कंगना रनोट के कार्यालय में तोड़फोड़ पर दून में आक्रोश, शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार का पुतला फूंका
फिल्म अभिनेत्री कंगना रनोट का कार्यालय तोड़े जाने और अपमान किए जाने पर दून में आक्रोश थम नहीं रहा है।
By Edited By: Updated: Sun, 13 Sep 2020 07:03 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। मुंबई में फिल्म अभिनेत्री कंगना रनोट का कार्यालय तोड़े जाने और अपमान किए जाने पर दून में आक्रोश थम नहीं रहा है। भारतीय जनता युवा मोर्चा ने भी शनिवार को महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना का पुतला फूंका। लैंसडौन चौक पर भाजयुमो महानगर महामंत्री भावना चौधरी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्रित हुए। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई की निंदा करते हुए नारेबाजी की। साथ ही शिवसेना पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया।
इस दौरान भावना चौधरी ने कहा कि अभिनेत्री कंगना रनोत अपनी आवाज बेबाकी से उठाने वाली महिला हैं। एक महिला पर अत्याचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक महाराष्ट्र सरकार कंगना से माफी नहीं मांगेगी तब तक महिलाएं चुप नहीं बैठने वाली। दायित्वधारी जितेंद्र रावत मोनी, महानगर अध्यक्ष श्याम पंत, महामंत्री राजेश रावत आदि ने भी महाराष्ट्र सरकार के इस कृत्य की निंदा की। पुतला दहन करने वालों में महेश जगूड़ी, मोनिका गहलोत, हिमानी गिल, खुशबू, आकृति, वैशाली, प्रियंका, पवन त्रिपाठी, लच्छू गुप्ता आदि शामिल रहे।
सेवा सप्ताह के कार्यक्रमों की तैयारी
भारतीय जनता युवा मोर्चा के महानगर अध्यक्ष श्याम पंत ने कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को सेवा सप्ताह के रूप में मनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में सेवा सप्ताह के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं, जिसमें रक्तदान शिविर प्रमुख है। इसके आयोजन के लिए उन्होंने प्रभारी नियुक्त किए हैं। जिसमें मसूरी विधानसभा व राजपुर विधानसभा की प्रभारी भावना चौधरी, कैंट और सहसपुर विधानसभा के प्रभारी महेश जगूड़ी, रायपुर व धर्मपुर विधानसभा के प्रभारी राजेश रावत, डोईवाला के प्रभारी शुभम जैन को नियुक्त किया गया है।
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सरकार की नाकामी से दो करोड़ हुए बेरोजगार: इंटकराष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) ने केंद्र और राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए श्रमिक विरोधी बताया है। संगठन ने आरोप लगाया है कि कोरोनाकाल में केंद्र सरकार की नाकामी के कारण देश में दो करोड़ श्रमिक बेरोजगार हो गए। शनिवार को प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश शर्मा सुंद्रियाल ने कहा कि केंद्र सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। सरकार की नीतियां श्रमिक विरोधी हैं। कोरोना महामारी से लड़ने के सरकार के दावे हवाई साबित हुए और इस दौरान बेरोजगारी में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई। यह सरकार की विफलता का ही प्रमाण है कि आज देश में दो करोड़ श्रमिकों के सामने दो वक्त की रोटी जुटाने का संकट खड़ा हो गया है। प्रदेश अध्यक्ष शिवम चमोली ने कहा कि देश में श्रम कानून में श्रमिक विरोधी संशोधन किया जा रहा है। प्रदेश में कर्मचारियों के डीए फ्रीज किए जा रहे हैं। हर विभाग में घोटाले हो रहे हैं। सिडकुल घोटाला, जमीन घोटाला, खनन माफिया को संरक्षण, बिजली खरीद घोटाला समेत अन्य कई घोटाले हैं, जो प्रदेश सरकार के कार्यों पर सवाल उठाते हैं।
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