छात्र की मौत से लोगों में आक्रोश, प्रधानाचार्य पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज
विद्यालय की दीवार से दबकर छात्र की मृत्यु के मामले में उसके पिता ने विद्यालय प्रधानाचार्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Thu, 23 Jan 2020 07:48 PM (IST)
ऋषिकेश, जेएनएन। पूर्व माध्यमिक विद्यालय की दीवार के नीचे दबक छात्र की मृत्यु के मामले में उसके पिता ने विद्यालय प्रधानाचार्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं, दूसरी ओर छात्र की मौत से गुस्साए लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया।
पुष्कर मंदिर मार्ग पर बुधवार की शाम करीब सवा छह बजे वहां से गुजर रहे श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में 11वीं के छात्र केतन (16 वर्ष) पुत्र हुकुम सिंह सैनी निवासी मायाकुंड ऋषिकेश के ऊपर दीवार गिर गई थी। छात्र की मौके पर ही मौत हो गई थी। हादसे में दो लोग घायल भी हुए थे। गुरुवार की सुबह छात्र के पिता हुकुम सिंह सैनी ने कोतवाली ऋषिकेश में विद्यालय के प्रधानाचार्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। पिता ने कहा कि उनका पुत्र घटना के वक्त ट्यूशन पढ़ने जा रहा था।
अचानक दीवार गिरने से वह दब गया और उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने कई बार प्रधानाचार्य को इस दीवार की मरम्मत कराने की मांग की थी। मगर, विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की। अगर, दीवार की मरम्मत हो जाती तो उनके पुत्र की मृत्यु ना होती। प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि प्रधानाचार्य पूर्व माध्यमिक विद्यालय देहरादून रोड के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।छात्र की मौत पर फूटा लोगों का गुस्सा
पुष्कर मंदिर मार्ग पर जर्जर दीवार के गिरने से छात्र की मौत के मामले में गुरुवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। गुरुवार की सुबह गुस्साई भीड़ विद्यालय पहुंची। यहां उन्होंने विद्यालय के प्रधानाचार्य और अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोग यहीं नहीं रुके कोतवाली के पास जाम लगाकर क्षेत्रीय विधायक और महापौर के खिलाफ भी नारेबाजी की।पूर्व माध्यमिक विद्यालय देहरादून रोड के पिछले हिस्से में करीब आठ फीट ऊंची दीवार का 40 मीटर हिस्सा बुधवार की शाम करीब सवा छह बजे अचानक गिर गया। मलबे के नीचे दबकर श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज के 11 वीं के छात्र केतन 16 वर्ष पुत्र हुकम सिंह निवासी मायाकुंड ऋषिकेश की मौके पर ही मौत हो गई। मलबे से स्नेह लता गुप्ता (66 वर्ष) पत्नी सतपाल गुप्ता पुष्कर मंदिर मार्ग और कबाड़ का काम करने वाले कृपाल सिंह (56 वर्ष) पुत्र चेतराम निवासी शांति नगर ऋषिकेश घायल हुए थे। जिन्हें एम्स में भर्ती कराया गया है।
गुरुवार की सुबह मायाकुंड स्थित छात्र के घर पर स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई। भीड़ सीधे विद्यालय परिसर पहुंची। यहां प्रधानाचार्य कार्यालय का लोगों ने घेराव किया। दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच महापौर अनीता ममगाई लोगों के बीच पहुंची। यहां उनकी उपस्थित लोगों से बातचीत हुई। नगर निगम महापौर जैसे ही अपने वाहन से बाहर निकली तो लोगों ने उनके वाहन को घेर लिया और आगे नहीं जाने दिया। उपस्थित लोगों ने भीड़ को समझाने की कोशिश की मगर, लोग मानने को तैयार नहीं थे।
मौजूद लोगों ने क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल और महापौर अनीता ममगाई के खिलाफ नारेबाजी की। महापौर अपने वाहन से उतर कर अन्य माध्यम से वहां से गई। मौके पर एआइसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला, पार्षद विजयलक्ष्मी शर्मा, देवेंद्र प्रजापति, मनीष शर्मा, रीना शर्मा, मनीष बनवाल, कविता शाह आदि ने किसी तरह से लोगों को शांत किया। बाद में भीड़ कोतवाली पहुंची, जहां वरिष्ठ निरीक्षक ओमकांत भूषण से मिलकर छात्र के पिता की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई। गुस्साए लोग फिर विद्यालय परिसर में पहुंचे और दोषी अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया।
उप जिलाधिकारी ने जांच शुरू कीछात्र की मौत के मामले में जिलाधिकारी देहरादून सी रविशंकर ने घटना की रात मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी कर दिए थे। आदेश के अनुपालन में उप जिलाधिकारी प्रेमलाल, तहसीलदार रेखा आर्य गुरुवार की सुबह विद्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रधानाचार्य भीष्म सिंह राजपूत से मिलकर आवश्यक जानकारी हासिल की। उप जिलाधिकारी ने विद्यालय में अवकाश की घोषणा की। विद्यालय में शिक्षकों और बच्चों ने शोक सभा आयोजित कर मृतक के आत्मशांति की प्रार्थना की।
शिक्षक को मारा थप्पड़ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर के भीतर गुस्साई भीड़ ने एक शिक्षक को चांटा जड़ दिया। भीड़ जब यहां जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी तो प्राथमिक विद्यालय संख्या नौ के शिक्षक राजकुमार ने वहां मौजूद एक बालिका को कुछ कहा। जिस पर महिलाएं भड़क गई। एक महिला ने शिक्षक के गाल पर चांटा जड़ दिया। हालांकि शिक्षक का कहना था कि उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं की। जिला शिक्षा बेसिक अधिकारी और अन्य लोगों ने शिक्षक को किसी तरह से भीड़ के बीच से निकालकर आवासीय विद्यालय भवन के कक्ष में भेज दिया।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को घेराजिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत बुधवार की रात घटनास्थल पर पहुंच गए थे। दूसरे दिन गुरुवार की सुबह भी वह विद्यालय परिसर पहुंचे। इस बीच लोगों ने उनको घेर लिया। जयेंद्र रमोला आदि ने उनसे सवाल किया कि जब दीवार की हालत इतनी जर्जर थी तो क्यों नहीं इस पर संज्ञान लिया गया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि वह इस मामले में रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को सौंपेंगे। शहर के अन्य विद्यालयों का भी निरीक्षण कर उनकी दशा सुधार के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट दी जाएगी।
यह भी पढ़ें: ऋषिकेश में स्कूल की दीवार गिरी, एक छात्र की मौत; दो घायलउप जिलाधिकारी प्रेमलाल का कहना है कि जिलाधिकारी के आदेश पर जांच शुरू कर दी गई है। मौके पर जांच के दौरान यह बात सामने आयी है कि पूर्व में यहां करीब पांच फिट ऊंची पुरानी दीवार थी। जिसकी चिनाई चूना सुर्खी से की गई थी। बाद में पुरानी दीवार के ऊपर ही नई दीवार बना दी गई। घटना से जुड़े तमाम तथ्यों की जांच कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है। वहीं, महापौर अनीता ममगाईं ने कहा, दीवार से दबकर छात्र की मृत्यु दुखद घटना है। हमारी संवेदना उनके परिवार के साथ है। प्राथमिक विद्यालय का संचालन शिक्षा विभाग कर रहा है। नगर निगम के स्तर पर कमेटी गठित की जा रही है, जो जीर्ण शीर्ण प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों की रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजेगी।
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