अतिक्रमण की जद में विधायक और आइएएस की कोठी, ऐसे चला अभियान
हाईकोर्ट के आदेश पर राजधानी में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान में अफसरों से लेकर नेताओं की कोठी भी जद में आ रही हैं। ऐसे में अतिक्रमण हटाने में प्रशासन को पापड़ बेलने पड़ रहे हैं।
By BhanuEdited By: Updated: Tue, 10 Jul 2018 02:47 PM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: कालीदास रोड पर सूचना महानिदेशक पंकज पांडेय और भाजपा विधायक गणेश जोशी की कोठी अतिक्रमण की जद में है। चिह्नीकरण को गई टीम ने दोनों कोठी पर लाल निशान लगा दिए हैं। आरोप है कि आइएएस पांडेय की कोठी पर लगे लाल निशान साजिशन मिटाए गए थे। इसे लेकर स्थानीय लोगों ने विधायक जोशी से शिकायत की। उधर, विधायक जोशी ने अपने चिह्नित अतिक्रमण को स्वयं हटा दिया।
हाईकोर्ट के आदेश पर राजधानी में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान की कार्रवाई में अफसरों से लेकर नेताओं की कोठी भी जद में आ रही हैं। कैंट क्षेत्र की कालीदास रोड पर वरिष्ठ आइएएस पंकज पांडेय की कोठी है। कोठी की बाउंड्रीवाल और गेट भी अतिक्रमण की जद में है। यहां टीम ने लाल निशान लगाए, मगर लाल निशान को कई जगह मिटा दिए गए।आरोप है कि शासन के उच्चाधिकारियों के फरमान पर इस कोठी से लाल निशान मिटाए गए। इस बात की भनक जब आसपास के लोगों को लगी तो लोग सीधे मसूरी विधायक गणेश जोशी के यहां चले गए।
लोगों ने विधायक जोशी से कहा कि जब सबकी कोठी और घरों की दीवार पर अतिक्रमण चिह्नीकरण के लाल निशान लगाए गए तो आइएएस की कोठी से निशान क्यों मिटाए जा रहे हैं? इस पर विधायक ने कार्रवाई का भरोसा लोगों को दिलाया। हालांकि, खुद विधायक गणेश जोशी की कोठी भी दो फीट तक अतिक्रमण की जद में है। विधायक ने स्वयं कोठी की बाउंड्रीवाल पर सब्बल लगाते हुए हटाने की कार्रवाई की। विधायक ने आसपास के लोगों से अभियान में सहयोग की अपील की है।
निशान मिटाने की जानकारी नहीं
महानिदेशक सूचना पंकज पांडेय के मुताबिक मैं तीन दिन से शहर से बाहर था। मेरे घर की बाउंड्रीवाल पर लाल निशान लगाए गए थे। यह किसने मिटाए, जानकारी नहीं है। मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली तो मैंने दोबारा टीम बुलाकर लाल निशान लगाने को कहा है। सोमवार को स्वयं मजदूर लगाकर बाउंड्रीवाल को पीछे करा दूंगा। सभी को देना होगा सहयोग
मसूरी विधायक गणेश जोशी के मुताबिक हाईकोर्ट के आदेश पर चल रहे इस अभियान में सभी को सहयोग देना चाहिए। इसमें आइएएस हो या फिर विधायक, यह नहीं देखा जाना चाहिए। नगर निगम और एमडीडीए की लापरवाही से शहर में अतिक्रमण बढ़ा है। कोहली नर्सिंग होम को ध्वस्त करने का नोटिस
हरिद्वार रोड स्थित लाइफ लाइन अस्पताल और पुनेठा नर्सिंग होम के बाद एमडीडीए ने हरिराम कोहली मेमोरियल नर्सिंग को भी नोटिस जारी कर दिया है। आवासीय भवन का व्यवसायिक उपयोग करने पर नर्सिंग होम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 10 जुलाई तक जवाब न देने पर ध्वस्तीकरण की चेतावनी दी गई है।
इधर, अस्पताल के खिलाफ हुई कार्रवाई के बाद आइएमए से जुड़े डॉक्टरों ने बैठक कर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के साथ ही आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की। हाईकोर्ट के आदेश पर आवासीय भवनों में व्यवसायिक गतिविधियों के खिलाफ एमडीडीए की कार्रवाई जारी है। एमडीडीए की टीम ने हरिद्वार रोड स्थित हरिराम कोहली मेमोरियल नर्सिंग होम को नोटिस जारी कर दिया। नर्सिंग होम के संचालक डा. हरीश कोहली को जारी किए गए नोटिस में एमडीडीए ने आवासीय भवन को व्यवसायिक उपयोग करने और दो मंजिला भवन में भूतल पर नर्सिंग होम चलाने की बात कही गई है।
