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ट्रेंचिंग ग्राउंड मामले में 203 ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा- चहारदीवारी के निर्माण के दौरान किया था हंगामा

53 लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और शेष को हिदायत देखकर छोड़ दिया गया। वहीं बाद में गिरफ्तार लोगों को मुचकले पर देर शाम रिहा कर दिया गया। दूसरी ओर इस मामले में नगर निगम प्रशासन ने देर शाम 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने जेसीबी में तोड़फोड़ करने और सड़क पर गड्ढे करने पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया।

By Harish chandra tiwariEdited By: Mohammed AmmarUpdated: Mon, 18 Sep 2023 10:03 PM (IST)
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Dehradun : ट्रेंचिंग ग्राउंड मामले में 203 ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : गुमानीवाला के लाल पानी बीट में प्रस्तावित कूड़ा निस्तारण प्लांट पर चहारदीवारी निर्माण कार्य शुरू कराने के दौरान ग्रामीणों की प्रशासन और नगर निगम की टीम के साथ तीखी नोकझोंक और पुलिस बल के साथ धक्का मुक्की हुई। जिसके बाद पुलिस ने 71 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर कोतवाली भेजा।

इनमें 53 लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और शेष को हिदायत देखकर छोड़ दिया गया। वहीं बाद में गिरफ्तार लोगों को मुचकले पर देर शाम रिहा कर दिया गया। दूसरी ओर इस मामले में नगर निगम प्रशासन ने देर शाम 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने, जेसीबी में तोड़फोड़ करने और सड़क पर गड्ढे करने पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। इस मामले में अब तक कुल 203 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने शाम करीब चार बजे ट्रेंचिंग ग्राउंड की चहारदीवारी का निर्माण का शुरू कराया।

सोमवार को लाल पानी बीट की करीब 10 हेक्टयेर वन भूमि पर बनने वाले ट्रेंचिंग ग्राउंड की चहारदीवारी का काम शुरू कराने को लेकर नगर निगम और प्रशासन की टीम पुलिस के साथ मौके पर पहुंची। मौके पर पहले से मौजूद ग्रामीणों ने टीम देखकर हंगामा करना शुरू कर दिया।

ग्रामीणों ने सांसद रमेश पोखराल निशंक, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल महापौर अनीता ममगाईं सहित मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं जेसीबी और टीम को रोकने लिए सड़क को खोद कर अवरुद्ध कर रखा था। टीम जीसीबी से गड्ढ़ों को भर कर निर्माण स्थल तक पहुंची। उसके बाद भी ग्रामीणों का हंगामा जारी रहा। दोपहर में प्रदर्शनकारियों के बीच कुछ असामाजिक तत्व में जेसीबी पर पथराव शुरू कर दिया।

जिससे एक वाहन के शीशे टूट गए। कार्रवाई का विरोध करने के लिए ग्रामीणों की भीड़ आगे बढ़ी। पुलिस टीम ने सभी को रोक दिया। इस बीच दोनों पक्षों के बीच धक्का मुक्की हुई। जिसके बाद पुलिस ने 71 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर कोतवाली भेजा। इनमें 53 लोगों को गिरफ्तार कर उनका देर शाम मुचकले में छोड़ा गया। शाम तक दोनों पक्षों में तनातनी बनी रही।

एडीएम वित्त एवं राजस्व रामजी शरण शर्मा और पुलिस अधीक्षक देहात कमलेश उपाध्याय मौके पर पहुंची। उन्होंने टीम को काम शुरू करने के निर्देश दिए और विरोध कर रहे लोग की घेराबंदी करके उन्हें वही रोक दिया। ट्रेंचिग ग्राउंड के मुख्य मार्ग की साइट में चहारदीवारी बनाने के लिए किए जाने वाले गड्ढ़ों के लिए चार जेसीबी लगाई गई। लेकिन जंगल के रास्ते बड़ी संख्या में ग्रामीण जेसीबी तक पहुंच गए।

कुछ लोग ने जेसीबी पर पथराव किया। कुछ लोग जेसीबी के आगे बैठ और विरोध करने लगे पुलिस ने उन्हें वह से हटाया। शाम चार बजे बाद पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में नगर निगम की टीम ने मुख्य मार्ग से सटे जंगल के क्षेत्र में दीवार के निर्माण के लिए जेसीबी से खोदाई का काम शुरू करा दिया।

मौके पर उप जिलाधिकारी योगेश मेहरा, नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल, पुलिस उपाधीक्षक संदीप नेगी, अभिनव चौधरी, आशीष शर्मा, तहसीलदार चमन सिंह, सहायक नगर आयुक्त आरएस रावत, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक केआर पांडेय, वरिष्ठ उपनिरीक्षक डीपी काला मौके पर मौजूद रहे।

