स्थानीय निकाय चुनावः खर्च बताने में कंजूसी दिखा रहे प्रत्याशी
निकाय चुनाव में नामांकन के बाद से लेकर अभी तक किए गए चुनावी खर्चे के ब्योरे पर अगर गौर किया जाए तो प्रत्याशी खर्चा दिखाने में कंजूसी बरत रहे हैं।
By BhanuEdited By: Updated: Wed, 31 Oct 2018 10:33 AM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: निकाय चुनाव में प्रत्याशियों के खर्च का मीटर घूमने लगा है। नामांकन के बाद से लेकर अभी तक किए गए चुनावी खर्चे के ब्योरे पर अगर गौर किया जाए तो प्रत्याशी खर्चा दिखाने में कंजूसी बरत रहे हैं। महापौर पद के प्रत्याशियों ने अभी तक तक जो ब्योरा लेखा टीम को दिया है, उसमें सबसे अधिक खर्चीले भाजपा प्रत्याशी सुनील उनियाल गामा हैं। दूसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी रजनी रावत तो तीसरे नंबर पर निर्दलीय जगमोहन मेंदीरत्ता हैं। इनके अवाला किसी भी प्रत्याशी ने अपना खर्चा 20 हजार से अधिक नहीं दिखाया है।
निकाय चुनाव के लिए बिसात बिछ चुकी है। नाम वापसी और सिंबल आवंटन के बाद प्रत्याशी प्रचार में जुट गए हैं। उधर, निर्वाचन आयोग की टीम प्रत्याशियों की रैली, बैठकों, प्रचार आदि पर खुफिया तरीके से नजर रख रही है। साथ ही निर्वाचन ने प्रत्याशियों को सकुर्लर जारी कर अपना प्रतिदिन का व्यय लेखा टीमों के पास जमा कराने के निर्देश दिए हैं।आंकड़ों पर गौर किया जाए तो अभी तक भाजपा प्रत्याशी सुनील उनियाल गामा चुनाव प्रचार में 39 हजार के करीब खर्च चुके हैं। दूसरे नंबर पर आप प्रत्याशी रजनी रावत 33 हजार रुपये और तीसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी जगमोहन मेंदीरत्ता 21 हजार से अधिक खर्च कर चुके हैं।
विदित है कि निर्वाचन आयोग ने इस बार महापौर पद के प्रत्याशी के लिए खर्च की अधिकतम सीमा 16 लाख रुपये, जबकि पार्षद के लिए अधिकतम सीमा दो लाख रुपये रखी है। प्रत्याशी-------------------------------अब तक का खर्च
सुनील उनियाल गामा (भाजपा)-------39650रजनी रावत (आप)---------------------33100
जगमोहन मेंदीरत्ता (निर्दलीय)--------21230रामसुख (निर्दलीय)---------------------19310
विजय बौडाई (उक्रांद)------------------18300दिनेश अग्रवाल (कांग्रेस)---------------17000
सरदार खान (निर्दलीय)----------------16150विभूति (निर्दलीय)-----------------------14990
विजय जगवान (निर्दलीय)-------------13734अभय जोशी (निर्दलीय)----------------13600
अंजना वालिया (निर्दलीय)-------------12023कम खर्च दिखाने वालों को भेजे जाएंगे नोटिस
जिला निर्वाचन ने प्रत्याशियों के लिए चाय, फूलमाला, कुर्सी, खाना आदि के जो रेट तय किए हैं, प्रत्याशियों ने उसके हिसाब से खर्च नहीं दिखाया है। अब प्रत्याशियों की ओर से जमा किए गए व्यय की जांच की जाएगी। जिन प्रत्याशियों ने कम व्यय दिखाया है, उनको नोटिस भेजे जाएंगे।पहले दिन रही गफलत की स्थितिप्रत्याशियों को निर्वाचन आयोग ने अब तक हुए व्यय का ब्योरा लेखा टीमों के पास जमा करने के निर्देश दिए थे। लिहाजा मंगलवार को प्रत्याशियों में व्यय को लेकर गफलत की स्थिति रही। सभी प्रत्याशी व्यय का विवरण कैसे भरना है, किसके पास जमा करना है, इसको लेकर वह भटकते रहे। हालांकि, इस दौरान लेखा टीम के सदस्य प्रत्याशियों की मदद करते दिखे। पार्षद के कई प्रत्याशियों ने नहीं दिया ब्योरापार्षद पद के कई प्रत्याशियों ने मंगलवार को लेखा टीम के पास व्यय का विवरण जमा नहीं कराया। ऐसे प्रत्याशियों को अब निर्वाचन लेखा टीम नोटिस जारी करेगी। प्रत्याशियों ने चुनावी खर्च का दिया हिसाबमसूरी निकाय चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने मंगलवार को ट्रेजरी में अपने चुनावी खर्च का ब्यौरा दिया। अध्यक्ष पद के भाजपा प्रत्याशी ओपी उनियाल ने 18510 और निर्दलीय अनुज गुप्ता ने 56,640 रुपये के खर्च का ब्यौरा दिया। अन्य चार प्रत्याशियों ने अभी अपने खर्च का ब्यौरा उपलब्ध नहीं कराया है।उपकोषाधिकारी राजेंद्र सिंह पुंडीर ने बताया कि अध्यक्ष पद के दो और सभासद पद के 12 प्रत्याशियों ने अपने चुनावी खर्च का ब्यौरा दे दिया है। मंगलवार को सहायक निर्वाचन अधिकारी टीएस रावत ने नगर पालिका सभागार में सभी प्रत्याशियों के साथ बैठक कर उनको आदर्श आचार संहिता की विस्तृत जानकारी दी और सभी प्रत्याशियों से उसका पालन करने को कहा। सहायक निर्वाचन अधिकारी एसएस रावत ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा तैयार की गई आदर्श आचार संहिता का सभी प्रत्याशियों, राजनीतिक दलों, मतदाताओं, शासकीय विभागों व चुनावी प्रक्रिया में लगे अधिकारियों व कर्मचारियों पर लागू है और सभी को इसका पालन करना जरूरी है।यह भी पढ़ें: लॉटरी से बांटे गए पसंदीदा चुनाव चिह्न, अब उछलेगा सियासी पारायह भी पढ़ें: निकाय चुनाव में दांव पर लगी भाजपा के दिग्गजों की प्रतिष्ठा यह भी पढ़ें: स्थानीय निकाय चुनाव में हिमानी शिवपुरी करेंगी भाजपा के लिए प्रचार
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