इस मामले में एमडीडीए ने धारा 26 का अपराध बताते हुए 10 जुलाई दोपहर तीन बजे तक स्वयं अथवा प्राधिकृत अभिकर्ता को उपस्थित होकर कारण बताने का समय दिया है। ऐसा न करने पर उपरोक्त निर्माण ध्वस्त कर दिए जाएंगे। उधर, डॉक्टरों ने बैठक कर इस मामले में कोर्ट के आदेश आने के बाद आंदोलन की रणनीति बनाने की बात कही। जल्द इसका खुलासा करने का भी दावा किया है।
वहीं, एमडीडीए के वीसी आशीष श्रीवास्तव का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई की जा रही है। इसमें एमडीडीए को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। आइएमए पहले ही कोर्ट जा चुका है। कार्रवाई निष्पक्ष हो रही है। होटल और बैंक्वेट हॉल को नोटिस
हरिद्वार रोड पर प्रिंस चौक के पास कई होटल, बैंक्वेट हॉल आदि व्यवसायिक भवनों में नियमों का उल्लंघन पाया गया। पार्किंग की सुविधा न होने पर एमडीडीए ने पांच से ज्यादा होटल और दूसरे प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी कर दिए हैं। इनको भी 10 जुलाई तक का समय दिया गया है। इसके बाद सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी।करनपुर में अतिक्रमण का सफायाहाईकोर्ट के आदेश पर चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान में करनपुर में प्रशासन की जेसीबी जुटी रही। वहीं, रायपुर रोड पर प्रशासन ने लोगों को खुद अतिक्रमण हटाने की सलाह दी है। रायपुर रोड और करनपुर रोड क्षेत्र में प्रशासन की टीम ने जेसीबी के साथ निरीक्षण किया। करनपुर में शनिवार को जहां-जहां प्रशासन ने खुद अतिक्रमण तोड़ने के निर्देश दिए थे, वहां कार्रवाई नहीं होने पर जेसीबी ने काम शुरू किया। प्रशासन की चार जेसीबी करनपुर रोड के अतिक्रमण को तोडऩे के लिए पहुंची थीं। टीम के पहुंचने से पहले ही लोगों ने खुद ही अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया था। इसके बाद डीएवी-क्रॉस रोड माल की सड़क पर चिह्नित अतिक्रमण पर लोगों ने आपत्ति जताई, जिस पर एसडीएम प्रत्यूष सिंह ने दोबारा नपाई कराई और लोगों को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम ने कहा कि या तो आप लोग खुद अतिक्रमण हटाएं, नहीं तो प्रशासन की कार्रवाई के लिए तैयार रहें।रायपुर रोड पर साढ़े सात मीटर तक अतिक्रमणरायपुर रोड में लोगों ने साढ़े सात मीटर तक का अतिक्रमण कर रखा है। प्रशासन टीम ने रायपुर रोड पर अतिक्रमण चिह्नित कर लाल निशान लगाए हैं। जिसमें अधिकतर जगहों पर सात-साढ़े सात मीटर अतिक्रमण के निशान लगे थे। अतिक्रमण की चपेट में रायपुर थाना भी आया है। थाने ने भी साढ़े तीन मीटर तक अतिक्रमण कर रखा है। इससे आगे लाडपुर बाजार में भी अतिक्रमण है। सड़क के दोनों ओर की अधिकतम दुकानें अतिक्रमण की जद में आने से ध्वस्त हो रही हैं। हालांकि, रायपुर में रविवार को प्रशासन ने लोगों को खुद अतिक्रमण तोड़ने की हिदायत दी। पलटन बाजार के अतिक्रमण हटाने पर व्यापारी भड़केहाईकोर्ट के आदेश पर पलटन बाजार में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध शुरू हो गया है। यहां अतिक्रमण चिह्नित करने गई टीम को व्यापारियों ने लौटा दिया। इस मामले में व्यापारियों के एक गुट ने एमडीडीए के वीसी से मुलाकात कर व्यापारियों का उत्पीडऩ का विरोध किया है। हाईकोर्ट ने पलटन बाजार में भी अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए हैं। आदेश में 30 फीट की रोड पलटन बाजार में कही गई है, मगर राजस्व नक्शे में सड़क की चौड़ाई कई जगह 34 से 36 फीट तक भी है। अतिक्रमण हटाओ अभियान की टास्क फोर्स यहां चिह्नीकरण को पहुंची। टीम के आते ही व्यापारी एकत्र हो गए। व्यापारियों ने टीम का विरोध करते हुए 1938 के नक्शे की बजाय 2005 में जिस तरह से 1952 के नक्शे से चिह्नीकरण किया गया, उसी तर्ज पर करने का सुझाव दिया।