्रमण की जद में आए व्यापारियों व अन्य लोगों को विस्थापित न किए जाने के मामले मुद्दे बनाए जाएंगे। सरकार पर जन-विरोधी होने का आरोप लगाया गया।
तय हुआ कि सरकार के विरुद्ध बड़े पैमाने पर जन-जन तक अभियान चलाया जाएगा और मलिन बस्तियों में सरकार की दोहरी नीति का प्रचार किया जाएगा। प्रीतम सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने कांग्रेस के शासनकाल में बनी मलिन बस्ती नियमित करने की योजना को ठंडे बस्ते में डालते हुए नया शासनादेश कर दिया।
सरकार ने तीन साल तक बस्तियों को राहत दी है पर ये नहीं बताया कि उसके बाद क्या होगा। प्रत्याशी दिनेश अग्रवाल ने कहा कि ईंधन की बढ़ी कीमतों ने जनता के घर का बजट बिगाड़ दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अतिक्रमण के पक्ष में नहीं है लेकिन जिन्हें बेघर किया जा रहा या फिर व्यापार छीना जा रहा, उन्हें विस्थापित करने की सरकार ने नहीं सोची। बैठक में महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, गोदावरी थापली, प्रभुलाल बहुगुणा, प्रमोद कुमार, कमलेश रमन और संजय किशोर भी मौजूद रहे। दूसरी तरफ, भाजपा प्रत्याशी सुनील उनियाल गामा सुबह चुनिंदा साथियों के साथ बालावाला में पार्टी के रूठे नेताओं प्रशांत, सुरेश डंगवाल, राहुल रावत समेत शहर में विपिन चंचल आदि को मनाने में जुटे रहे। इन नेताओं ने पार्टी के पार्षद पद के दावेदारों के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है और पार्टी की परेशानी बढ़ा रहे।
इसके अलावा गामा ने बंजारावाला व हर्रावाला में भी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की व दोपहर से रात तक महानगर कार्यालय में बैठकों का दौर चला। गामा ने बताया कि ज्यादातर साथियों की नाराजगी दूर कर ली गई है। रजनी ने की ताबड़तोड़ बैठकें
आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार रजनी रावत ने ताबड़तोड़ बैठकें कीं और जनसंपर्क किया। सुबह से ही टोली के साथ वे शिवलोक कालोनी, भगतसिंह कालोनी, वाणी विहार आदि क्षेत्रों में गईं व प्रचार किया। दोपहर में अपने सलाहाकारों के साथ आवास पर बैठक की और चुनाव प्रबंधन की रणनीति बनाई। इसके बाद देर शाम आप के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की और उसके बाद पार्टी के सभी पार्षद दावेदारों की बैठक ली। बैंकों में पहुंचे मेंदीरत्ता
तीसरे मोर्चे के महापौर प्रत्याशी जगमोहन मेंदीरत्ता ने अपने प्रचार की शुरुआत बैंकों से की। दरअसल, बैंकीय पृष्ठभूमि से जुड़े मेंदीरत्ता कर्मचारी नेता भी हैं। सुबह-सवेरे मॉर्निंग वॉक के दौरान भी जनता से मिलते हुए चुनाव में सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि अभी उनकी टीम तैयार नहीं हो सकी है। उनके साथी पंचकेश्वर की यात्रा में गए हुए थे, जो गुरूवार तक लौट आएंगे। फिर टीम तैयार होगी।यह भी पढ़ें: भाजपा प्रत्याशी को चुनौती देंगी सीएम की भाभी कांति रावत
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