वहीं जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान ग्राम, प्रधान दीपिका व्यास, मानवेन्द्र कंडारी ने प्रशासन पर दबंगई करने का आरोप लगाया। सभी ने प्रशासन से कचरा निस्तारण प्लांट आबादी क्षेत्र से दूर लगाने की मांग दोहराई। उन्होंने कहा कि ट्रेंचिंग ग्राउंड का कोई विरोध नहीं कर रहा है। विरोध केवल इतना है कि ट्रेंचिंग ग्राउंड को आबादी क्षेत्र से दूर बनाया जाए। प्रशासन उनकी बात को सुनने के लिए तैयार नहीं है।

प्लांट लोगों की सुविधा के लिए

नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल का कहना है कि लाल बीट पानी में कूड़ा निस्तारण संयंत्र प्रस्तावित है। जिसके लिए कई विभागों से एनओसी ली गई है। लेकिन ग्रामीण विरोध कर यहां पर काम शुरू नहीं करने दे रहे हैं। जबकि कूड़ा निस्तारण संयंत्र लोगों की सुविधा के लिए बनाया जा रहा है।

जिला पंचायत सदस्य के कपड़े फटे

कूड़ा निस्तारण संयंत्र कार्य का ग्रामीणों के साथ विरोध कर रहे जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान की पुलिस बल के साथ तीखी नोंकझोंक हुई। ग्रामीणों को हिरासत में लिए जाते वक्त चौहान ने कार्रवाई का विरोध किया। तो धक्कामुक्की में उनके कपड़े फट गए।

नगर निगम की आधी अधूरी तैयारी

कूड़ा निस्तारण संयंत्र का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए प्रशासन और पुलिस विभाग मुस्तेद नजर आया। नगर निगम प्रशासन की तैयारी आधी अधूरी दिखी। सुबह नगर निगम के लोग बिना जेसीबी मौके पर पहुंचे। बाद में चार जेसीबी मंगाई गई साथ ही अन्य जरूरी सामान बाद में मंगाए गए।

वन विभाग की भूमिका पर सवाल

जिस 10 हेक्टेयर भूमि पर कूड़ा निस्तारण संयंत्र बनना है वह भूमि वन भूमि ने नगर निगम को दी है। सोमवार को जब कार्रवाई शुरू हुई तो कुछ देर के लिए विभाग के लोग मौके पर नजर आए। लेकिन बाद में वन विभाग का कोई भी अधिकारी और कर्मचारी मौके पर नहीं दिखा। प्लांट तक जाने वाले मुख्य मार्ग पर जेसीबी से गड्ढे किए गए थे। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वन विभाग ने गड्ढे खोदे थे, वन विभाग इससे इन्कार कर रहा है। चयनित भूमि के आसपास क्षेत्र में वन भूमि पर कई लोग ने अवैध कब्जे किए हैं। एडीएम वित्त एवं राजस्व रामजी शर्मा ने कहा कि सरकारी भूमि पर हुए अवैध कब्जों की जांच कर इसकी जवाबदेही तय की जाएगी।

नगर निगम प्रशासन की शिकायत पर अज्ञातों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

ऋषिकेश : कूड़ा निस्तारण संयंत्र के निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने, पथराव करने, जेसीबी में तोड़फोड़ और सड़क पर गड्ढे करने के आरोप में नगर निगम प्रशासन ने देर शाम 150 अज्ञात लागों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक केआर पांडेय ने बताया कि अधिशासी अभियंता नगर निगम दिनेश प्रसाद उनियाल की ओर से दिए गए शिकायत पत्र में कहा गया कि सोमवार को कूड़ा निस्तारण संयंत्र के लिए लिए आवंटित भूमि पर चहारदीवारी के निर्माण के लिए नगर निगम और प्रशासन की टीम पहुंची।

वहां कुछ लोगों ने कार्य में लगे जेसीबी को रोकने के लिए सड़क को खोद दिया। उसके बाद जेसीबी और टीम पर पथराव किए जिससे एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। प्रभारी निरीक्षण ने बताया कि शिकायत के आधार पर 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मौके पर की गई वीडियोग्राफी की जांच करने के बाद इन अज्ञात व्यक्तियों की पहचान की जाएगी। उसके बाद उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

कूड़ा निस्तारण संयंत्र के निर्माण में बाधा पहुंचाने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने वालों के साथ सख्ती के साथ निपटा जाएगा। इस मामले में आरोपितों को चिहि़्नत कर कार्रवाई की जाएगी।

अजय सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून

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