दुष्कर्म के आरोपों से घिरे भाजपा विधायक पुलिस के पहुंच से दूर, नहीं हो पाए बयान
दुष्कर्म के आरोपों से घिरे भाजपा विधायक महेश नेगी मंगलवार को बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचे। पुलिस के अनुसार उनका मोबाइल नॉट रीचेबल मिला।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Wed, 19 Aug 2020 12:43 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। दुष्कर्म के आरोपों से घिरे भाजपा विधायक महेश नेगी मंगलवार को बयान दर्ज कराने नहीं पहुंचे। पुलिस के अनुसार उनका मोबाइल नॉट रीचेबल मिला। निजी सहायक ने उनका स्वास्थ्य ठीक न होने की जानकारी दी। पुलिस के अनुसार विधायक को बयान दर्ज कराने के लिए बुधवार को फिर से बुलाया जाएगा। इस बीच, विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। महिला ने विधायक के खिलाफ की गई शिकायत पर अभी तक मुकदमा दर्ज न किए जाने पर हैरानी जताई।
अल्मोड़ा जिले की द्वाराहाट सीट से भाजपा विधायक महेश नेगी के खिलाफ वहीं की एक महिला ने दुष्कर्म की शिकायत की है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया। इससे पहले विधायक की पत्नी रीता नेगी ने नेहरू कालोनी थाने में इस महिला पर ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज करा दिया था। उस पर पांच करोड़ रुपये न देने पर विधायक को दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने और उनके बेटे को जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। विधायक की पत्नी आरोपित महिला और उसके बच्चे को खतरे की आशंका जताते हुए सुरक्षा देने की मांग भी कर चुकी हैं।
आरोपित के पति के भी होंगे बयान
पुलिस आरोपित महिला के पति के भी बयान दर्ज करेगी। विधायक की पत्नी की तरफ से दर्ज ब्लैकमेलिंग के मुकदमे में महिला के पति और मां को भी नामजद किया गया है। विवेचक धनीराम पुरोहित के अनुसार इसी सिलसिले में आरोपित महिला के पति को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया है। उन्होंने बताया कि विधायक के बेटे को भी बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है।
सीडीआर निकलवाई
हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते पुलिस फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही है। दोनों पक्षों के आरोपों की गहनता से पड़ताल की जा रही है। इसी कड़ी में पुलिस ने ब्लैमेलिंग के मुकदमे में आरोपित महिला के मोबाइल नंबर की सीडीआर (कॉल डिटेल रिपोर्ट) निकलवाई। कुछ रोज पहले आरोपित महिला की विधायक व उनके बेटे से दो बार बात होना सामने आया है। नहीं मिल पाई फुटेज
विवेचक धनीराम पुरोहित ने बताया कि धर्मपुर स्थित जिन रेस्तरां में आरोपित महिला व विधायक की पत्नी की बातचीत की बात सामने आ रही है, वहां सीसीटीवी कैमरों की फुटेज उपलब्ध नहीं हो पाई है। महिला के दुबारा बयान दर्ज किए जाएंगे। लगाया पक्षपात का आरोपआरोपित महिला ने पुलिस पर सरकार के दबाव में काम करने और पक्षपात का आरोप लगाया। महिला का कहना है कि विधायक की पत्नी की शिकायत तत्काल दर्ज कर दी गई, जबकि विधायक के खिलाफ दी उसकी तहरीर पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। यह जानने के लिए वह थाने पहुंची तो उसे बैरंग लौटा दिया गया। महिला ने खुद व बच्ची की जान को खतरा होने की आशंका दोहराई। महिला ने कहा कि यदि विधायक सच्चा है तो अपना डीएनए टेस्ट करवाए। सच खुद सामने आ जाएगा। महिला ने पुलिस से मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई है।
अरुण मोहन जोशी (डीआइजी, देहरादून) का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। जो भी शिकायतपत्र आ रहे हैं उन्हें जांच में शामिल किया जा रहा है। दबाव जैसी कोई बात नहीं है। तथ्यों के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में पहले ही एफआइआर दर्ज की जा चुकी है। एक मामले में दो मुकदमे दर्ज नहीं किए जा सकते हैं। यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: भाजपा विधायक पर यौन उत्पीड़न का आरोप, दर्ज नहीं हुई महिला की एफआइआर; आयोग ने लिया संज्ञान
महिला आयोग ने मांगी जांच रिपोर्टराज्य महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए डीआइजी देहरादून को मामले में कार्रवाई कर 29 अगस्त तक जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। आयोग इससे पहले सोमवार को अल्मोड़ा के एसएसपी से जांच रिपोर्ट तलब कर चुका है। यह भी पढ़ें: विधायक महेश नेगी की पत्नी ने अब आरोपित की सुरक्षा की मांग उठाई
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