व्यापारियों के विरोध के चलते टीम को वापस आना पड़ा। हालांकि, टीम ने कहा कि सोमवार को भारी पुलिस फोर्स के साथ यहां अतिक्रमण चिह्नीकरण का कार्य जारी रहेगा। उधर, व्यापार मंडल से जुड़े दूसरे गुट ने पंकज मैसोन के नेतृत्व में एमडीडीए के वीसी से मुलाकात कर अपनी बात रखी। हालांकि, वीसी आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि राजस्व नक्शे से चिह्नीकरण सही चल रहा है। इसमें व्यापारियों का विरोध गलत है। व्यापारी नेता सुनील मैसोन के अनुसार हाईकोर्ट के आदेश को गलत तरीके से लागू किया जा रहा है। पलटन बाजार में 2005 में संपूर्ण अतिक्रमण हटाया जा चुका है। अब सिर्फ व्यापारियों को परेशान करने की साजिश चल रही है। व्यापारी इस मामले में कार्रवाई का पुरजोर विरोध करेंगे। नत्थनपुर और लाडपुर के लोगों ने किया विरोध हाईकोर्ट के आदेश पर चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान का नत्थनपुर और लाडपुर के लोगों ने विरोध किया है। एसडीएम सदर प्रत्यूष सिंह से मिले लोगों ने कहा कि रिंग रोड से लाडपुर तक जो चिह्नीकरण हुआ है, उसमें मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है। सड़क पर कहीं 13, 16, 18, 29 मीटर तक चौड़ाई नापी जा रही है। इस मामले में प्रवीण पुरोहित, मातबर सिंह आदि ने कहा कि नाप-जोख सही और नियमानुसार किया जाए।हरिद्वार रोड पर ध्वस्त किए 20 बड़े अतिक्रमणअतिक्रमण हटाओ अभियान टीम ने हरिद्वार रोड पर 20 बड़े अतिक्रमण ध्वस्त किए। इस दौरान रोडवेज के वर्कशॉप से लेकर पुरानी जेल की बाउंड्रीवाल भी ध्वस्त की गई। शहर के चार जोन में सात टीमों ने 143 नए अतिक्रमण भी चिह्नित किए। अब तक कुल 2569 अतिक्रमण चिह्नित कर लिए गए हैं। टास्क फोर्स ने चार जोन में ध्वस्तीकरण के साथ चिह्नीकरण का कार्य जारी रखा। इस दौरार राजपुर रोड में 18, रायपुर क्षेत्र में 76 और ङ्क्षरग रोड में 49 नए अतिक्रमण चिह्नित किए गए। प्रशासन की दो टीमों ने हरिद्वार रोड पर आराघर से प्रिंस चौक के बीच चिह्नित 20 बड़े अतिक्रमण ध्वस्त किए। इस दौरान रेसकोर्स चौक पर करीब तीन मीटर तक अतिक्रमण हटने के बाद सड़क खुल गई। इसके बाद रोडवेज वर्कशॉप से लेकर पुरानी जेल की बाउंड्रीवाल पर भी जेसीबी चलाई गई। यहां कई बड़े होटल, प्रतिष्ठान भी अतिक्रमण की कार्रवाई में आ गए। इनमें 10 से ज्यादा ने स्वयं अतिक्रमण हटाने का अनुरोध किया है। इसके लिए दो दिन का समय दिया गया है। एमडीडीए के उपाध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि सोमवार को भी शहर में चिह्नित अतिक्रमण पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई चलेगी। इसमें हरिद्वार रोड से कचहरी, सहानपुर रोड, गांधी रोड, चकराता रोड और ईसी रोड में अतिक्रमण हटाया जाएगा। इसके अलावा करनपुर और रायपुर क्षेत्र में हटाए गए अतिक्रमण का मलबा उठाने का काम भी साथ-साथ चलेगा। प्रेमनगर बाजार में 10 मीटर तक अतिक्रमण नंदा की चौकी से प्रेमनगर बाजार के बीच सबसे ज्यादा अतिक्रमण चिह्नित किया गया है। यहां सड़क तक करीब पांच से 10 मीटर तक अतिक्रमण पाया गया। चिह्नित अतिक्रमण पर यहां सबसे ज्यादा भवन, दुकानें जद में आ रही हैं। यह अतिक्रमण हटा तो यहां लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिलेगी।यह भी 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