Uttrakhand Politics: 'समान नागरिक संहिता को ठंडे बस्ते में डाले रही कांग्रेस', कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने साधा निशाना
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद देश में बनी कांग्रेस की सरकारों ने समान नागरिक संहिता को ठंडे बस्ते में डाले रखा और जबकि भाजपा व जनसंघ ने सदैव इसका समर्थन किया है। बता दें कि उत्तराखंड से समान नागरिक संहिता की शुरुआत होने जा रही है। विधानसभा सत्र के तीसरे दिन समान नागरिक संहिता पर सत्तापक्ष की ओर से चर्चा में भाग लिया।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद देश में बनी कांग्रेस की सरकारों ने समान नागरिक संहिता को ठंडे बस्ते में डाले रखा, जबकि भाजपा और जनसंघ ने सदैव इसका समर्थन किया है। उत्तराखंड से समान नागरिक संहिता की शुरुआत होने जा रही है।
विधानसभा सत्र के तीसरे दिन समान नागरिक संहिता पर सत्तापक्ष की ओर से चर्चा में भाग लेते हुए कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि महिलाओं को विवाह, तलाक, गोद लेने समेत तमाम मामलों में समान अधिकार प्राप्त होने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में यह पुनीत कार्य हुआ है। यह कार्य भी रामकाज ही है।
राम मंदिर का किया जिक्र
उन्होंने राम मंदिर निर्माण का जिक्र करते हुए कहा कि अब नए इतिहास की रचना हो रही है। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि समान नागरिक संहिता सिर्फ उत्तराखंड की महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश की महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए महत्वपूर्ण साबित होने जा रहा है।यह नया उत्तराखंड है जो अपना रास्ता स्वयं बनाता है। समान नागरिक संहिता में किसी धर्म विशेष को प्रताड़ित करने की बात कहने का औचित्य नहीं है। स्वतंत्रता के बाद से ही इसकी आवश्यकता जताई जा रही है। प्रदेश सरकार ने महिलाओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री ने ये कहा
पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि कांग्रेस ने राम मंदिर निर्माण, समान नागरिक संहिता में व्यवधान ही उत्पन्न किया है। लव जिहाद करने वालों पर प्रदेश की पिछली कांग्रेस सरकार ने सख्ती बरतने से हाथ पीछे खींचे रखे। अब समान नागरिक संहिता बनने से ऐसे मामलों पर प्रभावी कार्यवाही की जा सकेगी।विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा कि शाह बानो केस में कांग्रेस की तत्कालीन सरकार ऐसा कदम उठाने से पीछे हट गई। अब प्रदेश के साथ ही पूरे देश में समान नागरिक संहिता को बल मिलने जा रहा है। विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि वोट की राजनीति और तुष्टीकरण के कारण कांग्रेस की सरकारों ने समान नागरिक संहिता की उपेक्षा की। उन्होंने महिलाओं को सम्मान नहीं दिया।
इस कानून से महिलाओं के साथ पुरुषों को लाभ मिलेगा। विधायक सरिता आर्य व रेनू बिष्ट ने कहा कि समान नागरिक संहिता को लेकर प्रदेश में की गई पहल का लाभ देश की महिलाओं को भी मिलेगा।
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