दून में बरसात के दौरान अतिक्रमित नाले तलाश रहा निगम Dehradun News
जेएनएन। दून शहर के बाजारों में दुकानदारों ने केवल फुटपॉथों पर ही नहीं नगर निगम के नाले व नालियों तक पर इनका कब्जा है। निगम ने ऐसे नाले से अतिक्रमण हटाने की कवायद शुरू कर दी।
By BhanuEdited By: Updated: Sat, 13 Jul 2019 02:15 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। दून शहर के बाजारों में दुकानदारों ने केवल फुटपॉथों पर ही नहीं नगर निगम के नाले व नालियों तक पर इनका कब्जा है। डिस्पेंसरी रोड पर नाले पर हुआ अतिक्रमण सामने आया तो निगम ने अन्य बाजारों में अपने नाले को खुलवाने की कवायद में जुट गया है।
इस संबंध में निगम टीम ने बाजारों में नालों पर हुआ अतिक्रमण चिह्नित किया। साथ ही दुकानदारों को भी यह बताया कि किसे कितना अतिक्रमण हटाना है। ऐसा न करने पर जेसीबी से अतिक्रमण ध्वस्त करने की चेतावनी दी गई।शहर के सभी प्रमुख बाजार अतिक्रमण से घिरे हुए हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर महापौर सुनील उनियाल गामा द्वारा अतिक्रमण हटाने को लेकर कड़ा रुख अपनाया हुआ है। इसी रुख का नतीजा है कि पिछले कुछ दिनों में हुई कार्रवाई के बाद से शहर के बाजारों में काफी हद तक फुटपॉथ और सड़कें खाली दिखने लगी हैं।
निगम अब तक फुटपॉथ व सड़कों पर हुए अतिक्रमण पर कार्रवाई कर रहा था, लेकिन बीते दिनों डिस्पेंसरी रोड पर बारिश में जलभराव के बाद नाले पर कब्जा होना सामने आया। इसके बाद निगम द्वारा शहरभर में नाले-नालियों पर हुए अतिक्रमण को तलाशकर उसे ध्वस्त किया जा रहा है।
डिस्पेंसरी रोड पर नगर निगम का ढाई फीट का नाला गुजरता है, लेकिन दुकानदारों द्वारा इसके ऊपर दुकानें बना ली गईं। अतिक्रमण की वजह से इसका पता नहीं चल रहा। इस नाले पर हुआ अतिक्रमण अब खुद व्यापारी तोड़ रहे हैं।
उन्हें डर है कि अगर जेसीबी ने गरजना शुरू किया तो पूरी दुकान ही न ढह जाए। इसी का नतीजा है कि बीते तीन दिनों से दुकानदार खुद ही किया गया अतिक्रमण हटाने में लगे हैं। शुक्रवार को भी दुकानदारों ने अतिक्रमण हटाया। इस बीच, नगर निगम की टीम बाजारों की नियमित मॉनीटरिंग भी करती रही।वहीं, नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि डिस्पेंसरी रोड से आगे जामा मस्जिद के आसपास व राजीव गांधी कांप्लेक्स के आगे से जाने वाली सड़क से लेकर तहसील चौक से धामावाला बाजार तक दुकानदारों को निगम की टीम ने मौके पर जाकर चेतावनी दी। उन्हें ताकीद किया गया कि वह निगम के नाले पर से तत्काल अतिक्रमण हटा लें। अगर कोई अतिक्रमण ध्वस्त नहीं करता तो उसके विरुद्ध जेसीबी से कार्रवाई की जाएगी।
एक माह में हटेंगे शिव मंदिर से मसूरी तक के अतिक्रमणजागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद प्रमुख वन संरक्षक डॉ. जयराज ने न सिर्फ सहस्रधारा क्षेत्र में वन भूमि पर किए गए अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, बल्कि अब मसूरी रोड से सटी वन भूमि के अतिक्रमणों को हटाने के भी आदेश जारी कर दिए हैं।
प्रमुख वन संरक्षक डॉ. जयराज की ओर से अतिक्रमण को लेकर शुक्रवार सुबह मुख्य वन संरक्षक (गढ़वाल) को पत्र भेजा है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया है कि मसूरी रोड पर शिव मंदिर से लेकर मसूरी तक सड़क किनारे बड़ी संख्या अतिक्रमण की बात सामने आ रही है। शिकायत मिली है कि सड़क किनारे वन भूमि पर आंशिक व पूर्ण रूप से दुकानें व खोखे खड़े कर दिए गए हैं। कहा कि यह गंभीर मामला है और इस पर एक सप्ताह में स्थलीय निरीक्षण कर अतिक्रमण को चिह्नित कर लिया जाए। जो भी अतिक्रमण सामने आते हैं, उन्हें एक माह के भीतर हटा दिया जाए। इसके साथ ही की गई कार्रवाई से प्रमुख वन संरक्षक कार्यालय को भी अवगत कराने के लिए कहा गया है।
मैगी प्वाइंट भी अतिक्रमणमसूरी क्षेत्र की प्रभागीय वनाधिकारी कहकशां नसीम ने बताया कि मसूरी रोड पर मैगी प्वाइंट भी वन भूमि पर अतिक्रमण कर बनाया गया है। यह करीब 15 साल पुराना अतिक्रमण है। पूर्व में किए गए सर्वे में यह बात सामने आई थी। इसके साथ ही यहां पर तीन और अतिक्रमण है। इस क्षेत्र में आरक्षित वन के बीच सिविल भूमि भी है।
हालांकि, जिन लोगों का अतिक्रमण पाया गया है, उनके पास जमीन की रजिस्ट्री भी है, जबकि वन विभाग का रिकार्ड कहता है कि यह अतिक्रमण है। ऐसे में राजस्व विभाग के साथ संयुक्त सर्वे किया जाएगा। इसके बाद भी स्पष्ट हो पाएगा कि वन भूमि पर पूरा ही अतिक्रमण है या वन भूमि का आंशिक हिस्सा उसकी जद में है। जो भी स्थिति बनेगी, उसी के मुताबिक एक्शन लिया जाएगा।यह भी पढ़ें: दून में बारिश के दौरान भी अतिक्रमण पर गरज रही जेसीबी Dehradun News
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