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विजय थापा की मौत के मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज

कोतवाली क्षेत्र के डुमेट जंगल में 19 दिसंबर को युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह मुकदमा अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है।

By Sumit KumarEdited By: Updated: Fri, 29 Jan 2021 04:30 AM (IST)
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पुलिस ने यह मुकदमा अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है।
जागरण संवाददाता, विकासनगर: कोतवाली क्षेत्र के डुमेट जंगल में 19 दिसंबर को युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह मुकदमा अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश पर दर्ज किया और जांच शुरू कर दी है। 

 डुमेट निवासी मृतक की बहन पूजा थापा पुत्री राजेंद्र सिंह थापा ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय में प्रार्थनापत्र देकर मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। न्यायालय ने मामले अभियोग पंजीकृत कर विवेचना किए जाने के आदेश कोतवाली की पुलिस को दिए। आदेश के क्रम में पूजा थापा के प्रार्थना पत्र पर कोतवाली विकासनगर में हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। कोतवाल राजीव रौथाण के अनुसार 19 दिसंबर को विजय थापा का शव जंगल में रस्सी से लटका हुआ मिला था, जिस संबंध में पंचायतनामा की कार्यवाही की जा चुकी है, अब न्यायालय के आदेश पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही है।

 बता दें कि डुमेट जंगल में विजय थापा का शव रस्सी के फंदे में लटका मिला था। पुलिस को ग्राम प्रधान डुमेट नरेश कुमार ने सूचना दी थी। स्वजनों का कहना था कि 17 दिसंबर की सुबह विजय बाड़वाला गया था, जिसके बाद उसका कोई पता नहीं चला। लापता युवक को परिवार के सदस्यों ने तलाशा तो 19 दिसंबर 2020 को डुमेट जंगल में साल के पेड़ से रस्सी से लटका हुआ मृत अवस्था में मिला। मौके की वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी कराने के बाद पुलिस ने घटनास्थल के निरीक्षण में पाया कि विजय थापा के गले से नायलॉन की रस्सी का फंदा लगा हुआ है, जिसका एक सिरा साल के पेड़ से बंधा हुआ है। मृतक के गले में नायलॉन की रस्सी के फंदे के निशान भी थे। इसके साथ ही बाएं हाथ की उंगली पर चोट के निशान भी थे।

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मृतक के स्वजनों ने पुलिस को जानकारी दी कि उंगली में चोट पहले से थी। मृतक की जामा तलाशी पर उसके कब्जे से मोबाइल फोन, उसकी स्कूटी की चाबी, आधार कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम व चोट पर प्रयोग की गई पट्टी आदि बरामद हुई। कोतवाल ने मृतक के स्वजनों, दोस्तों से पूछताछ कर मोबाइल नंबर प्राप्त किया और उसके मोबाइल नंबर की सीडीआर व लोकेशन भी हासिल की। इसमें मिला कि मृतक के गले में जिस नायलॉन की रस्सी का फंदा लगा हुआ है, वह आसानी से लोकल मार्केट में मिल जाती है। जांच में आया कि जिस रस्सी से फांसी लगाई गई, वह खुद विजय ने ही 60 रुपये में खरीदी थी। कोतवाल राजीव रौथाण के अनुसार मृतक के स्वजनों ने तीन व्यक्तियों पर रुपयों के लेन देन को लेकर संदेह जताया था। हालांकि पुलिस जांच में आया था कि विजय पर कुछ व्यक्तियों के रुपये उधार थे। 

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