भाजपा विधायक महेश नेगी ने सीओ के समक्ष दर्ज कराए बयान
भाजपा विधायक महेश नेगी बुधवार देर शाम अचानक सीओ अनुज कुमार के दफ्तर पहुंच गए। यहां उन्होंने न सिर्फ अपने बयान दर्ज कराए।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 20 Aug 2020 09:06 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। थाने आकर बयान देने से बच रहे भाजपा विधायक महेश नेगी बुधवार देर शाम अचानक सीओ अनुज कुमार के दफ्तर पहुंच गए। यहां उन्होंने न सिर्फ अपने बयान दर्ज कराए, बल्कि मामले से जुड़े पुलिस के सवालों के जवाब भी दिए।
बता दें कि, बुधवार को डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने मामले की विवेचना नेहरू कॉलोनी थाने से हटाकर सीओ सदर अनुज कुमार को सौंपते हुए यह संकेत दे दिया था कि जांच में सहयोग नहीं करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। माना जा रहा है कि डीआइजी के तेवर सख्त करने का ही नतीजा रहा कि विधायक बयान देने पहुंच गए।वहीं, आरोपित महिला की तहरीर को भी विवेचना में शामिल कर लिया गया है। अब विधायक की पत्नी की ओर से लगाए गए ब्लैकमेलिंग के आरोप और आरोपित महिला की शिकायत की जांच एक साथ चलेगी। महिला के साथ दुष्कर्म की पुष्टि होती है तो विधायक व उनकी पत्नी के खिलाफ झूठी सूचना देने का मुकदमा दर्ज किया जाएगा और विधायक की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से विधायक महेश नेगी पर बीते रोज एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। महिला ने अपने बच्चे का अदालत के माध्यम से डीएनए टेस्ट कराने की मांग भी की। हालांकि, अभी तक महिला की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है। इससे दो दिन पहले विधायक की पत्नी रीता नेगी इसी महिला के खिलाफ नेहरू कॉलोनी थाने में ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज करा चुकी हैं। महिला पर पांच करोड़ रुपये की मांग करने और यह रकम न देने पर विधायक को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देने का आरोप है।
उधर, सोमवार को विधायक की पत्नी ने डीआइजी को एक और पत्र लिखा। इसमें उल्लेख किया गया कि आरोपित महिला इन दिनों कई राजनीतिक व्यक्तियों के संपर्क में है। विधायक होने की वजह से विपक्षी दलों के नेता उनसे राजनीतिक द्वेष रखते हैं।
ये लोग आरोपित महिला के साथ कुछ गलत कर इसका आरोप भी विधायक पर लगा सकते हैं। लिहाजा, महिला व अन्य आरोपितों की सुरक्षा का ध्यान रखा जाए। इस प्रकरण में नेहरू कॉलोनी पुलिस ने मंगलवार को भाजपा विधायक को थाने आकर बयान दर्ज कराने के लिए कहा था, लेकिन देर शाम तक वह नहीं पहुंचे। ऐसे में बुधवार को पुलिस ने विधायक से फोन पर बात की और कहा कि मामले में उनका बयान होना आवश्यक है। इधर, विधायक देर शाम कचहरी स्थित सीओ सदर के कार्यालय पहुंच गए और बयान दर्ज कराया।
मसूरी के होटल की खंगाली जा रही सीसीटीवी फुटेजमहिला का आरोप है कि विधायक ने शादी से कुछ दिन पहले उसके साथ मसूरी में कैम्पटी रोड स्थित एक होटल में दुष्कर्म किया था। इसके अलावा उसने नैनीताल व अन्य शहरों के होटल में भी दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। पुलिस इन होटलों की भी छानबीन करने में जुट गई है।पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से भी मिले विधायक
पुलिस क्षेत्रधिकारी सदर के समक्ष बयान दर्ज कराने से पहले द्वाराहाट विधायक महेश नेगी पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार से भी मिले। उन्हें शिकायती पत्र सौंपते हुए कहा कि उनकी पत्नी की ओर से ब्लैकमेलिंग में आरोप में जिस महिला पर मुकदमा दर्ज कराया गया है, देहरादून पुलिस ने अब तक उसे गिरफ्तार नहीं किया है। अशोक कुमार ने कार्रवाई का भरोसा देते हुए शिकायती पत्र को डीआईजी को भेज दिया।
आरोपित महिला और उसकी भाभी के भी बयान दर्जविधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला अपनी भाभी के साथ बुधवार को नेहरू कॉलोनी थाने पहुंची। यहां महिला दारोगा ने दोनों के बयान दर्ज किए। करीब डेढ़ घंटे चली पूछताछ में उससे पुलिस ने विधायक के संपर्क में आने और उन स्थानों के बारे में कई सवाल किए, जहां वह विधायक पर दुष्कर्म करने का आरोप लगा रही है। महिला ने पुलिस के सभी सवालों का जवाब देते हुए तहरीर में कही गई बातों को दोहराया। उसने यह भी कहा कि पांच करोड़ रुपये मांगने का आरोप निराधार है। अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।
बोले अधिकारीअरुण मोहन जोशी (डीआइजी, देहरादून) का कहना है कि इस मामले की जांच सीओ सदर को ट्रांसफर कर दी गई है। विधायक ने उनके समक्ष अपने बयान दर्ज करा दिए हैं। पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होगी और जिसके भी खिलाफ साक्ष्य पाए जाएंगे, उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।विधायक बेदाग तो कराएं डीएनए जांचभाजपा विधायक महेश नेगी पर यौन उत्पीड़न के मामले में आम आदमी पार्टी (आप) की प्रवक्ता रजिया बेग ने निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर
आरोपित महिला और उसकी भाभी के भी बयान दर्जयह भी पढ़ें: दुष्कर्म के आरोपों से घिरे भाजपा विधायक पुलिस के पहुंच से दूर, नहीं हो पाए बयान बुधवार को पार्टी कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में आप प्रवक्ता ने कहा कि सुशासन का दावा करने वाली त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार जिस बेटी बचाओ अभियान की बात करती है, वह सिर्फ जुमलों तक ही सीमित है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर प्रदेश सरकार के मुखिया, अपनी ही पार्टी के विधायक को जांच में सहयोग करने के लिए क्यों नहीं कह रहे हैं। प्रवक्ता उमा सिसोदिया ने कहा कि पुलिस बिना किसी राजनीतिक दबाव के जांच में तेजी लाए। उन्होंने पुलिस से पीड़ित महिला के परिवार को सुरक्षा देने की मांग भी की है।
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